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क्या साकिब नाचन वास्तव में आईएसआईएस साजिश में शामिल है ?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, मुंबई

क्या साकिब नाचन वास्तव में आईएसआईएस साजिश में शामिल है ? यह एक अहम सवाल है, जो उनकी गिरफ्तारी से सामने आया है. फ्रीस प्रेस जनरल के आशीष सिंह ने इसपर एक विस्तृत रिपोर्ट छापी है. इस रिपोर्ट से ऐसा लगता है कि साकिब नाचन अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा दान कर देता था. अब तक की जांच में उसके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं कि वह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था. रही बात, उसके प्राॅपर्टी कारोबार का तो देश के सारी प्राॅपर्टी डीलर वही करते हैं जैसा आरोप साकिब नाचन पर लगा है.

बहरहाल जांच से क्या निकलता है, यह तो समय बताएगा पर साकिब नाचन ने अपने उपर लगे आरोपों के आधार पर पहले की भविष्यवाणी कर दी है कि अब उसकी बाकी जिंदगी जेल में ही गुजरने वाली है. ऐसे कई उदाहरण सामने हैं. कईयों की खुद को बेगुनाह साबित करने मंे पूरी जिंदगी जेल में गुजर गई. बहरहाल, आशीष सिंह ने साकिब नाचन के बारे मंे क्या रिपोर्ट छापी है. यहां प्रस्तुत किया जा रहा है.

रिपोर्ट के अनुसार,आईएसआईएस आतंकी मॉड्यूल के कथित मास्टरमाइंड साकिब नाचन ने पूछताछ के दौरान आईएसआईएस से संबंधित आतंकवादी गतिविधियों में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है.

एक विश्वसनीय सूत्र के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को पता चला कि नाचन के पास विदेश में स्थित एक आईएसआईएस हैंडलर की वास्तविक पहचान के बारे में जानकारी है. इस हैंडलर ने अल सुफा के मास्टरमाइंड साकिब नाचन और मोहम्मद इमरान खान दोनों के साथ संपर्क बनाए रखा, जिन्हें तीन अलग-अलग नामों से जाना जाता है, लेकिन दोनों के एक ही व्यक्ति होने की पुष्टि की गई है.

आईएसआईएस हैंडलर ने सीधे तौर पर साकिब नाचन, इमरान से समन्वय स्थापित किया

विदेश स्थित आईएसआईएस हैंडलर, जिसे कई नामों – अबू सुलेमान, अबू सुल्तान और मोहम्मद/भाई – से जाना जाता है, की पहचान साकिब नाचन और इमरान के साथ सीधे समन्वय करने वाले व्यक्ति के रूप में की गई है. संदेह है कि नाचन उसे व्यक्तिगत रूप से जानता है. संभवतः जेल अवधि के दौरान या संभवतः 2017 में जेल से रिहा होने के बाद, और संभवतः उसके सीरिया जाने से पहले उससे मुलाकात हुई थी. सूत्र ने कहा कि हैंडलर ने कथित तौर पर एक अज्ञात व्यक्ति को सीरिया से दूसरे देश के रास्ते मुंबई भेजा, जो नाचन से मिलने के लिए पद्घा पहुंचा. आगामी आईएसआईएस आतंकी ऑपरेशन और फंडिंग की योजनाओं के बारे में चर्चाएं सामने आईं, जिसे कथित तौर पर साकिब अंजाम देने की योजना बना रहा था.

नाचन ने संलिप्तता से किया इनकार

हालाँकि, नाचन को जांच को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. आरोप है कि पूछताछ के दौरान नाचन ने सहयोग नहीं किया और सहयोग करने में अनिच्छा दिखाई. लगातार आईएसआईएस आतंकी मॉड्यूल में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया और आईएसआईएस हैंडलर के साथ बैठकों के दावों का खंडन किया. सूत्रों के मुताबिक, वह रणनीतिक रूप से इस्लाम के नाम पर अत्याचार की कहानी गढ़कर जांच एजेंसियों को गुमराह करने और उन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है.

पूछताछ के दौरान नाचन का दावा है कि उसके पास कोई बैंक खाता या अपना पंजीकृत मोबाइल फोन नहीं है. उनके मुताबिक, वह रियल एस्टेट एजेंट के तौर पर काम करते हैं. हर महीने करीब 2 से 3 लाख कमाते हैं. वह केवल पारिवारिक जरूरतों के लिए आवश्यक धन रखते हैं. शेष धन का उपयोग लोगों की मदद करने और सामुदायिक कारणों का समर्थन करने के लिए करते हंै. उनका दूसरा बेटा भी इसी रास्ते पर चल रहा है. कमाई करता है और अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा सामुदायिक कार्यों के लिए दान करता है. सूत्र बताते हैं कि नाचन बुद्धिमान है. जानबूझकर बैंक खाता रखने से बचता है, ताकि पैसे का पता न चल सके.

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, जांच में पाया गया कि नाचन पडघा और आसपास के इलाकों में सभी विवादित भूमि सौदों में शामिल था. उन्हें एक भू-माफिया व्यक्ति के रूप में जाना जाता है, जो लोगों को डरा-धमकाकर जमीन हासिल करता है. उसे अन्य पार्टियों को बेचता है और अच्छी खासी रकम कमाता है. कथित तौर पर पता लगाने से बचने के लिए पैसा उसके कुछ करीबी सहयोगियों के पास जमा कर दिया जाता है.

पूछताछ के दौरान, उन्होंने यह भी दावा किया कि वह अदालत की अनुमति के बिना ठाणे से बाहर यात्रा नहीं कर सकते. यहां तक कि एनआईए द्वारा तलब किए जाने पर भी उन्होंने कथित तौर पर उनके सामने पेश होने के लिए अदालत से अनुमति ली थी. इसलिए उनके लिए व्यक्तिगत रूप से जाकर किसी ऐसे व्यक्ति से मिलना संभव नहीं है जो आईएसआईएस से जुड़ा हो.

फोन, ई-मेल आई के खुलासे का इंतजार

उनके कथित भ्रामक उत्तरों के कारण, एजेंसी एनआईए द्वारा उनके घर की तलाशी से बरामद किए गए फोन से डेटा पुनर्प्राप्ति और एफएसएल से वीपीएन नेटवर्क डेटा विश्लेषण की प्रतीक्षा कर रही है. सूत्रों के अनुसार, नाचन द्वारा विदेशी-आधारित हैंडलर्स के साथ विवरण और चारा-संबंधित वीडियो साझा करने के लिए कई ईमेल खाते बनाए गए थे. इन ईमेल खातों का उपयोग करने के बाद, उनका दोबारा उपयोग नहीं किया गया, जिससे एजेंसी के लिए डेटा पुनर्प्राप्त करना चुनौतीपूर्ण हो गया. उसकी खामोश चालें स्थापित करती हैं कि वह आईएसआईएस आतंकी मॉड्यूल का एक आदर्श दावेदार है जिसने अपने पदचिह्न पीछे नहीं छोड़े हैं.

फिलहाल एनआईए उस भूतिया आईएसआईएस हैंडलर की तलाश कर रही है जो साकिब नाचन और महाराष्ट्र आतंकी मॉड्यूल के मास्टरमाइंड इमरान खान के संपर्क में था. एजेंसी साकिब, इमरान खान और आईएसआईएस हैंडलर के त्रिकोण को तोड़ने की कोशिश कर रही है. इमरान खान नियमित रूप से उन्हें अपने ऑपरेशन और आईईडी विस्फोटक से संबंधित परीक्षण के बारे में अपडेट कर रहे थे. इमरान खान के लिए, वह मोहम्मद/भाई हैं, और साकिब के लिए, वह मोहम्मद सुलेमान और मोहम्मद सलमान हैं. एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि हैंडलर के भारतीय होने और सिमी से जुड़े होने की संभावना है, जो आईएसआईएस में शामिल हो गया. वर्तमान में विभिन्न आईएसआईएस मॉड्यूल के संपर्क में है.

वित्तीय मोड़

एक वित्तीय मोड़ में, एनआईए ने पाया कि महाराष्ट्र आतंकी मॉड्यूल के गिरफ्तार आतंकी आरोपियों को आईएसआईएस संगठन के संचालकों से 7,16,800 रुपये मिले थे. एनआईए अब विदेशी हैंडलर से इन फंडों को मुहैया कराने में नाचन की भूमिका की जांच कर रही है, जिससे पता चलता है कि खान ने केवल निर्देशों का पालन किया.

सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान नाचन ने जांचकर्ताओं से कहा कि वह जानता है कि वह अब बाहर नहीं आएगा. अपनी मृत्यु तक जेल में ही रहेगा. फिर भी, उनका लक्ष्य अपने समुदाय और अगली पीढ़ी के लिए एक आदर्श बनना है. उनका मानना है कि उनका बलिदान उनके समुदाय की अगली पीढ़ी का मार्गदर्शन करेगा . लोग उन्हें गॉडमैन और अल्लाह के सच्चे प्रतिनिधि के रूप में जानेंगे.

-साभार फ्री प्रेस जनरल