हिजाब के खिलाफ तंजीमा मोरानी जयपुर में, तिरंगा गर्ल को कौन इस्तेमाल कर रहा मुसलमानों के खिलाफ ?
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो, जयपुर
जयपुर के एक भाजपा विधायक द्वारा हिजाब को लेकर विवादास्पद बोल बोलने पर जब राजस्थान की मुस्लिम छात्राएं भड़की हुई हैं तो अचानक अहमदाबाद की तिरंगा गर्ल तंजीमा मेरानी इसके विरोध में सड़कों पर उतर आई हैं. उन्होंने अपने पिता के साथ हिजाब के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया है. यही नहीं वो मीडिया में हिजाब को लेकर कई तरह के तर्क भी दे रही हैं.
सवाल है, वह अचानक हिजाब के विरोध में अहमदाबाद से जयपुर कैसे प्रकट हुईं ? उन्हंे और उनके पिता को हिजाब का विरोध करने जयपुर कौन लाया ? इसके पीछे मंशा क्या है ? क्या हिजाब का विरोध करने वाली राजस्थान में कोई मुस्लिम लड़की नहीं है ?
दरअसल, ऐसे सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्यों कि कोई है जो तिरंगा गर्ल से चर्चित तंजीमा मेरानी को मुस्लिम मुददों को उठाए जाने पर उसके खिलाफ हर बार मैदान में उतार देता है. क्या इसकी पीछे मुस्लिम मुददों को बेमानी साबित करने की मंशा है ?
तिरंगा गर्ल तंजीमा मेरानी ने कोई एक बार ऐसा नहीं किया है. सीएए, एनआरसी, यूसीसी का मुद्दा हो या जेएनयू में तिरंगा फहराने का मामला, अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वो तुरंत पहुंच जाती हैं. अक्सर ऐसा तभी होता है, जब पीठ पर किसी ‘बड़े’ का हाथ हो. किसी काॅलेज गर्ल को ऐसा हौसला सियासत का साथ मिलने पर ही आता है. सवाल है कि उसे आग रखकर कौन सियासी लाभ चाहता है ?
वैसे, याद दिला दूं कि तिरंगा गर्ल तंजीमा मेरानी तब सुर्खियों में आईं जब वह श्रीनगर के लाल चैक पर तिरंगा फहराने के लिए अहमदाबाद से निकलीं. यह घटना छह साल पुरानी है. दैनिक भास्कर की एक खबर के अनुसार, उस समय वह अहमदाबाद के न्यू ट्यूलिप इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा थीं. यानी यह बात अनुच्छेद 370 हटने से पहले की है. तब लाल चैक पर तिरंगा फहराना एक खास संगठन और उससे जुड़ी पार्टी का मुख्य एजेंडा हुआ करता था. यहीं से तिरंगा गर्ल तंजीमा मेरानी की गतिविधियों पर शक की गुंजाइश बनती है.
13 year old Tanzeem Merani from Ahmedabad says she will be going to Lal Chowk in Srinagar to unfurl the tricolour pic.twitter.com/BMjxvl6C19
— ANI (@ANI) August 10, 2016
तिरंगा फहराना अच्छी बात है. लाल चैक पर फहराना भी उसी तरह है, जैसे देश के अन्य हिस्से में. मगर तंजीमा मेरानी को इसके लिए जिस तरह की तवज्जो मिली वह काबिल-ए-गौर है. वो जब अहमदाबाद से लाल चैक के लिए निकली थी तो मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 900 स्कूली छात्राएं उससे विदाई देने आई थीं. जाहिर है, तब तंजीमा मेरानी के इस काम को कोई बहुत बड़ा बनाकर पेश कर रहा था ?
हालांकि, हिजाब के खिलाफ जयपुर में उनकी गतिविधियों को कोई खास अहमियत नहीं मिल रही है. जयपुर से मिली रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी जयपुर में हिजाब को लेकर मुद्दा गरमाता जा रहा है. हवामहल से विधायक बालमुकुंदाचार्य के गणतन्त्र दिवस पर एक सरकारी स्कूल में हिजाब को लेकर दिये बयान के बाद हिजाब मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है. एक तरफ मुस्लिम समाज की छात्राएं हिजाब की वकालत कर रही हैं , दूसरी और राजधानी जयपुर के सांगानेर की रहने वाली एक लड़की और इसके पिता हिजाब बैन की मांग कर रहे हैं. मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाली तिरंगा गर्ल के नाम से मशहूर अहमदाबाद की रहने वाली तंजीम मेरानी जयपुर में अपने पिता के साथ अनशन पर बैठी हैं. लाल चौक पर तिरंगा फहराने वाली तंज़ीम हिजाब की खिलाफत कर रही हैं.
‘स्कूल शिक्षा के लिए जाए’
बता दें कि वह तीन दिनों से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर में अनशन पर बैठी हैं. तंज़ीम मेरानी का कहना है कि शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा के लिए जाते हैं, न कि धर्म का प्रचार करने के लिए. इसलिए स्कूल-कॉलेज में हिजाब पर पाबंदी चाहिए. धमकियों से डर नहीं. पहले भी कई फतवे जारी हुए लेकिन शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर पूर्ण प्रतिबंध के साथ नागरिकता संशोधन कानून और समान नागरिक संहिता को जल्द लागू करने तक आंदोलन जारी रहेगा.
पिता बोले- ‘हिजाब गलत’
तंजीम ने कहना है कि मैं मुस्लिम समाज से आती हूं. इसका मतलब यह नहीं कि मैं स्कूल-कॉलेज और सरकारी दफ्तरों में हिजाब पहनूं. राजस्थान से हिजाब के खिलाफ आंदोलन शुरू किया है जो पूरे देश में चलेगा. उनके पिता अमीर मेरानी ने बताया कि जो गलत है, वो गलत है.
उन्होंने कहा कि तंजीम के खिलाफ कई फतवे जारी हुए, लेकिन डरने से बदलाव नहीं आएगा. इसलिए वो भी अपनी बेटी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर डटे हुए हैं.
क्या था मामला
दरअसल बीते दिनो जयपुर के एक सरकारी स्कूल के अंदर का वीडियो वायरल हुआ था है, जहां हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य द्वारा हिजाब को लेकर टिप्पणी के बाद मुस्लिम छात्राओं का विरोध शुरू हो गया था . विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बाबा बालमुकुंद आचार्य ने भारत माता की जय और सरस्वती माता की जय के नारे लगाए थे. इस दौरान कुछ छात्राओं द्वारा नारा नहीं लगाए जाने पर बालमुकुंद आचार्य ने नाराजगी जाहिर करते हुए हिजाब पर टिप्पणी कर डाली.
शिक्षा मंत्री ने रिपोर्ट की तलब
सूत्रों के हवाले से खबर है कि ‘हिजाब प्रकरण’ उठने के बाद सूबे के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर भी एक्शन मोड पर आ गए हैं. उन्होंने अपने विभाग से दूसरे राज्यों में हिजाब बैन के स्टेटस और राजस्थान में इसके प्रभावों को लेकर रिपोर्ट तलब कर ली है. मंत्री के निर्देश के बाद शिक्षा विभाग पर उच्च स्तर पर अफसर अब हिजाब बैन मामले में रिपोर्ट तैयार करने में जुट गए हैं।गौरतलब है कि भजनलाल शर्मा सरकार के हालिया शिक्षा मंत्री मदन दिलावर शैक्षणिक संस्थाओं में हिजाब बैन की पैरवी खुद कई बार कर चुके हैं.
मंत्री बनने से पूर्व दिए अपने बयानों में दिलावर अपनी प्रतिक्रिया में कह चुके हैं कि धार्मिक पोशाक पहनकर स्कूल और कॉलेज में जाना सही नहीं है. स्कूल और कॉलेज में जो ड्रेस कोड हों, सभी छात्रों को वही पहनकर जाना चाहिए। देश में षड्यंत्र पैदा करने के लिए इस तरह की कोशिश की जा रही है.