कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल अहमद अल जाबेर अल सबा का निधन
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो, कुवैत
कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल अहमद अल जाबेर अल सबा का निधन हो गया. उनके निधन की घोषणा अमीरी कोर्ट ने शनिवार को की.कुवैत के सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान में कहा गया, बड़े दुख के साथ, हम कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल अहमद अल सबा की मृत्यु पर शोक व्यक्त कर रहे हैं.घोषणा से पहले राजकीय टेलीविजन ने अपनी नियमित प्रोग्रामिंग में कटौती कर कुरान की तिलावत का प्रसारण शुरू कर दिया.
एक समाचार एजेंसी के अनुसार, नवंबर में शेख नवाफ को आपातकालीन स्वास्थ्य समस्या के कारणष् अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मगर इस दौरान उनकी बीमारी के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया. बाद में उनकी हालत स्थिर बताई गई.
उनके निधन पर कुवैत सरकार ने 40 दिनों की आधिकारिक शोक और आज शनिवार से तीन दिनों की अवधि के लिए आधिकारिक विभागों को बंद रखने का ऐलान किया है.शेख नवाफ अपने पूर्ववर्ती दिवंगत शेख सबा अल अहमद अल सबा की 2020 में मृत्यु के बाद अमीर बने थे.1937 में जन्मे शेख नवाफ 1921 से 1950 तक कुवैत के दिवंगत शासक शेख अहमद अल जाबेर अल सबा के पांचवें बेटे थे.
शेख नवाफ अल अहमद अल जाबेर अल सबा का राजनीतिक करियर
उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 25 साल की उम्र में हवल्ली प्रांत के गवर्नर के रूप में की थी.वह 1978 तक इस प्रदेश के गवर्नर रहे. फिर एक दशक तक आंतरिक मंत्री रहे. कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल-अहमद अल-जबर अल-सबा का निधन 86 साल की उम्र में हुआ.
उनके निधन पर अमीरी अदालत के मंत्री शेख मोहम्मद अब्दुल्ला अल सबा ने टेलीविजन पर प्रसारित अपने एक बयान में कहा,बड़े दुख के साथ हम कुवैती लोग, अरब, इस्लामी राष्ट्र और दुनिया के मित्रवत लोग दिवंगत महामहिम अमीर, शेख नवाफ अल अहमद अल जाबेर अल सबा पर शोक व्यक्त करते हैं. “अधिकारियों ने मौत का कोई कारण नहीं बताया है.शेख नवाफ ने सितंबर 2020 में अपने सौतेले भाई, शेख सबा अल-अहमद अल-जबर अल-सबा की 91 वर्ष की आयु में संयुक्त राज्य अमेरिका में मृत्यु के बाद अमीर की शपथ ली थी.
शेख नवाफ स्वभाव में थे बिलकुल सरल
सत्ता संभालने से पहले शेख नवाफ दशकों तक उच्च पद पर रहे. 2006 में उत्तराधिकारी नामित किए जाने के बाद रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया. जब 1990 में इराकी सैनिकों ने तेल समृद्ध अमीरात पर हमला किया, उन्होंने सशस्त्र समूहों की चुनौतियों का सामना करने के लिए आंतरिक मंत्री के रूप में काम किया.सत्तारूढ़ अल-सबा परिवार में वह अपनी शालीनता के कारण बहुत लोकप्रिय थे.
उन्होंने मार्च 2021 में चिकित्सा जांच के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा की थी. उन्हें कट्टर अमेरिका समर्थक माना जाता है. 1991 के खाड़ी युद्ध के बाद कुवैत ने अमेरिका के सहयोग से सद्दाम हुसैन की कब्जे वाली इराकी सेना को निष्कासित कर दिया था. कुवैत आज लगभग 13,500 अमेरिकी सैनिकों की मेजबानी करता है. अमेरिका के मध्य पूर्व सेना का यह अग्रिम मुख्यालय भी है.
शेख मेशाल अल अहमद अल जाबेर बन सकते हैं कुवैत के अलगे अमीर
माना जा रहा है कि कुवैत के उप शासक और उनके सौतेले भाई शेख मेशाल अल अहमद अल जाबेर, जो इस वक्त 83 वर्ष के हैं, अलगे शासक का कार्यभार संभाल संभाल सकते हैं. इसके लिए वे कतार में सबसे पहले पादान पर हैं. हालांकि इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.
शेख नवाफ का कार्यकाल घरेलू विवादों में रहा. परिवार ने शेखशाही को कर्ज लेने से रोक दिया था. आरोप है कि तेल भंडार से अपार धन अर्जित करने के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के वेतन का भुगतान करने के लिए कुवैत के खजाने में बहुत कम राशि बची है.इस बीच, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात सहित खाड़ी सहयोग परिषद के देशों ने दोहा के वर्षों के बहिष्कार के बाद संबंध बहाल कर दिए हैं. इससे क्षेत्रीय तनाव कम हुआ है.कुवैत की लगभग 4.2 मिलियन आबादी है.
कुवैत के चैथे शेख की कुल संपत्ति कितनी थी ?
अल-अहमद अल-जबर अल-सबा कुवैत के चैथे अमीर थे. उनकी मृत्यु के समय उनकी कुल संपत्ति 600 मिलियन डाॅलर थी. सबा कुवैत की सेना के कमांडर भी थे. शेख सबा राजशाही के प्रमुख थे. 29 सितंबर, 2020 को 91 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था. दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई थी. जीवन के अंतिम वर्ष में वह काफी हद तक दुर्बल हो गए थे. उनके निधन पर उनके सौतेले भाई, क्राउन प्रिंस शेख नवाफ अल-अहमन अल-जबर अल-सबा को उनका उत्तराधिकारी बनाया गया था. अब वह भी इस दुनिया में नहीं रहे. आरोप है कि कुवैत के चैथे शेख की सारी संपत्तियों को शेख नवाफ अल अहमद अल जाबेर अल सबा ने हथिया लिया था.