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तरावीह नमाज में कंधे पर बिल्ली के बैठने पर पहली बार क्या बोले अल्जीरियाई इमाम

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

अल्जीरिया की एक मस्जिद में तरावीह की नमाज के दौरान इमाम के कंधे पर शांति से बैठी बिल्ली के वीडियो को लाखों लोग देख चुके हैं. इस वीडियो के वायरल होने पर पहली बार इमाम ने फेसबुक पर इस बारे में बयान जारी किया है.इमाम के कंधे पर बिल्ली के बैठने वाले वीडियो को देखने वालों में पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण के हर धर्म और राष्ट्र के लोग शामिल हैं.

याद रहे कि यह घटना अल्जीरिया के उत्तर में बुर्ज बौआरेज में अबू बकरसादिक मस्जिद में हुई थी.बिल्ली के अचानक आने के बावजूद मस्जिद के इमाम वलीद मेहसास ने विनम्रता के साथ तरावीह पढ़ाना जारी रखा. उन्होंने बिल्ली को कुछ नहीं कहा. इससे पहले कि इमाम झुकते, बिल्ली अपने आप उनके कंधे से उतर गई.

वीडियो वायरल होने के बाद पहली बार अल्जीरियाई इमाम वालिद महसस ने अपने विचार व्यक्त किए हैं.वलीद महसस ने फेसबुक पर शेयर किए गए एक संदेश में कहा कि बिल्ली अचानक आकर कंधे पर बैठ गई. इसे हटाने का कोई प्रयास नहीं किया गया. मैंने उसे शांति से बैठाने की कोशिश की.उन्होंने कहा कि हमारा मजहब इस्लाम जानवरों के साथ प्यार और सज्जनता सिखाता है.

अल्जीरियाई इमाम ने कहा कि इस घटना के बाद उन्होंने मीडिया से बात नहीं की और वह इस संबंध में और बात नहीं करेंगे. जो हुआ वह सहज था. यह कोई ऐसी घटना नहीं है जिस पर बयान दिया जाए.उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ लोग मेरे नाम से बयान जारी कर रहे हैं, जो गलत है.

शेख वलीद मेहसास अल्जीरिया के नागरिक हैं. पूर्वी अल्जीरिया के बुर्ज बौरेज में अबू बकर सिद्दीकी मस्जिद में एक इमाम और एक अच्छा वाचक हैं. किरत के साथ कुरान की तिलावत के लिए हसन की इलाके में काफी प्रतिष्ठा है.याद रहे जब ये वीडियो वायरल हुआ तो इसे लाखों लोगों ने देखा था. पश्चिमी मीडिया ने भी इसे कवरेज दी थी.

अल्जीरियाई धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने वीडियो के असाधारण स्वागत के लिए इमाम वालिद महसस को सम्मानित किया है.