आजम खान की रिहाई के लिए राष्ट्रपति को खून से लिखा खत, कहा- राम रहीम को मिल सकती जमानत तो आजम को क्यों नहीं
उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता और सांसद आजम खान की रिहा करने के लिए रामपुर की एक महिला ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को खून से खत लिखा है. इस महिला समर्थक ने अपने खत में लिखा है- जब … राम रहीम को जमानत मिल सकती है तो आजम खां को क्यों नहीं.
बता दें कि सीतापुर जेल में बंद आजम खान व उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यहां हालत खराब होने पर आजम खान को बुधवार की रात आईसीयू में शिफ्ट किया गया. कोरोना से जंग जीतने को लेकर उनके संसदीय क्षेत्र रामपुर में समर्थक प्रार्थना कर रहे हैं तो कहीं गैर मुस्लिम उनके लिए रोजा रख रिहाई की दुआ भी मांग रहे हैं.
इतना ही नहीं अपने गृह क्षेत्र में लोकप्रियता के असल आजम की हैसियत रखने वाले आजम खान के लिए यज्ञ में आहुतियां देकर उनकी रिहाई की कामना की जा रही है.
इस कड़ी में पेशे से वकील विक्की राज की पत्नी नेहा राज ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपने खून से पत्र लिख आजम खान की रिहाई की मांग की है. रामपुर की नेहा इस पत्र में कहा कि सपा सांसद बेगुनाह होते भी फ़र्ज़ी मुकदमों में 26 फरवरी 2020 से जेल में बन्द हैं. नेहा ने अपने खत में लिखा, महामहिम. आप देश के राष्ट्रपति होने के साथ साथ 135 करोड़ देशवासियों के अभिभावक भी हैं और समस्त देशवासियों की आशाएं आपसे जुड़ी हुई हैं. हम उस देश में रहते हैं जहां एक बलात्कारी बाबा राम रहीम को जमानत मिल जाती है. वहीं शिक्षा के मंदिर बनाने वाले, यूनिवर्सिटी बनाने वाले, बच्चों के स्कूल बनाने वाले, मेडिकल कॉलेज बनाने वाले आज़म खां आज भी जेल में हैं.
नेहा ने भारतीय संविधान की दुहाई देते हुए लिखा है कि देश के कानून में किसी के साथ भी पक्षपात की कोई गुंजाइश नहीं है, फिर क्यों आज़म खां के साथ राजनीतिक द्वेषभावना के कारण पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है. नेहा ने खत में सवाल उठाया, क्यों आज़म खां को रिहाई नहीं मिल सकती. नेहा राज ने लिखा, वह बहुत उम्मीद के साथ अपने खून से पत्र लिख रही है कि आजम के साथ इंसाफ करेंगे. वह पूरे दलित समाज की ओर से आपसे ये निवेदन करती हूं कि राष्ट्रपति मोहम्मद आज़म खां के रिहाई के आदेश पारित करने की कृपा करेंगे.
बता दें कि आजम खान की विधायक पत्नी तंजीन फातमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ दस्तावेजों में हेराफेरी करके फर्जी पैन कार्ड और पासपोर्ट बनवाने का साल 2019 में मुकदमा दर्ज हुआ था. आजम खान पर 80 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं, जबकि अब्दुल्ला के ऊपर 40 से ज्यादा केस हैं.
तंजीन फातिमा को जमानत मिल चुकी है तो वहीं आजम खान व उनके बेटे अब्दुल्ला आजम अभी भी रिहाई का इंतजार कर रहे हैं.