IICC elections: : आरएसएस से संबंध और सिराज कुरैशी की संगत से डॉ. तालिकोटी पर हमले तेज
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
अब जब के इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर के कार्यकारिणी के चुनाव में एक पखवाड़े से भी कम रह गया है, प्रत्याशियों के हमले विरोधियों पर तेज हो गए हैं. प्रचार के दौरान सबसे ज्यादा हमला अपने पैनल के साथ आईआईसीसी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे कैंसर विशेषज्ञ डाॅ तालिकोटी पर हो रहा है. चुनाव में उन्हें आरएसएस और आईआईसीसी के निवर्तमान अध्यक्ष सिराज कुरैशी से संबंध भारी पड़ रहा है.
उल्लेखनीय है कि डाॅ तालिकोटी आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार द्वारा संचालित राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा के वरिष्ठ पदाधिकारी हैं. इसके अलावा वह खुद कई मौके पर आरएसएस के नेताआंे से रिश्ते की बात कबूल कर चुके हैं. जब कि निवर्तमान अध्यक्ष सिराज कुरैशी पर कई गंभीर आरोप हैं. सिरोज कुरैशी डाॅ तालिकोटी के पैनल से चुनाव लड़ रहे हैं.
तालिकोटी के विरोधी प्रचार के दौरान उन्हें ‘हाफ पैंटी’ बताकर उनका विरोध कर रहे हैं. अपने पैनल के साथ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे आसिफ हबीक के समर्थक ‘फरीदी एसोसिएशन ’ ने वाट्सअप ग्रुप पर एक पोस्टर साझा किया है, जिसमें लिखा है-‘सेव आईआईसीसी फ्राम हाफ पैंट, हाफ टर्म.’
पैनल के साथ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे पूर्व सीनियर आईएएस अफजल अमानुल्लाह ने एक न्यूज आउट लेट्स को दिए इंटरव्यू में सिराज कुरैशी पर तीन सौ करोड़ का घुटाला करने का आरोप लगाया है. उन्हांेने बातचीत में कहा है कि जीतने के बाद वह सबसे पहले इसकी जांच कर श्वेत-पत्र जारी करेंगे और जो भी दोषी साबित होग उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.’’
इसके साथ ही अध्यक्ष पद के एक अन्य दावेदार एवं पूर्व आईआरएस अबरार अहमद ने कहा है कि आईआईसीसी के नियमानुसार, अध्यक्ष पद के लिए 75 वर्ष की उम्र सीमा निर्धारित है. इसके बावजूद सिराज कुरैशी बैक डोर से इस पद पर हावी होने की कोशिश कर रहे हैं. उनका कहना है कि डाॅ तालिकोटी व्यस्त डाॅक्टर हैं. वह सेंटर को समय नहीं दे पाएंगे, इसलिए सिराज कुरैशी को सदस्य के तौर पर अपने पैनल में शामिल किया है ताकि जीत दर्ज करने के बाद पर्दे के पीछे से वह आईआईसीसी की कमान संभाल सकें. सिराज कुरैशी की उम्र तकरीबन 80 के करीब बताई गई है.
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अबरार अहमद ने मीडिया से बातचीत में तालिकोटी के आरएसएस से संबंध होने पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि आरएसएस से उनके संबंध के चलते लोग उनका विरोध कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि एक पक्ष द्वारा सिराज कुरैशी पर कोर्ट में कई तरह के गंभीर आरोप लगाने के बाद ही 11 अगस्त को अदालत के सेवानिवृत जज की निगरानी में आईआईसीसी के चुनाव होने जा रहे हैं. सेवानिवृत जज ने ‘अयोग्य’ बताकर दो हजार सदस्यांे को चुनाव में वोटिंग से वंचित कर दिया है. चुनाव में अब केवल 2000 सदस्या ही वोट डाल पाएंगे. विपक्ष का कहना है कि सिराज कुरैशी ने हर पांच पर होने वाले चुनाव में अपनी कुर्सी बचाने के लिए दो हजार फर्जी सदस्य बना लिए थे. इनके बूते ही वह बीस वर्षों पर आईआईसीसी पर काबिज रहे.