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आतंकवाद, परमाणु और प्रॉक्सी वार: भारत-पाक रिश्तों में फिर छाया संकट

मुस्लिम नाउ ब्यूरो | नई दिल्ली

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को खतरनाक स्तर तक पहुँचा दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद भारतीय सरकार ने पाकिस्तान पर अप्रत्यक्ष रूप से आतंकियों को समर्थन देने का आरोप लगाया है, जिससे दोनों देशों के बीच एक बार फिर सैन्य टकराव की आशंका गहरा गई है।

भारत ने अपनाया आक्रामक रुख, पाकिस्तान पर बढ़ाया कूटनीतिक दबाव

भारत ने इस हमले के जवाब में कई रणनीतिक कदम उठाए हैं:

  • सीमा पर सैन्य तैनाती में वृद्धि
  • सिंधु जल संधि की समीक्षा
  • वीज़ा सेवाओं का निलंबन
  • समुद्री निगरानी बढ़ाई गई
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का सख्त बयान: “आतंकियों को ऐसी सज़ा देंगे जो कल्पना से भी परे होगी।”

भारत की सैन्य तैयारियों को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा भी चल रही है, जिसमें वायुसेना, थलसेना और नौसेना के समन्वय पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

पाकिस्तान की परमाणु धमकी और युद्ध का मनोवैज्ञानिक खेल

पाकिस्तानी मीडिया और सरकार की ओर से परमाणु हथियारों का परोक्ष रूप से ज़िक्र करके भारत को चेतावनी दी जा रही है। कुछ समाचार पत्रों ने यहां तक दावा किया कि यदि भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध हुआ तो:

  • 150 मिलियन लोग तत्काल मारे जा सकते हैं
  • करीब 3 अरब लोग अकाल और रेडिएशन से मर सकते हैं
  • पूरा दक्षिण एशिया और दुनिया भारी संकट में आ जाएगी

यह आंकड़े कोलोराडो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ब्रायन टून की रिसर्च पर आधारित हैं, जो बताते हैं कि एक सीमित परमाणु युद्ध भी वैश्विक तबाही ला सकता है।


भारत बनाम पाकिस्तान: सैन्य शक्ति की तुलना

दोनों देशों की सैन्य क्षमताओं की तुलना करते हुए यह स्पष्ट होता है कि भारत रणनीतिक, तकनीकी और आर्थिक मोर्चों पर पाकिस्तान से काफी आगे है।

1. जनसंख्या और मानव संसाधन

तत्वभारतपाकिस्तान
कुल जनसंख्या1.4 अरब24 करोड़
सैन्य सेवा योग्य6.5 करोड़1 करोड़

2. रक्षा बजट और आर्थिक ताकत

तत्वभारतपाकिस्तान
रक्षा बजट (2023-24)$73.8 अरब$6.34 अरब
GDP में हिस्सा~13%~18%

भारत न केवल अधिक रक्षा बजट वाला देश है, बल्कि हथियारों के स्वदेशी निर्माण में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।

3. सैन्य बल की संरचना

सैन्य घटकभारतपाकिस्तान
सक्रिय सैनिक14.4 लाख6.5 लाख
रिज़र्व बल11.5 लाखलगभग 5 लाख
अर्धसैनिक बल25 लाखलगभग 4 लाख

4. थलसेना और जमीनी ताकत

  • भारत: अर्जुन टैंक, भीष्म T-90, पिनाका, ब्रह्मोस, धनुष तोप आदि।
  • पाकिस्तान: अल-खालिद टैंक, चीन से मिली तकनीक, सीमित स्थानीय उत्पादन।

5. वायुसेना क्षमता

तत्वभारतपाकिस्तान
कुल विमान2,2291,470
लड़ाकू विमान600+479
प्रमुख विमानराफेल, सुखोई-30, तेजसJF-17, F-16, Mirage

भारतीय वायुसेना बेहतर एविएशन टेक्नोलॉजी और लॉजिस्टिक्स सपोर्ट से लैस है।

6. नौसेना शक्ति

तत्वभारतपाकिस्तान
युद्धपोत13075
पनडुब्बियां18 (परमाणु समेत)13
विमानवाहक पोत2 (INS विक्रांत, INS विक्रमादित्य)कोई नहीं

निष्कर्ष: कौन है आगे?

भारत अपने संसाधनों, जनशक्ति, सैन्य बजट, तकनीकी ताकत और अंतरराष्ट्रीय समर्थन के चलते पाकिस्तान से हर दृष्टि में आगे है। भारत की तीनों सेनाएं—थल, जल और वायु—हर मोर्चे पर पाकिस्तान पर भारी हैं। हालांकि, परमाणु हथियारों की मौजूदगी दोनों देशों को सीधे युद्ध से रोकती है।

क्या होगा आगे?

  • मनोवैज्ञानिक युद्ध अभी अपने चरम पर है
  • कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय दबाव की परीक्षा की घड़ी है
  • युद्ध की आशंका बनी हुई है, मगर प्रयास शांति के होने चाहिए

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