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इजरायल के बाजार में पाकिस्तानी खजूर और सूखे मेवे पहुंचने से सियासत गरमाई, जानिए शहबाज शरीफ सरकार ने क्या कहा

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, इस्लामाबाद

पड़ोसी पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय ने रविवार को अमेरिका स्थित यहूदी समुदाय के संगठन अमेरिकी यहूदी कांग्रेस द्वारा जारी एक बयान को गलत बताया है. मंत्रालय का दवा है कि बयान की ‘व्याख्या’ गलत ढंग से की गई कि पाकिस्तान और इजरायल के बीच व्यापार को लेकर कोई समझौता हुआ है. मंत्रालय ने इसे सरासर अफवाह और दुष्प्रचार करार दिया.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, पाकिस्तान-इजरायल व्यापार की शुरुआत के बारे में अफवाहें प्रेस विज्ञप्ति का सरासर दुष्प्रचार है. इसे गलत तरीके से पेश किया गया. मंत्रालय ने कहा कि न तो हमारे इजरायल से कोई व्यापारिक संबंध हैं और न ही हम इसे विकसित करने का इरादा रखते हैं.

बता दें कि पाकिस्तान के तेल अवीव के साथ राजनयिक संबंध नहीं है. फिर भी फिलिस्तीन की राजधानी के मसले पर 1967 से पूर्व की सीमाओं और अल-कुद्स अल-शरीफ (यरूशलेम) के साथ प्रासंगिक संयुक्त राष्ट्र और ओआईसी प्रस्तावों पर अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत दोनों देश समाधान निकाल सकते हैं.

पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय का यह बयान एक यहूदी पाकिस्तानी फिशेल बेनखाल्ड के 28 मार्च को ट्वीट किए जाने के बाद आया है. इसमें उसने इजरायल के बाजार में पाकिस्तानी खाद्य उत्पादों के निर्यात किए जाने की बात कही है.

उसने टिप्पणी की, मुझे एक पाकिस्तानी के रूप में बधाई. पाकिस्तानी खाद्य उत्पादों के पहले बैच का निर्यात इजराइल के बाजार में किया गया. इसमें खजूर, सूखे मेवे और मसाले के डिब्बे शामिल हैं.

अपने ट्वीट में उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी, पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और मरियम नवाज, अहसान इकबाल और मिफ्ताह इस्माइल सहित अन्य पीएमएल-एन नेताओं को टैग किया है.

इसके बाद एजेसी ने 30 मार्च को एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है, इस हफ्ते पाकिस्तान मूल के खाद्य उत्पादों की पहली खेप इजराइल में उतारी गई है, जिसमें पाकिस्तानी-यहूदी व्यवसायी फिशेल बेनखाल्ड शामिल हैं, जो पाकिस्तान के कराची के व्यापार केंद्र में स्थित हैं और यरुशलम और हाइफा के इसरायली व्यापारी हैं.

बयान में कहा गया, हम इस छोटे से कदम का स्वागत करते हैं, जिसका इजरायल और पाकिस्तानी अर्थव्यवस्थाओं और पूरे क्षेत्र के लिए व्यापक प्रभाव हो सकता है.उसी दिन, वॉयस ऑफ अमेरिका ने पाकिस्तान, इजराइल के बीच दुर्लभ व्यापार होता है शीर्षक से एक रिपोर्ट भी चलाई गई.

इसपर विपक्षी पीटीआई के सदस्य भड़के हुए हैं. वे सरकार से जवाब तलबी कर रहे हैं कि क्या क्या यह लंदन योजना का हिस्सा है. लंदन में अभी पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बड़े भाई मियां नवाज शरीफ निर्वासित जीवन गुजार रहे हैं.

इमरान खान की पार्टी पीटीआई के नेता सरकार से पूछ रहे हैं,सत्ता बदलने के बाद यह व्यापार किस सौदे के तहत किया जा रहा है? पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) सरकार इस पर चुप क्यों है ?उसी दिन, इंटरफेथ हार्मनी और मध्य पूर्व ताहिर अशरफी पर प्रधानमंत्री के विशेष प्रतिनिधि, जो इमरान खान सरकार का भी हिस्सा थे, ने मीडिया को बताया कि बेनखाल्ड को पीटीआई सरकार द्वारा इजराइल जाने की अनुमति दी गई थी.

एपीपी से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी-यहूदी व्यवसायी ने खजूर, सूखे मेवे और मसालों सहित कुछ सामानों को एक अरब मित्र देश में निर्यात किया और बाद में उन्हें इजराइल भेजने में कामयाब रहे.

इस आरोप गलत है कि पाकिस्तान और इजराइल के बीच व्यापार संबंध स्थापित हो रहे हैं. उन्हें यह कहते हुए उद्धृत किया गया, रिपोर्ट के अनुसार, न तो वाणिज्य मंत्रालय और न ही विदेश मंत्रालय ने फिशेल को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्रस्तुत किया है.

अलग से, आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने बताया कि वर्तमान सरकार ने किसी को भी इजराइल के साथ किसी भी व्यापारिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं दी है.उन्होंने कहा, हम इसकी जांच कराएंगे.अब हमें जानकारी मिल रही है कि पिछली सरकार में इमरान खान ने भी इसी तरह की अनुमति किसी को दी थी, लेकिन अभी हमारे संज्ञान, सूचना या पूछताछ में इस तरह की कोई बात नहीं आई है.

आज के वाणिज्य मंत्रालय के स्पष्टीकरण में कहा गया है, यहां तक ​​कि उनकी प्रेस विज्ञप्ति (एजेसी) में कहीं भी पाक-इजराइल के बीच आधिकारिक व्यापार के बारे में उल्लेख नहीं किया गया है.

इसमें कहा गया है, एक यहूदी पाकिस्तानी फिशेल बेनखाल्ड ने संयुक्त अरब अमीरात के माध्यम से जेरूसलम और हाइफा में तीन व्यापारियों को व्यक्तिगत क्षमता में भोजन के नमूने भेजे हैं, जिनसे वह खाद्य प्रदर्शनियों के दौरान विदेशों में मिले थे.फिर भी, यह पाकिस्तान सरकार द्वारा समर्थित नहीं है और कोई बैंकिंग या आधिकारिक चैनल भी शामिल नहीं है.