इजरायली सेना का दक्षिणी लेबनान पर जमीनी आक्रमण, 95 की मौत
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,बेरूत/रियाद
इजरायली सेना ने मंगलवार को दक्षिणी लेबनान में एक जमीनी आक्रमण शुरू किया, जिसमें कम से कम 95 लोग मारे गए. इससे पहले, इजरायल ने बेरूत पर हवाई हमले किए थे. इजरायली सेना का कहना है कि यह अभियान हिजबुल्लाह के खिलाफ सटीक खुफिया जानकारी पर आधारित था. इसमें वायु सेना और तोपखाने की इकाइयों ने जमीनी सैनिकों का समर्थन किया.
लेबनान के गांव, जो इजरायली सीमा के पास स्थित हैं और इजरायली समुदायों के लिए तत्काल खतरा बने हुए थे. इजरायली सेना के मुख्य लक्ष्य बने। ऐता अल-शाब के निवासी गोलाबारी और सैन्य हवाई गतिविधियों की आवाज़ों की सूचना दे रहे हैं.
हिजबुल्लाह ने इस दौरान इजरायली सेना पर जवाबी हमले किए हैं. लेबनान की राजधानी बेरूत में सोमवार को इजरायली हमलों के बाद शहर में दहशत का माहौल है. लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए. सीदोन में, फिलिस्तीनी फतह आंदोलन की सैन्य शाखा के एक वरिष्ठ कमांडर मुनीर मकदा को निशाना बनाकर हमला किया गया, लेकिन उनके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है.
सीरिया में भी इजरायली हमलों के दौरान दमिश्क क्षेत्र में तीन लोगों की मौत हो गई। इजरायली हमलों की खबर को लेकर सीरियाई सरकारी मीडिया ने कहा कि हवाई सुरक्षा ने “शत्रुतापूर्ण लक्ष्यों” को रोका था.
अमेरिका ने इस अभियान की जानकारी इजरायल से प्राप्त की थी, जिसे “हिजबुल्लाह के बुनियादी ढांचे पर सीमित हमला” बताया गया है. वहीं, लेबनान की सेना ने अपनी दक्षिणी सीमा पर तैनात सैनिकों को फिर से संगठित किया है ताकि इजरायली हमलों का सामना किया जा सके.
ब्रिटेन और कनाडा ने अपने नागरिकों को लेबनान से निकालने की योजना की घोषणा की है, जबकि हिजबुल्लाह के उप नेता नईम कासिम ने कहा है कि उनके लड़ाके इजरायली जमीनी हमले का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
इजरायली हमलों के कारण लेबनान में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं.