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चंदा उगाही पर विवाद: धर्म के नाम पर जनता को गुमराह करने के आरोप

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,नई दिल्ली

मस्जिदों के नीचे मंदिर खोजने के नाम पर खुदाई और चंदा उगाही के विवाद ने हाल ही में एक नया मोड़ ले लिया है. इस मुद्दे पर वकील विष्णु शंकर जैन, पत्रकार से कार्यकर्ता बने पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ और मधु पूर्णिमा किश्वर के बीच गहरी खटास सामने आई है. तीनों खुद को हिंदुओं के अधिकारों और धार्मिक स्थलों की रक्षा का पैरोकार बताते हैं, लेकिन अब एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.

मधु पूर्णिमा किश्वर ने पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ पर धर्म के नाम पर चंदा उगाही कर जनता को ठगने का आरोप लगाया है. उन्होंने इस मामले में कई वीडियो और ट्वीट के जरिए सबूत पेश किए हैं.

मधु पूर्णिमा किश्वर ने पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ पर आरोप लगाया है कि वह हिंदुओं को उकसाकर 500 रुपये प्रति व्यक्ति चंदा एकत्र कर करोड़ों रुपये जमा करने की साजिश रच रहे हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ चंदा जमा करने के लिए हिंदुओं को ललकारते हुए नजर आ रहे हैं.

किश्वर का दावा है कि पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने काशी विश्वनाथ मंदिर की कानूनी लड़ाई के नाम पर 50 करोड़ रुपये की अपील की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “देखिए#MasterScamster_पुष्पेंद्रकुलश्रेष्ठ हर बारात का दूल्हा कैसे बन जाता है! यह व्यक्ति धर्म और देशभक्ति की आड़ में लोगों को ठगने का काम कर रहा है.”

विष्णु शंकर जैन का नाम घसीटने का मामला

मधु किश्वर ने आरोप लगाया कि पुष्पेंद्र ने वकील विष्णु शंकर जैन का नाम भी अपनी चंदा उगाही की अपील में घसीटा है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या जैन ने पुष्पेंद्र को इस तरह के फंड इकट्ठा करने की अनुमति दी है या यह बिना अनुमति के उनके नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं.

मधु किश्वर ने अपने ट्वीट में लिखा, “पुष्पेंद्र ने कहा कि विष्णु शंकर जैन इतने गरीब हैं कि उनके पास काशी जाने के लिए ट्रेन टिकट भी कन्फर्म नहीं होती. विष्णु जी, कृपया स्पष्ट करें, क्या यह सब आपकी जानकारी में हो रहा है?”

मधु किश्वर ने यह भी खुलासा किया कि पुष्पेंद्र पर पहले भी कई धोखाधड़ी के आरोप लग चुके हैं. उन्होंने दावा किया कि एक वृद्ध महिला ने अपनी सोने की अंगूठी और बीमा पॉलिसी तुड़वाकर पुष्पेंद्र को लाखों रुपये दिए थे. लेकिन पैसे लेने के बाद पुष्पेंद्र ने महिला से कोई संपर्क नहीं रखा, जिससे वह सदमे में चली गईं.

इसके अलावा, पुष्पेंद्र पर प्रेस क्लब में दो करोड़ रुपये की हेराफेरी का भी मामला दर्ज है. किश्वर ने लिखा, “पुष्पेंद्र ने लोगों की भावनाओं का शोषण करके करोड़ों रुपये कमाए हैं और विदेशी वेबसाइटों पर ‘हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल’ के तौर पर उनका नाम सूचीबद्ध है.”

विवाद का असर और हिंदू समाज में सवाल

इस विवाद ने हिंदू समाज के भीतर एक नई बहस छेड़ दी है. धर्म और धार्मिक स्थलों की रक्षा के नाम पर किए जा रहे अभियानों पर सवाल खड़े हो गए हैं. यह भी देखा जा रहा है कि धर्म के नाम पर चंदा उगाही के पीछे व्यक्तिगत स्वार्थ और भ्रष्टाचार कितना गहरा है.

आगे की राह

यह विवाद केवल चंदा उगाही तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हिंदू समाज के लिए एक आत्ममंथन का समय है. धर्म और आस्था के नाम पर जनता को गुमराह करने और निजी स्वार्थों को साधने वाले तत्वों की पहचान करना जरूरी है.

इस मामले में वकील विष्णु शंकर जैन और पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ की प्रतिक्रिया का इंतजार है. मधु पूर्णिमा किश्वर ने अपने सबूत सोशल मीडिया पर साझा कर दिए हैं, और अब यह देखना होगा कि यह विवाद कानूनी और सामाजिक स्तर पर किस दिशा में आगे बढ़ता है.