यूक्रेन-रूस युद्ध: 30 दिन के युद्धविराम पर सहमत कीव, अमेरिका देगा सैन्य और खुफिया सहायता
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो,जेद्दा/ रूस
यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ा कूटनीतिक कदम उठाते हुए, यूक्रेन और अमेरिका के बीच सऊदी अरब के जेद्दा में महत्वपूर्ण वार्ता हुई। इस वार्ता के बाद अमेरिका ने यूक्रेन को खुफिया जानकारी साझा करने और सैन्य सहायता फिर से शुरू करने की घोषणा की, जबकि यूक्रेन ने रूस के साथ 30-दिवसीय युद्धविराम लागू करने की सहमति जताई।
क्या हुआ जेद्दा वार्ता में?
इस वार्ता का आयोजन सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निर्देश पर किया गया था। इसमें अमेरिका और यूक्रेन के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में शामिल प्रमुख नेता:
🇺🇸 अमेरिका: विदेश मंत्री मार्को रुबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज
🇺🇦 यूक्रेन: राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक, विदेश मंत्री एंड्री सिबिहा, रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव
वार्ता के दौरान, अमेरिका ने संकेत दिया कि वह रूस के साथ युद्धविराम प्रस्ताव रखेगा। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा:
“हम क्रेमलिन को बताएंगे कि यूक्रेन युद्ध रोकने और बातचीत के लिए तैयार है। अब फैसला रूस को लेना है।”
यूक्रेन ने युद्धविराम पर दी सहमति
यूक्रेनी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह युद्धविराम रूस की सहमति और समवर्ती कार्यान्वयन पर निर्भर करेगा। यदि रूस इस प्रस्ताव को स्वीकार करता है, तो दोनों पक्ष 30 दिनों के लिए गोलीबारी रोक देंगे, और यह अवधि आपसी समझौते के आधार पर बढ़ाई भी जा सकती है।
अमेरिका ने फिर से शुरू की सैन्य सहायता और खुफिया साझेदारी
अमेरिकी सरकार ने यूक्रेन के लिए खुफिया जानकारी साझा करने पर लगी रोक हटाने और सुरक्षा सहायता फिर से शुरू करने का फैसला किया है। यह निर्णय पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन द्वारा शुरू की गई सैन्य मदद को बहाल करने का एक हिस्सा माना जा रहा है।
🔹 इससे पहले, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने रूस-यूक्रेन वार्ता को प्राथमिकता देने के लिए यूक्रेन की सैन्य सहायता अस्थायी रूप से रोक दी थी।
🔹 अब, अमेरिका ने यूक्रेन को रक्षा हथियारों, सैन्य प्रशिक्षण और जमीनी खुफिया जानकारी प्रदान करने की प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी है।
सऊदी अरब की भूमिका
सऊदी प्रेस एजेंसी (SPA) के अनुसार, यह वार्ता सऊदी अरब के वैश्विक शांति प्रयासों के तहत आयोजित की गई थी। सऊदी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के सम्मान की आवश्यकता पर जोर दिया।
“सऊदी अरब का मानना है कि शांति वार्ता ही संघर्ष समाधान का सबसे सफल तरीका है,” – सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान
सऊदी अरब ने इस वार्ता की मेजबानी कर यूक्रेन और अमेरिका के बीच सहयोग को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और यूक्रेन को दी जाने वाली मानवीय और विकास सहायता जारी रखने का वादा किया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की भूमिका
वार्ता से पहले, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने सऊदी अरब की एक संक्षिप्त यात्रा की और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की। इसके बाद वह यूक्रेनी वार्ता दल को निर्देश देकर तुरंत स्वदेश लौट गए।
रूस की संभावित प्रतिक्रिया
अब सवाल यह उठता है कि क्या रूस इस युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार करेगा?
📌 संभावनाएँ:
✔ रूस अगर इस प्रस्ताव को मानता है, तो यह शांति वार्ता की शुरुआत हो सकती है।
❌ अगर रूस इनकार करता है, तो अमेरिका यूक्रेन की सैन्य ताकत को और मजबूत करेगा, जिससे युद्ध लंबा खिंच सकता है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और प्रभाव
🌍 यूरोपीय संघ (EU): इस कदम का स्वागत करते हुए, यूरोपीय नेताओं ने शांति प्रयासों को सकारात्मक करार दिया।
🌍 संयुक्त राष्ट्र (UN): यूक्रेन संकट को हल करने के लिए सऊदी अरब की कूटनीतिक पहल की सराहना की।
🌍 चीन: अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन बीजिंग ने पहले रूस-यूक्रेन वार्ता में मध्यस्थता की पेशकश की थी।
निष्कर्ष
🔹 जेद्दा में हुई यह वार्ता रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।
🔹 अमेरिका का यूक्रेन को फिर से सैन्य और खुफिया सहायता देना, रूस के लिए एक सख्त संदेश माना जा रहा है।
🔹 अब यह देखना होगा कि रूस इस प्रस्ताव पर क्या प्रतिक्रिया देता है और क्या यह युद्धविराम स्थायी शांति की ओर एक बड़ा कदम बनेगा या नहीं।
👉 आपको क्या लगता है? क्या रूस इस युद्धविराम को मानेगा या संघर्ष जारी रहेगा? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं!