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केंद्र ने यूएपीए के तहत कश्मीर की तहरीक-ए-हुर्रियत पर लगाया प्रतिबंध

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,नई दिल्ली

सरकार ने पाकिस्तान के कथित समर्थक तहरीक-ए-हुर्रियत (टीईएच) जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद को बढ़ावा देने और भारत विरोधी प्रचार फैलाने के आरोप में प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया.निर्णय की घोषणा करते हुए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि संगठन को भारत विरोधी प्रचार फैलाते हुए और जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए आतंकवादी गतिविधियों को जारी रखते हुए पाया गया है.

उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीरो-टॉलरेंस नीति के तहत, भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन को विफल कर दिया जाएगा.शाह ने एक्स पर लिखा,“तहरीक-ए-हुर्रियत, जम्मू-कश्मीर को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत एक ‘गैरकानूनी संघ’ घोषित किया गया है. यह संगठन जम्मू-कश्मीर को भारत से अलग करने और इस्लामी शासन स्थापित करने के लिए निषिद्ध गतिविधियों में शामिल है.

पाकिस्तान समर्थक समूह का नेतृत्व पहले दिवंगत अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी करते थे, जिनकी जगह मसर्रत आलम भट ने ले ली थी. आरोप है कि भट भारत विरोधी और पाकिस्तान समर्थक प्रचार करने वाले जाने जाते हंै.भट फिलहाल जेल में हैं और उनकी पार्टी मुस्लिम लीग ऑफ जम्मू कश्मीर को 27 दिसंबर को प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया गया था. इस खबर का पाकिस्तानी मीडिया में भी जगह दी गई है.

पाकिस्तान की वेबसाइट उर्दू न्यूज से इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया है. इसे ‘ भारत ने सैयद अली गिलानी के हुर्रियत आंदोलन को अवैध घोषित कर दिया ’ शीर्षक से छापा है.खबर में लिखा है-‘भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि कश्मीरी अलगाववादी पार्टी तहरीक हुर्रियत को गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत एक गैरकानूनी संगठन घोषित किया गया है.

रविवार को भारतीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक बयान में कहा कि यह संगठन जम्मू-कश्मीर को भारत से अलग करने और वहां इस्लामिक सरकार स्थापित करने के लिए प्रतिबंधित गतिविधियों में शामिल है.उन्होंने आगे कहा कि यह संगठन जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए भारत विरोधी प्रचार और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल पाया गया है.

भारतीय गृह मंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत, भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन को तुरंत विफल कर दिया जाएगा.द हिंदू के मुताबिक, तहरीक हुर्रियत जम्मू-कश्मीर की स्थापना 2004 में सैयद अली शाह गिलानी ने की थी.

यह संगठन जम्मू-कश्मीर की आजादी के लिए सक्रिय रहा है.सैयद अली शाह गिलानी की मौत के बाद अब इस पाकिस्तान समर्थक संगठन का नेतृत्व मुसरत आलम बट कर रहे हैं.इस संगठन के नए प्रमुख मुसरत आलम बट को भारत विरोधी और पाकिस्तान समर्थक के रूप में जाना जाता है.मुसरत आलम बट फिलहाल जेल में हैं. 27 दिसंबर को उनकी पार्टी मुस्लिम लीग जम्मू-कश्मीर पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.