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अली मौला-पंडित धीरेंद्र शास्त्री विवाद में क्यों आया मुरारी बापू का नाम ?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री के मौला अली के संदर्भ मंे आपत्तिजनक बातें कहने से उठा विवाद इतना आगे बढ़ चुका है कि इस मामले मंे अब गुजरात के चर्चित कथावाचक मुरारी बापू का भी नाम सामने आया है.पंडित धीरेंद्र शास्त्री को नसीहत देने के लिए कुछ उलेमा मुरारी बापू से सीख लेने की सलाह दे रहे हैं. इस मामले में शिया आलिम मौलाना हुसैनी ने अपने एक बयान में कहा-‘‘ छोटे जुमले वही बोलता है जिसके पास इल्म की कमी हो. आपने यह बोल कर यह नहीं बताया कि आपकी उम्र कम है, आपने यह भी बताया कि आपकी इल्म कम है.’’

वह आगे कहते हैं-‘‘अगर आपको अली के बारे में पूछना है कि अली कौन हैं तो अली वालों से न पूछनें. गुजरात में एक शहर है महुआ. वहां एक साहब बैठते हैं जिन्हें मुरारी बापू कहा जाता है. जब वह अपनी कथा का आगाज करते हैं तो अली-अली से करते हैं.‘‘

मौला अली को लेकर फेसबुक पर मौजूद एक वीडियो में मुरारी बापू बोलते दिख रहे हैं-‘‘ मैं संकीर्तन कराता हूं तो बीच-बीच में हरि बोल, हरि बोल, अली मौला, अली मौला बोलाता हंू तो पूरी सभा अली मौला, अली मौला करती है.’’मुरारी बापू इसी वीडियो मंे आगे कहते दिखतेे हैं-‘‘कई धर्म गुरू ने मुझ से कहा कि आप हरि बोल के साथ अली मौला क्यों लाते हैं. मैंने कहा, लाता नहीं हूं, अली मौला मुझ से बोल रहा है.’’

वह कहते हैं, ‘‘ मैं दुनिया को या इस्लाम जगत को खुश करने के लिए अली मौला नहीं बोलूंगा. आपको खुश करने से मुझे क्या मिलेगा. मुझे क्या इससे लेना देना. मुझे किसी की दाढ़ी में हाथ नहीं डालना. मेरी खुद की दाढ़ी है. कुछ क्षेत्रों के लोग हिंदू-मुस्लिम को खुश करके अपना काम निकालना चाहते हैं. ऐसा आदमी मैं नहीं हूं. मैं साधू हूं और तुम्हारी बोली में मैं फकीर भी हूं.’’

दरअसल, कुछ कट्टरपंथी एक बार मुरारी बापू को अली मौला बोलने पर विवादों में घसीट चुके हैं. ऐसी सोंच को बढ़ावा देने वाली वेबसाइट ओप इंडिया ने ( 13 June, 2020) इसपर एक लंबा चैड़ा लेख छाप दिया था. इस लेख में कहा गया था-

हद तो तब हो गई जब ‘संघी स्नीपर’ जैसे ट्वीटर हैंडलर ने मुरारी बापू को अपमानित करने के लिए यह तक कहना शुरू कर दिया-क्या मोरारी बापू की बेटी की शादी मिया भाई से नहीं हुई है और मोरारी बापू राम करहा में अली मौला करते हैं . चाहते हैं कि हिंदू गोमांस खाने वाले मुसलमानों के साथ रोटी बेटी का रिश्ता रखें .

इसपर 2016 में दिल्ली के राजघाट पर आयोजित एक सर्वधर्म सभा में मुरारी बापू को सफाई देनी पड़ी. हालांकि उन्हांेने वहां भी अपने संकीर्तन मंे केवल हरि या अली मौला का नाम नहीं, भगवान महावरी, भगवान बुद्ध, वाहे गुरू का भी नाम लिया.‘‘

इसपर सफाई देने के लिए मुरारी बापू के एक समर्थक ने यूट्यूब पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह अफसोस जताते हुए कहते हैं-‘‘ कुछ लोगों ने जानबूझ कर 30 सेकंड का वीडियो वायरल का बखेड़ा खड़ा कर दिया.’’ हालांकि, इसी कार्यक्रम में मुरारी बापू ने संकेत दिए कि तमाम विवादों, आलोचनाओं के बावजूद वह अली मौला का नाम लेते रहेंगेे. मुरारी बापू को सूफियाना कव्वाली और शायरी भी बहुत पसंद है. अक्सर उनके आश्रम में इसकी महफिलें जमती रहती हैं.

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