जयपुर शुक्रवार को करेगा जहां-ए-खुसरो संगीत समारोह की मेजबानी
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
एक दशक के अंतराल के बाद विश्व सूफी संगीत समारोह जहां-ए-खुसरो एक बार फिर पर्यटन विभाग, राजस्थान द्वारा 19 और 20 नवंबर 2022 को जयपुर के अल्बर्ट हॉल में आयोजित किया जा रहा है. इस आयोजन में रूमी फाउंडेशन अहम किरदार निभा रहा है. महोत्सव मंे मधुर सूफी संगीत के माध्यम से राजस्थान की संस्कृति की झलक पेश की जाएगी.
प्रमुख सचिव, पर्यटन विभाग, राजस्थान गायत्री राठौर, फिल्म निर्माता और चित्रकार मुजफ्फर अली और निर्माता, पटकथा लेखक मीरा अली ने दो दिवसीय कार्यक्रम और इसकी मुख्य विशेषताओं की जानकारी दी.
उनके मुताबिक,राजस्थान को एक लोकप्रिय सांस्कृतिक गंतव्य बनाने की कोशिश की जा रही है. इस उद्देश्य के साथ, इस समारोह को 10 साल बाद पुनर्जीवित किया जा रहा है. उम्मीद है कि इस उत्सव के माध्यम से राजस्थान की संगीत परंपराओं को प्रदर्शित करने में मदद मिलेगी. यह लंबे समय तक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने में सहयोग देगा.
प्रमुख सचिव, पर्यटन विभाग, राजस्थान, गायत्री राठौर ने बताया कि उन्हंे कार्यक्रम को लेकर अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. टिकट की बुकिंग तेजी से हो रही है.
उन्हांेने कहा कि हमने हमेशा राजस्थान को सबसे पसंदीदा गंतव्य बनाने की कोशिश की है. राज्य ने घरेलू पर्यटकों में 70 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जो कि पूर्व-कोविड काल से भी बेहतर है. अंतरर्राष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है. हम डब्ल्यूटीएम लंदन में भाग ले रहे हैं, जहां प्रमुख ट्रैवल एजेंटों से जुड़ रहे हैं और यूके और अन्य देशों से आने वाले पर्यटकों का बाजार बढ़ाने की कोशिश में लगे हैं.
प्रमुख सचिव, पर्यटन विभाग, राजस्थान, गायत्री राठौर ने कहा कि स्थानीय कलाकारों को एक मंच देना महत्वपूर्ण है. इसके लिए कला और संस्कृति विभाग 11 नवंबर को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर चुका है ताकि राजस्थान के कलाकारों को अवसर मिले. विभिन्न देशों में प्रदर्शन करेंगे और ये कलाकार हमारे राजदूत होंगे.
जहां ए खुसरो के बारे में उन्हांेने बताया कि राजस्थान की लोककथाओं और किंवदंतियों को प्रदर्शित करने के लिए इसका आयोजन किया जा रहा है.फिल्म निर्माता और चित्रकार मुजफ्फर अली ने बताया, इस साल हम एक संगीत बैले के माध्यम से मूमल की एक बहुत लोकप्रिय कहानी पेश करेंगे. प्रस्तुति का उद्देश्य समुदायों को जोड़ना है. इसके अलावा सूफी कवि-संत शाह अब्दुल लतीफ भिटाई की कविता और संगीत भी कार्यक्रम में शामिल है. इस इवेंट का संचालन मुजफ्फर अली और मीरा अली कर रहे हैं. जावेद अली, नूरान सिस्टर्स, जसलीन कौर और नियाजी ब्रदर्स जैसे मशहूर कलाकार भी जहान-ए-खुसरो महोत्सव में प्रस्तुति देंगे.
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मुजफ्फर अली ने बताया कि कार्यक्रम के पहले दिन 19 नवंबर को हुमा नामक कथतक डांस का मंचन होगा. दूसरी शाम को मूमल-रूह-ए-डेजर्ट का प्रदर्शन किया जाएगा, जिसके बाद नूरान सिस्टर्स के सदा-ए-सूफी के गायन का सिलसिला चलेगा.