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वेटिकन में शांति और संवाद की नई शुरुआत, भारत और मुस्लिम वर्ल्ड लीग की भूमिका अहम

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,वेटिकन सिटी

वेटिकन सिटी में रविवार को एक ऐतिहासिक और बहु-धार्मिक सहभागिता के साथ पोप लियो XIV के आधिकारिक कार्यभार ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें वैश्विक धर्मगुरुओं और राजनयिकों की उपस्थिति ने इस क्षण को असाधारण बना दिया। इस समारोह में विशेष रूप से मुस्लिम वर्ल्ड लीग (MWL) के वैटिकन में सलाहकार और समन्वय आयुक्त डॉ. अब्दुलअज़ीज़ सरहान ने भाग लिया, जो अंतरधार्मिक संवाद में एक नई सकारात्मक लहर का संकेत माना जा रहा है।

🔹 पोप निवास में विशेष आमंत्रण

पोप लियो XIV ने डॉ. सरहान को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करते हुए उन्हें सोमवार, 19 मई को पोप निवास पर होने वाले विशेष स्वागत समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। यह कार्यक्रम विश्व के प्रमुख धर्मगुरुओं के प्रतिनिधियों के सम्मान में आयोजित किया जा रहा है, जहां अंतरधार्मिक सौहार्द, वैश्विक शांति और सहयोग के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

🔹 पोंटिफिकल काउंसिल के साथ बैठक: वैश्विक एकता पर चर्चा

समारोह के उपरांत, वेटिकन की पोंटिफिकल काउंसिल फॉर इंटररिलिजियस डायलॉग के अध्यक्ष एवं सदस्यों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक भी आयोजित की गई। इस बैठक में मुस्लिम वर्ल्ड लीग की वैश्विक भूमिका, शांति स्थापना में उसका योगदान, और धर्मों के बीच संवाद को लेकर भविष्य की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई। MWL द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए परिषद ने अंतरधार्मिक सहयोग की दिशा में इसे एक प्रेरणास्पद संगठन बताया।

🔸 भारत की उपस्थिति: हरिवंश और यानथुंगो पैटन का प्रतिनिधित्व

इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत की ओर से राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने प्रतिनिधित्व किया। उनके साथ नगालैंड के उपमुख्यमंत्री यानथुंगो पैटन भी उपस्थित थे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि समारोह के उपरांत भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने पोप लियो XIV से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और उन्हें भारत की ओर से शुभकामनाएं दीं।

हरिवंश की उपस्थिति से यह संकेत मिलता है कि भारत भी वैश्विक स्तर पर धार्मिक सौहार्द और समावेशिता को प्रोत्साहित करने वाले मंचों पर सक्रिय रूप से भागीदारी कर रहा है। भारतीय प्रतिनिधियों की यह भागीदारी वेटिकन के साथ भारत के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रिश्तों को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


🕊️ वैश्विक धर्मों के बीच पुल निर्माण की दिशा में एक कदम

पोप लियो XIV के उद्घाटन समारोह में मुस्लिम और हिन्दू प्रतिनिधियों की एक साथ उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि विश्व की विविध धार्मिक परंपराएं अब टकराव नहीं, संवाद और सहयोग की राह चुन रही हैं। मुस्लिम वर्ल्ड लीग और वेटिकन के बीच संवाद की यह पहल मध्य-पूर्व, यूरोप और एशिया के लिए भविष्य में धर्मनिरपेक्षता, सहिष्णुता और शांति का साझा रोडमैप तैयार कर सकती है।


📌 निष्कर्ष

डॉ. अब्दुलअज़ीज़ सरहान और हरिवंश की यह भागीदारी न केवल धर्मों के बीच संवाद को प्रोत्साहित करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि विश्व मंच पर मुस्लिम और भारतीय समुदाय दोनों धर्मनिरपेक्ष मूल्यों, संवाद और वैश्विक शांति की दिशा में प्रतिबद्ध हैं।

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