फैक्ट चेक : द कश्मीर फाइल्स को ऑस्कर 2023 के लिए शॉर्टलिस्ट नहीं किया गया
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
कश्मीरी मुसलमानों और कट्टरपंथियों के खिलाफ हमेशा आवाज उठाने वाले जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रों को डिमोर्लाइज और छवि बागाड़ने को लेकर बनाई गई फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर फैक्टचेकर अल्ट न्यूज ने एक बड़ा खुलासा किया है. यदि उसकी मानें तो द कश्मीर फाइल्स पर लोकप्रिय मान्यताओं और रिपोर्टिंग के विपरीत, फिल्म को ऑस्कर 2023 पुरस्कारों के लिए 10 श्रेणियों में से किसी के लिए भी शॉर्टलिस्ट नहीं किया गया है. इसके विपरीत फिल्म निर्माता और दक्षिण पंथी बड़े-बड़े दावे करते रहे हैं.
95 वें अकादमी पुरस्कारों के लिए पात्र फिल्मों की सूची हाल में एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज (एएमपीएएस) द्वारा प्रकाशित की गई थी. इसके साथ दावा किया गया था कि आरआरआर, कंतारा, द कश्मीर फाइल्स, गंगूबाई काठियावाड़ी, मी वसंतराव आदि कुछ भारतीय फिल्में भी सूची में शामिल हैं. इस सूची में दुनियभर की कुल 301 फिल्में हैं.
द कश्मीर फाइल्स फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने सूची सार्वजनिक होने के तुरंत बाद यह खबर साझा करने के लिए ट्वीट किया कि उनकी फिल्म को ऑस्कर 2023 के लिए अकादमी की पहली सूची में शॉर्टलिस्ट किया गया है. इसके अतिरिक्त, उन्होंने उल्लेख किया कि द कश्मीर फाइल्स सूची में नामित पांच भारतीय फिल्मों में से एक है.
बाद के एक ट्वीट में, उन्होंने कहा कि अभिनेत्री पल्लवी जोशी, मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर और दर्शन कुमार को भी सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की श्रेणी में शॉर्टलिस्ट किया गया है.
अॉल्ट न्यूज की एक विस्तृत रिपोर्ट के अनुसार, द कश्मीर फाइल्स को 10 श्रेणियों के लिए किसी भी शॉर्टलिस्ट में जगह नहीं मिली है. इसके अलावा, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कारों में भी इसे शॉर्टलिस्ट नहीं किया गया है.
इसलिए अनुपम खेर या पल्लवी जोशी को उनके लिए नामित किए जाने का कोई सवाल नहीं है. इसके लिए द कश्मीर फाइल्स के रचनाकार चाहे जो दावा करने. इसके अतिरिक्त वायोन और अन्य मीडिया स्रोतों द्वारा फिल्म कांतारा के बारे में भी असत्य दावे किए गए थे. शॉर्टलिस्ट में यह फिल्म भी शामिल नहीं है.
माइकल बेनेडिक्ट, सदस्य अंतरराष्ट्रीय आउटरीच और पुरस्कार प्रशासन के वरिष्ठ प्रबंधक ने ऑल्ट न्यूज के एक ईमेल के जवाब में, रिमाइंडर सूची भेजी है, जिनमें वह सभी योग्य फिल्में शामिल हंै, जिन्होंने सामान्य प्रविष्टि (सर्वश्रेष्ठ चित्र और शिल्प श्रेणियों) के लिए आवेदन किया है.
दूसरी ओर, शॉर्टलिस्ट उन फिल्मों की सूची है, जिन्होंने एक निश्चित श्रेणी में अगले दौर में जगह बनाई. इसमें कुल 24 पुरस्कार हैं.
कश्मीर फाइल्स के बारे में
द कश्मीर फाइल्स को कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा पर एक फिल्म माना जाता है, उन्होंने 1990 में लक्षित हत्याओं के कारण अपनी जान गंवाई थी. विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित, जो दक्षिणपंथी होने के लिए जाने जाते हैं, यह फिल्म वीडियो साक्षात्कारों पर आधारित है. यह 11 मार्च को रिलीज की गई थी, तब से विवादों में है. पुणे के एक अंतरराष्ट्रीय समारोह में इस फिल्म को इजरायल के एक नामवर फिल्म निर्माता-निर्देशक घटिया प्रोपेगेंडा बता चुके हैं. हालांकि, बाद में इसे आंतरिक मामला बताकर उनपर इतना जबरदस्त बदाव बनाया गया कि उन्हें माफी मांगनी पड़ गई थी.
कश्मीर फाइल्स के नामित होने के प्रचार से दक्षिणपंथी समर्थकों की प्रतिक्रियाएं इंटरनेट पर खूब दिखाई दे रही हैं. आज तक फिल्म ने मुसलमानों के समस्याग्रस्त चित्रण और इस्लामोफोबिया के बड़े पैमाने पर प्रदर्शन के लिए विवाद खड़ा किया है.