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पत्रकार और न्यायविद मुजीबुद्दीन खान को जामिया मिलिया में श्रद्धांजलि

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

पत्रकार एवं न्यायविद मुजीबुद्दीन खान को जामिया मिलिया इस्लामिया के सभागार में आयोजित सभा में मुस्लिम स्कॉलर और समाज के कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने श्रद्धांजलि दी. पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब ने सभा की अध्यक्षता करते हुए कहा कि मुजीबुद्दीन खान ने अपनी राजनीतिक और सामाजिक जिंदगी में हमेशा देश को नई राह दिखाई. उनके दिवंगत भाई जावेद हबीब भी एक प्रतिष्ठित मुस्लिम नेता और पत्रकार थे, जिनका पिछले हफ्ते अचानक कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया था.

मोहम्मद अदीब ने अपने भाषण में कहा कि जावेद हबीब और मुजीबुद्दीन खान दोनों ही देश की महत्वपूर्ण संपत्ति थे. अलीगढ़ को अपनी प्रतिभाओं से सुशोभित करने वाले इन लोगों की मौत से देश और समाज को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने अपने जीवन को राष्ट्र के लिए समर्पित किया और दूसरों के लिए जिए.

शाही इमाम मौलाना सैयद अहमद बुखारी ने अपने शोक संदेश में मुजीबुद्दीन खान को एक विशेष-विचार व्यक्ति और राष्ट्रीय बुद्धिजीवी बताया, जिन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्र और समाज की निस्वार्थ सेवा में बिताया. उनका मानना था कि मुजीबुद्दीन खान सभी विचारधाराओं में समान रूप से लोकप्रिय थे और उनके निधन से राष्ट्र ने एक दूरदर्शी, ईमानदार और सहानुभूतिशील व्यक्ति खो दिया है.

पूर्व सांसद किशोरी लाल ने कहा कि मुजीब मियां की उंगली हमेशा देश की नब्ज पर रहती थी. उनमें गहरी राजनीतिक और सामाजिक चेतना थी. हर कठिन घड़ी में वह दृढ़ और गतिशील रहते थे.

सामाजिक नेता योगेन्द्र यादव ने अपने शोक संदेश में कहा कि मुजीबुद्दीन खान ने हमेशा सत्ता और सुख-सुविधाओं के बजाय सिद्धांतों के लिए लड़ाई लड़ी. वह कानून के बड़े जानकार थे और एक पत्रकार, लेखक और बुद्धिजीवी के रूप में उनकी प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि मुजीबुद्दीन खान का दृष्टिकोण सदैव उत्साहवर्धक रहता था.

वरिष्ठ पत्रकार मासूम मुरादाबादी ने कहा कि मुजीबुद्दीन खान ने ‘हुजूम’ अखबार से एक पत्रकार के रूप में अपनी शुरुआत की. बाद में सुप्रीम कोर्ट के वकील के रूप में अपनी पहचान बनाई.

प्रो. अब्दुल बिस्मिल्लाह ने कहा कि मुजीबुद्दीन खान उनके परिवार का हिस्सा थे . वह उनकी मौत को कभी नहीं भूल सकते. शोक सभा में सोहेल अंजुम, रऊफ रमेश, नजम नकवी, मोहम्मद तैयब एडवोकेट, डॉ. जहीर अहमद खान और प्रो. जुबैदा हबीब आदि भी शामिल हुए। अंत में मौलाना नियाज फारूकी ने दुआ कराई.

महत्वपूर्ण बिंदु

सभा का आयोजन:

  • स्थान: जामिया मिलिया इस्लामिया का सभागार
  • आयोजन: पत्रकार और न्यायविद मुजीबुद्दीन खान को श्रद्धांजलि देने के लिए
  • मुजीबुद्दीन खान और जावेद हबीब की सराहना
  • उनके जीवन और योगदान पर प्रकाश डाला

मुजीबुद्दीन खान की विशेष-विचार और राष्ट्रीय बुद्धिजीवी के रूप में प्रशंसा
उनके निस्वार्थ सेवा और मधुर संबंधों की सराहना

पूर्व सांसद किशोरी लाल का संदेश:

मुजीब मियां की राजनीतिक और सामाजिक चेतना की प्रशंसा
कठिन समय में उनकी दृढ़ता और गतिशीलता की सराहना
सामाजिक नेता योगेन्द्र यादव काशोक संदेश:

  • सिद्धांतों के लिए लड़ाई और कानून की जानकारी पर जोर
  • पत्रकार, लेखक और बुद्धिजीवी के रूप में उनकी प्रशंसा

‘हुजूम’ अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत और सुप्रीम कोर्ट के वकील के रूप में पहचान
उच्च मानवीय मूल्यों में विश्वास

प्रो. अब्दुल बिस्मिल्लाह का संदेश:

  • मुजीबुद्दीन खान को परिवार का हिस्सा मानना
  • उनकी मौत को भूल न पाने की भावना