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भारत-दुबई व्यापार रिश्तों को मिली नई उड़ान, 2.3 अरब डॉलर का निवेश रिकॉर्ड

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,,मुंबई

भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के संबंधों में एक नया मुकाम उस समय देखने को मिला जब दुबई के क्राउन प्रिंस, उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने भारत की आधिकारिक यात्रा के तहत मुंबई में आयोजित “दुबई-भारत व्यापार मंच” में हिस्सा लिया। इस मंच पर दुबई के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि भारतीय कंपनियाँ दुबई को व्यापार के लिए क्यों तेजी से अपना रही हैं।

भारत बना दुबई में सबसे बड़ा निवेशक

2024 में दुबई को दुनिया में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के लिए शीर्ष गंतव्य घोषित किया गया, जिसमें भारत सबसे बड़ा स्रोत देश रहा। अकेले भारत की FDI हिस्सेदारी 21.5% रही और 276 परियोजनाओं में 2.3 बिलियन डॉलर का निवेश किया गया।

अब तक, 73,100 से अधिक भारतीय कंपनियां दुबई चैंबर ऑफ कॉमर्स में पंजीकृत हो चुकी हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि दुबई भारतीय व्यवसायों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बन चुका है।

क्या हैं दुबई की प्रमुख व्यापारिक विशेषताएं?

दुबई चैंबर्स के अंतरराष्ट्रीय संबंधों के उपाध्यक्ष सलेम अल शम्सी ने मंच पर कहा,

“दुबई में 27 विशेष मुक्त क्षेत्र हैं, जहां 100% विदेशी स्वामित्व की सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही हम व्यक्तिगत आयकर 0%, वैट 5% और कॉर्पोरेट टैक्स सिर्फ 9% रखते हैं — यह दुनियाभर के निवेशकों के लिए बेहद आकर्षक पैकेज है।”

अल शम्सी ने बताया कि दुबई का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 2023 की पहली तीन तिमाहियों में 3.1% की वृद्धि दर्ज की गई थी। साथ ही, दुबई आईएमडी प्रतिस्पर्धा सूचकांक में अंतरराष्ट्रीय व्यापार में तीसरे और अंतरराष्ट्रीय निवेश में 22वें स्थान पर है।

वैश्विक संपर्क में दुबई सबसे आगे

दुबई का भौगोलिक स्थान भी व्यापारिक दृष्टिकोण से अत्यंत रणनीतिक है।

  • 4 घंटे की उड़ान रेंज में दुनिया की आधी आबादी तक पहुंच
  • दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से प्रतिदिन 250 से अधिक उड़ानें
  • DP World के माध्यम से 74 वैश्विक बंदरगाहों का संचालन
  • भारत वर्ल्ड लॉजिस्टिक्स पासपोर्ट (WLP) का हिस्सा है, जिससे माल ढुलाई लागत में भारी कमी आती है और लॉजिस्टिक्स गति बढ़ती है।

आगे के अवसर और भारतीय कंपनियों के लिए संभावनाएं

भारतीय कंपनियों के लिए दुबई में प्रमुख क्षेत्रों में निवेश अवसर मौजूद हैं, जैसे:

  • दवा उद्योग
  • ऑटो पार्ट्स और वाहन निर्माण
  • फ्रोजन बीफ और उपभोक्ता उत्पाद
  • लॉजिस्टिक्स और मोबिलिटी टेक्नोलॉजी (ड्रोन, AI, रोबोटिक्स)

पीएम मोदी और शेख हमदान की मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली में शेख हमदान से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा की। पीएम मोदी ने कहा:

“यूएई के साथ हमारे रिश्ते विश्वास, परंपरा और साझे भविष्य की सोच पर आधारित हैं। व्यापार, ऊर्जा, रक्षा, शिक्षा और खेल — हर क्षेत्र में हम प्रगति कर रहे हैं।”

प्रधानमंत्री ने दुबई में रह रहे 4.3 मिलियन भारतीयों के कल्याण के लिए यूएई सरकार का आभार जताया।


🔑 मुख्य बिंदु (Key Highlights):

  • भारत दुबई में FDI का सबसे बड़ा स्रोत (21.5% हिस्सेदारी)
  • 73,100+ भारतीय कंपनियाँ दुबई में पंजीकृत
  • 0% व्यक्तिगत आयकर, 5% वैट, 9% कॉर्पोरेट टैक्स
  • 27 फ्री ज़ोन, वैश्विक हवाई और समुद्री संपर्क
  • पीएम मोदी और शेख हमदान की उच्चस्तरीय बैठक

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