News

अमेरिकी हमले के बाद यमन के हौथिस की कड़ी प्रतिक्रिया

सईद अल-बताती अल-मुकल्ला

अमेरिका द्वारा हमला करने के बाद यमन के ईरान समर्थित हौथिस ने मजबूत और प्रभावी प्रतिक्रिया की धमकी दी है. इससे तनाव बढ़ गया है. जवाब में वाशिंगटन ने समूह के हमलों से शिपिंग की रक्षा करने की कसम खाई है.अपने नवीनतम हमले के बारे में अमेरिका ने दावा किया है कि उसने एक रडार साइट को निशाना बनाया. यमन में हौथी सुविधाओं पर दर्जनों अमेरिकी और ब्रिटिश हमले किए. इसके जवाब में हौथिस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.

हौथी प्रवक्ता नसरुलदीन आमेर ने कहा, इस नए हमले की कड़ी, मजबूत और प्रभावी प्रतिक्रिया होगी. उन्होंने कहा कि हमले में कोई घायल नहीं हुआ. न ही भौतिक क्षति हुई.हौथी के एक अन्य प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुस्सलाम ने कहा कि सना में एक सैन्य अड्डे पर किए गए हमलों सहित, इजरायल से जुड़े जहाजों को लाल सागर और अरब सागर से गुजरने से रोकने की समूह की क्षमता पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ा है.

यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हंस ग्रुंडबर्ग ने यमन में सभी शामिल लोगों से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह किया. क्षेत्र में बढ़ती अनिश्चित स्थिति की चेतावनी दी.ग्रुंडबर्ग ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में शांति प्रयास जिसके परिणामस्वरूप यमनी पार्टियां शांति के लिए एक रोड मैप का समर्थन करने के लिए सहमत हुईं, लाल सागर में तनाव में नवीनतम वृद्धि के कारण कमजोर होने का खतरा है.

उन्होंने चेतावनी दी कि आगे की कार्रवाइयों से यमन की पहले से ही कठिन स्थिति बढ़ सकती हैं. समुद्री व्यापार मार्ग सुरक्षा कमजोर हो सकती है और क्षेत्र में तनाव बढ़ सकता है.उनके कार्यालय ने कहा कि ग्रंडबर्ग गंभीर चिंता के साथ बढ़ते हुए अनिश्चित क्षेत्रीय संदर्भ और यमन में शांति प्रयासों और क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा पर इसके प्रतिकूल प्रभाव को नोट करते है.

अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों को चिंता है कि हौथी के कब्जे वाले क्षेत्रों पर अमेरिकी हमले यमनी मिलिशिया को संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता वाली शांति वार्ता को छोड़ने और पूरे देश में सशस्त्र अभियान शुरू करने के लिए प्रेरित करेंगे.यूएस सेंट्रल कमांड ने शनिवार को कहा कि यूएसएस कार्नी नेवी विध्वंसक ने 13 जनवरी को सुबह 3ः45 बजे यमन में हौथी रडार स्थान पर टॉमहॉक भूमि हमले की मिसाइलें दागीं. लक्षित साइट का नाम बताए बिना, हौथी पर नवीनतम और पिछले हमलों को जोड़ा है. यमन के नियंत्रित क्षेत्रों का उद्देश्य मिलिशिया की सैन्य शक्ति पर प्रभाव डालना और समुद्री नेविगेशन यातायात को खतरे में डालने से रोकना है.

ALSO READ स्मृति ईरानी का मदीना दौरा, क्या है मस्जिद अल-नबवी की सफाई का सच ?

हौथिस ने कहा कि शनिवार के हमलों ने सना के उत्तर में अल-दैलामी एयरबेस पर हमला किया.हौथिस ने कहा कि यमन पर हमले अदंडित नहीं किए जाएंगे.हमलों को घोर आक्रामकता के रूप में ब्रांड किया गया, जो समूह को फिलिस्तीनी लोगों के लिए अपना समर्थन छोड़ने के लिए मजबूर करने के लिए बनाया गया हेै.

अमेरिका और ब्रिटेन की सेनाओं ने शुक्रवार को सना, होदेइदाह, ताइज, सादा, हज्जाह और धमार में 60 से अधिक ठिकानों पर दर्जनों हमले किए, जिसमें कमांड-एंड-कंट्रोल नोड्स, युद्ध सामग्री डिपो, लॉन्चिंग सिस्टम, उत्पादन सुविधाएं और वायु रक्षा पर हमला किया गया. लाल सागर में वाणिज्यिक और नौसेना जहाजों पर हौथी मिसाइल और ड्रोन हमलों के प्रतिशोध में रडार सिस्टम”.

हौथिस ने अमेरिका पर इजरायल से जुड़े जहाजों या इजरायल के लिए बाध्य जहाजों के खिलाफ अपने हमलों को रोकने के लिए मिलिशिया को मजबूर करने का प्रयास करने का आरोप लगाया है. इन कार्यों का उद्देश्य इजरायल को गाजा की नाकाबंदी को कम करने के लिए राजी करना है. राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि अमेरिका ने हौथिस के बारे में ईरान को एक निजी संदेश दिया है.

बिडेन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, हमने इसे निजी तौर पर वितरित किया और हमें विश्वास है कि हम अच्छी तरह से तैयार हैं. उधर यमन की वैध सरकार ने कहा कि उसके दो सैनिक पश्चिमी प्रांत होदेइदाह में हौथिस के साथ लड़ाई में मारे गए.हौथियों ने शुक्रवार को हमला करने से पहले होदेइदाह के हेज जिले में यमनी सरकार की सेना पर गोलाबारी की, जिससे भारी झड़प हुई जिसमें दो सरकारी सैनिक और कई हौथी मारे गए.

अप्रैल 2022 में संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से संघर्ष विराम लागू होने के बाद से यमन के युद्धक्षेत्रों में शत्रुता काफी हद तक कम हो गई है.