हज 2024: 34 दिनों में 1.39 लाख भारतीयों ने किया मक्का का सफर, सेवा में 1238 मेडिकल और सहायक स्टाफ
Table of Contents
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
हज 2024 के लिए भारतीय हज यात्रियों की आखिरी उड़ान कन्नूर और चेन्नई से मक्का पहुंच गई है.इससे पहले, मुंबई, अहमदाबाद और कालीकट से आखिरी उड़ानें 9 जून को रवाना हुई थीं। हज यात्रियों की पहली उड़ान 8 मई को हैदराबाद से रवाना हुई थी.
34 दिनों में 471 उड़ानों से 1,39,962 भारतीय हज यात्री सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का पहुंच चुके हैं. इन यात्रियों की सेवा के लिए भारतीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय और हज कमेटी ऑफ इंडिया द्वारा 1238 डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, कोऑर्डिनेटर, सहायक हज अधिकारी, हज सहायक और खादिम-उल-हुज्जाज मौजूद हैं. इसके अलावा, भारतीय दूतावास और सी. जी. आई. के कर्मचारी भी चौबीसों घंटे हज यात्रियों की सेवा में लगे हुए हैं।
हज कमेटी ऑफ इंडिया के सीईओ और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय में निदेशक डॉ. लियाकत अली अफ़ाक़ी, जो वर्तमान में सभी एंबार्गेशन प्वाइंट्स के प्रदर्शन की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं, ने कहा कि हज 2024 को सुविधाओं से भरपूर और सुगम बनाने के लिए भारतीय हज कमेटी ने हर स्तर पर शुरुआती प्रयास किए हैं.
जिसका नतीजा यह हुआ कि भारत से सऊदी अरब तक की पूरी हज यात्रा के दौरान एक-दो आकस्मिक दुर्घटनाओं को छोड़कर किसी भी हज यात्री को कोई परेशानी नहीं हुई। डॉ. अफ़ाक़ी ने बताया कि हज 2024 एक आदर्श हज है, जैसा कि हज यात्रियों की संतुष्टि से साबित होता है.
First flight of Indian Haj Piligrims arrives in Madinah, receives a warm reception !!!
— Indian Haj Pilgrims Office (@hajmission) May 9, 2024
Ambassador of India to Saudi Arabia Dr. Suhel Ajaz Khan and Consul General Mohd. Shahid Alam @Shahid_IFS, along with the rest of Team_India managing Haj 2024 operations, heartily welcomed the… pic.twitter.com/tnczN0ncxQ
मुंबई का सबसे बड़ा एंबार्गेशन प्वाइंट
मुंबई एंबार्गेशन प्वाइंट से महाराष्ट्र और अन्य राज्यों के लगभग 33,000 हज यात्री रवाना हुए. इसका नेतृत्व और पर्यवेक्षण हज कमेटी ऑफ इंडिया के सीईओ डॉ. लियाकत अली अफ़ाक़ी और डिप्टी सीईओ नज़ीम अहमद ने किया.
सेवा के लिए तैनात कर्मचारी
हज कमेटी ऑफ इंडिया के लगभग 200 अधिकारी, कर्मचारी और सेवाकर्मी, संगठनों के 150 सेवक हज हाउस से हवाई अड्डे तक उड़ान बुकिंग, टिकट, पासपोर्ट वितरण, हज यात्रियों के आवास, सामान की लोडिंग और अनलोडिंग, बस सेवा और अन्य सेवाएँ देने में व्यस्त रहे.
ठहरने की व्यवस्था
हज यात्रियों के ठहरने के लिए हज हाउस, तमिलनाडु हज हाउस, कर्नाटक हज हाउस, मुस्लिम मुसाफिर खाना और अंजुमन में सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ आवास की व्यवस्था की गई. यहाँ लगभग 20 से 22 हजार हज यात्री रुके.
यातायात व्यवस्था
हज यात्रियों और उनके सामान को हवाई अड्डे तक पहुंचाने के लिए 300 से अधिक बसों और 150 ट्रकों का उपयोग किया गया.
हवाई अड्डे पर सहायता
मुंबई एयरपोर्ट पर 54 स्टाफ सदस्यों और 45 स्वयंसेवकों को एयरपोर्ट पास दिए गए, जो हर उड़ान पर हज यात्रियों की देखभाल और सेवा करने के लिए मौजूद रहे.
सरकारी निगरानी
भारत सरकार के अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव सी. पी. एस. बख्शी ने भी हज के मामलों पर नजर रखी और श्रीनगर पहुंचकर हज यात्रियों को शुभकामनाओं के साथ विदा किया.
ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा
इस वर्ष हज यात्रियों को उड़ान बुकिंग में विशेष सुविधा दी गई। जिन हज यात्रियों ने ऑनलाइन बुकिंग की थी, उन्होंने उड़ान से छह घंटे पहले हवाई अड्डे पर अपना पासपोर्ट प्राप्त किया.इस प्रकार, हज 2024 को सुविधाजनक और सुरक्षित बनाने के लिए हज कमेटी ऑफ इंडिया और अन्य संबंधित अधिकारियों ने हर संभव प्रयास किए हैं.
ALSO READ
World Bicycle Day हज यात्रा: पैदल, साइकिल से यात्रा, हर मुस्लिम का हौसला !
हज यात्रियों के लिए सऊदी अरब की पहल: यूवी छतरियां और नए स्वास्थ्य नियम
हज 2024 को लेकर मस्जिद अल हरम और नबवी के इमामों के शेडयूल में किया गया बदलाव