ईरानी राष्ट्रपति अयातुल्ला इब्राहिम रायसी के निधन पर जमियत उलेमा-ए-हिंद और जमाअत-ए-इस्लामी हिंद ने जताया शोक
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
जमियत उलेमा ए हिंद और जमाअत-ए-इस्लामी हिंद ने अलग-अलग बयान जारी कर हैलीकाप्टर दुर्घटना में ईरान के राष्ट्रपति और उनके आठ अन्य साथियों की मौत पर शोक व्यक्त किया है.जमियत उलेमा ए हिंद के मौलाना महमूद ए. मदनी ने ईरान के राष्ट्रपति और उनके आठ अन्य साथियों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया.
कहा, अल्लाह उन्हें अपनी दया से ढक दे. उन पर अपनी कृपा प्रदान करे. ईरानी लोग दृढ़ संकल्प के साथ इस कठिन परीक्षा पर विजय प्राप्त करें. जमाअत-ए-इस्लामी हिन्द के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुस्सैनी ने वरज़कान में ईरान के इस्लामी गणराज्य के राष्ट्रपति – डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुललहियान और उनके साथ अधिकारियों के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दुखद निधन पर ईरान के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है.
मीडिया को जारी एक बयान में, जमाअत के अध्यक्ष ने दिवंगत ईरानी राष्ट्रपति को खिराजे अक़ीदत (श्रद्धांजलि) पेश करते हुए कहा, “डॉ रईसी का निधन न केवल ईरानियों बल्कि पूरे मुस्लिम समुदाय के लिए एक गहरी क्षति है.
दुख की इस घड़ी में हम ईरान के लोगों के साथ खड़े हैं. डॉ. रईसी एक दृढ़ राजनेता थे जिन्होंने रोजमर्रा के शासन तंत्र में लोगों के हितों को बनाए रखने के लिए कई कठोर निर्णय लिए. उनके राष्ट्रपतित्व को उन पश्चिमी शक्तियों के खिलाफ सराहनीय प्रतिरोध द्वारा चिह्नित किया गया जो आर्थिक शोषण के लिए अन्य देशों को अपने अधीन करने की इच्छा रखते हैं.
फ़िलिस्तीनी मुद्दे के प्रति उनके दृढ़ समर्थन और फ़िलिस्तीन में ज़ायोनी उपनिवेशवाद और अत्याचारों के ख़िलाफ़ प्रतिरोध के लिए भी उन्हें याद किया जाएगा.”ईरान के पूर्व राष्ट्रपति की भूमिका की सराहना करते हुए सैयद सआदतुल्लाह कहा, “डॉ रईसी ने भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में एक उत्कृष्ट योगदान दिया.
उन्होंने चाबहार बंदरगाह के विकास और संचालन के लिए भारत के साथ 10 साल के समझौते पर मुहर लगाने में अग्रणी भूमिका निभाई. यह सौदा इस्लामिक रिपब्लिक के साथ बुनियादी ढांचे और व्यापार साझेदारी को अगले स्तर पर ले गया है और यह दोनों देशों के लोगों के साथ-साथ पूरे क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा। भारत में ईरान के सभी मित्र उन्हें सचमुच याद करेंगे.”जमाअत के अध्यक्ष ने ईश्वर से डॉ रईसी और उनके परिवार के लिए शांति, दया और सांत्वना की प्रार्थना की.