Politics

लोकसभा चुनाव 2024: क्या बीजेपी इसलिए नहीं चाहती कि मुस्लिम मुद्दों पर हो चर्चा

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

क्या बीजेपी नहीं चाहती कि लोकसभा चुनाव मंे मुसलमानों के मसले पर कोई चर्चा हो ? ऐसा हुआ तो उसे नुकसान हो सकता है ? क्या इस लिए बीजेपी, कांग्रेस के घोषणा पत्र को मुस्लिम लीगी बताकर खारिज कर रही है ? दरअसल, आज यह सवाल इसलिए अहम हो गए हैं, क्यों कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में अल्पसंख्यकों के हवाले से कई मसलों पर जोर दिया है. यहां तक कि बीजेपी की केंद्र सरकार ने मुस्लिम छात्रों को मिलने वाली जिस स्काॅलरशिप को बंद किया है, कांग्रेस ने सत्ता में आने पर उसे बहाल करने का भरोसा दिलाया है.

इस स्काॅलरशिप की मदद से अल्पसंख्यक छात्र, खास कर मुसलमान विदेश पढ़ने जाते थे. स्मृति ईरानी के अल्पसंख्यक मामले की मंत्री बनने के साथ ही इसे बंद कर दिया गया. इस मामले में मुस्लिम संगठन सरकार के प्रति भारी विरोध जता चुके हैं. इससे गरीब और पसमांदा मुसलमान अधिक लाभान्वित हो रहे थे.

कांग्रेस के घोषणा पत्र मंे उत्तराखंड की बीजेपी सरकार की तरफ इशारा करते हुए विवाह, उत्तराधिकारी, विरासत, गोद लेने को लेकर बनाए गए कानून की समीक्षा का वादा किया है. बता दें कि उत्तराखंउ में हाल में समान नागरिकता कानून बनाकर मुसलमानों के शरिया कानून को प्रतिबंधित की गई है.

कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में आतंकवाद के खत्मे के लिए पड़ोसी देशों से रिश्ते सुधारने पर जोर दिए हैं. इसके इतर पिछले 10 वर्षों में भारत-पाकिस्तान और भारत-चीन रिश्ते सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं. एक समय तो नेपाल तक भारत को आंख दिखाने लगा था. जबकि अभी बांग्लादेश में भारतीय उत्पाद का विरोध करने के लिए आंदोलन चलाया जा रहा है.

कांग्रेस के घोषणा पत्र को बीजेपी द्वारा मुस्लिम लीगी कहने की वजह यह भी हो सकती है.कांग्रेस ने 9 बिंदुओं को लेकर अल्पसंख्यकों पर अलग से बात की है. इसके पहले प्वाइंट में ही ‘संविधान के अनुच्छेद 15,16,25,28,29 और 30 के तहत अल्पसंख्यकों को मिलने वाले अधिकारों का आदर करने और उन्हें बरकरार रखने की वकालत की गई है. बीजेपी की नीति इसके अलग है. वह समानता की बात कहकर अल्पसंख्यकों सारे अधिकारी खत्म करने के प्रयास में है.

इस घोषणा पत्र को लेकर बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस मुस्लिम लीग से अपने रिश्ते को छुपाना चाहती, पर मेनेफेस्टो पर मुस्लिम लीग की छाप है. इसपर कांग्रेस नेता अल्वी कहते हैं, ‘‘इसमें छुपाने वाली क्या बात है. केरल में कांग्रेस का मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन है.’’दोनों वहां सरकार मंे भी रहे हैं. हद यह कि कांग्रेस के घोषणा पत्र को मुस्लिम लीगी बताकर चुनावी सभा में नरेंद्र मोदी भी हमला कर रहे हैं.

कांग्रेस के घोषणापत्र में मुस्लिम लीग हावी : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई लड़ने वाली कांग्रेस तो दशकों पहले ही समाप्त हो चुकी है. कांग्रेस के घोषणापत्र में पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को सहारनपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे.

इस दौरान उन्होंने कहा कि अब जो कांग्रेस बची है, उसके पास न देश हित में नीतियां हैं और न ही राष्ट्रनिर्माण का विजन. कल कांग्रेस ने जिस तरह का घोषणापत्र जारी किया है, उससे साबित हो गया है कि आज की कांग्रेस, आज के भारत की आशाओं-आकांक्षाओं से पूरी तरह कट चुकी है.

कांग्रेस के घोषणापत्र में वही सोच झलकती है, जो आजादी के आंदोलन के समय मुस्लिम लीग में थी. कांग्रेस के घोषणापत्र में पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप है और इसका जो कुछ हिस्सा बचा रह गया, उसमें वामपंथी पूरी तरह हावी हो चुके हैं। कांग्रेस इसमें दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती.

उन्होंने कहा कि अब हम भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के मिशन में जुटे हैं.दूसरी तरफ हमारे विरोधी सत्ता पाने के लिए तड़प रहे हैं. मैं देश का पहला ऐसा चुनाव देख रहा हूं, जहां विपक्ष जीत का दावा नहीं कर रहा है, बल्कि विपक्ष केवल इसलिए चुनाव लड़ रहा है, ताकि भाजपा की सीटें 370 से कम की जा सकें और एनडीए की सीटें 400 से कम की जा सकें.

पीएम मोदी ने कहा कि आपको याद होगा, यहां उत्तर प्रदेश में दो लड़कों की जो फिल्म पिछली बार फ्लॉप हो चुकी है, उन दो लड़कों की फिल्म को इन लोगों ने फिर से रिलीज किया है. मुझे समझ नहीं आता कि काठ की इस हांडी को ये विपक्षी गठबंधन वाले कितनी बार चढ़ाएंगे.

मोदी ने कहा कि सपा की स्थिति तो ये है कि यहां उन्हें हर घन्टे अपने उम्मीदवार बदलने पड़ रहे हैं. कांग्रेस की स्थिति तो और भी विचित्र है, कांग्रेस को तो उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे. जिन सीटों को कांग्रेस अपना गढ़ मानती थी, वहां भी उसे उम्मीदवार उतारने की हिम्मत ही नहीं हो रही है.

यानी इंडी गठबंधन अस्थिरता और अनिश्चितता का दूसरा नाम बन चुका है। इसलिए देश आज उनकी एक भी बात को गंभीरता से नहीं ले रहा है.पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस जितने साल सत्ता में रही, उसने कमीशन खाने को प्राथमिकता दी। ये विपक्षी गठबंधन भी कमीशन के लिए है। जबकि एनडीए, मोदी सरकार मिशन के लिए है.

पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा देश के हर नागरिक की परेशानी कम कर रही है. हर किसी के लिए नए अवसर बना रही है. सहारनपुर की लकड़ी की नक्काशी और यहां के लोगों के कौशल की ख्याति तो दूर-दूर तक है, इसलिए योगी जी हों या मोदी, हमें आपका ध्यान है. इसलिए हम दोनों एक बात बार-बार बोलते हैं, वोकल फॉर लोकल। भारत को एक मजबूत देश बनाना भाजपा की प्रतिबद्धता है.

उन्होंने कहा कि अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर, चुनावी घोषणा नहीं, बल्कि हमारा मिशन रहा है. इस वर्ष रामनवमी में हमारे प्रभु राम टेंट में नहीं, बल्कि भव्य मंदिर में दर्शन देंगे.पीएम मोदी ने कहा, पिछले 10 साल से हमारी सरकार लगातार अपने किसान भाइयों के लिए काम कर रही है. किसान की छोटी-छोटी जरूरत को लेकर हमारी सरकार संवेदनशील है. आज देश में छोटे किसानों की पीएम किसान निधि के जरिये मदद की जा रही है.