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कर्नाटक विधानसभा के पहले मुस्लिम अध्यक्ष यू.टी. खादर कौन हैं, क्यों तेज चलाते हैं बाइक ?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,बेंगलुरु

कर्नाटक की सियासत में एक नया अध्याय जुड़ गया. कर्नाटक विधानसभा के पहले मुस्लिम अध्यक्ष यू.टी. खादर नियुक्त किए गए हैं. उनका सर्वसम्मति से इस पद के लिए चयन किया गया. वो अच्छे खिलाड़ी, सम्मानित विधायक और अच्छे इंसान माने जाते हैं.

खादर को कर्नाटक विधानसभा का स्पीकर बनाए जाने से निश्चित की मुसलमान को मंत्री और उप-मुख्यमंत्री बनाने की भाजपा खेमा की ओर से विवादों के गुब्बारे में भरी जा रही हवा निकल गई. भाजपा समर्थित मुसलमानों का एक खेमा कांग्रेस के बहुमत मिलने के साथ ही इस विवाद को हवा दे रहा था.

कौन हैं यू टी खादर ?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और दक्षिण कन्नड़ जिले से पांच बार के विधायक यू.टी. खादर को बुधवार को सर्वसम्मति से कर्नाटक विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया. खादर कर्नाटक विधानमंडल के इतिहास में पहले मुस्लिम अध्यक्ष बने. मुख्यमंत्री सिद्दारमैया, विपक्षी दल के नेता बसवराज बोम्मई और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार खादर के साथ अध्यक्ष की पीठ तक गए.

53 वर्षीय खादर का नाम मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तावित किया गया था. भाजपा और जद (एस) ने अपने उम्मीदवारों को मैदान में नहीं उतारा, इसलिए उन्हें सर्वसम्मति से चुना गया.

सिद्दारमैया ने खादर की क्यों की तारीफ ?

सीएम सिद्दारमैया ने कहा, आपके पिता एक विधायक थे और आपने सदन में सदना वीरा पुरस्कार जीता था. हम सभी जानते हैं कि आप एक बहुत अच्छे विधायक हैं. स्पीकर की सीट पर बैठने वाले लोगों को पार्टी लाइन से हटकर काम करना चाहिए.

विधानसभा में वरिष्ठ के साथ युवा विधायक भी हैं. राज्य में ज्वलंत समस्याएं हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून और व्यवस्था को बनाए रखा जाना चाहिए और सात करोड़ कन्नड़ लोगों का कल्याण किया जाना चाहिए.

अगर कानून और व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की जाती है, तो कोई निवेश नहीं होगा. निवेश नहीं होगा तो उद्योग नहीं आएंगे. उद्योगों के अभाव में रोजगार का सृजन नहीं होगा. सब कुछ एक दूसरे पर निर्भर है. इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए.
रचनात्मक सुझाव देने होंगे. उन्होंने कहा कि चर्चा स्वस्थ होनी चाहिए और आपकी सीट को यह सुनिश्चित करना चाहिए.

बोम्मई ने की खादर की प्रशंसा

खादर को बधाई देते हुए पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि, आपके पास 20 साल का अनुभव है और आपने विधायक और मंत्री के रूप में काम किया है. आपने कभी धैर्य नहीं खोया है. आप विपक्षी दल के उपनेता रहे हैं. जो लोग कुर्सी पर बैठे हैं, उन्होंने कभी धैर्य नहीं खोया है. इसे ख्याति दिलाई. आपके कॉल और निर्णय पूरे सिस्टम को प्रभावित करेंगे. आपको संतुलित होना चाहिए.

संविधान में इस पद के लिए विशेष महत्व है. आपको निष्पक्ष तरीके से काम करना होगा. आप एक प्रगतिशील व्यक्ति हैं. आपने अपने निर्वाचन क्षेत्र और जिले में सभी समुदायों और धर्मों को साथ लिया है. आप राज्य में सभी लोगों को समान रूप से साथ ले सकते है. हमें विश्वास है कि आप सभी को साथ लेकर चलेंगे.

खादर एक मृदुभाषी राजनेता हैं, जो मंगलुरु (उलाल) निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार चुने गए. उन्होंने 2013 में सिद्दारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री, खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री के रूप में काम किया. उन्होंने राज्य विधानसभा में विपक्षी दल के उप नेता के रूप में भी काम किया.

किस खेल के खिलाड़ी हैं खादर ?

खादर ने श्री धर्मस्थल मंजूनाथेश्वर कॉलेज (एसडीएम) से बीए एलएलबी किया. उनको बाइकिंग और कार रेसिंग का शौक है. उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप में हिस्सा लिया. एक खेल प्रेमी, खादर जुनून के साथ क्रिकेट, फुटबॉल, वॉलीबॉल, हॉकी और टेनिस खेल खेलते हैं.

वह 1990 में एनएसयूआई के जिला महासचिव थे और उन्होंने 1994 से 1999 के बीच दक्षिण कन्नड़ जिला अध्यक्ष के रूप में एनएसयूआई की सेवा की. 1999 से 2001 तक खादर ने एनएसयूआई में राज्य उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया. वह 2008 में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के सचिव बने.

खादर को शाइनिंग इंडिया से क्यों किया गया पुरस्कृत ?

उन्होंने 2008 में अपने पिता की मृत्यु के बाद खाली हुई सीट का प्रतिनिधित्व किया और आज तक वे अपराजित हैं. 2008 से 2013 के कार्यकाल में विधायक के रूप में उनके प्रदर्शन के लिए उन्हें सदाना वीरा पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उन्हें सर्वश्रेष्ठ विधायक होने के लिए शाइनिंग इंडिया पुरस्कार भी दिया गया है.

सिद्दारमैया सरकार के तहत स्वास्थ्य मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने गुटखा पर प्रतिबंध लगा दिया. तालुक के सरकारी अस्पतालों में बाइक एंबुलेंस, डायलिसिस इकाइयां शुरू कीं और उन्हें सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य मंत्री का पुरस्कार भी मिला. उन्हें खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री के रूप में राशन कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और सरल बनाने के लिए भी जाना जाता है.