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उत्तरकाशीः मुस्लिम संगठन 18 जून की महापंचायत पर अड़े

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

उत्तरकाशी जिले के पुरोला कस्बे में हिंदू संगठनों की मुसलमानों को निकालने के लिए गुरूवार को महापंचायत हो रही है. सरकार और प्रशासन द्वारा इस महापंचायत को रोकने के प्रयासों के बीच मुस्लिम संगठन भी देहरादून में 18 जून को होने वाली महापंचायत को लेकर अड़े हुए हैं.

‘लव जिहाद’ के नाम पर एक छोटी सी घटना के आड़े में हिंदूवादी संगठन उत्तरकाशी से मुसलमानों को भगाने की साजिश रच रहे हैं. इसी साजिश को सिरे चढ़ाने के लिए विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे संगठनों ने स्थानीय प्रशासन को चेतावनी भरा पत्र भेज रखा है. इस चेतावनी को आगे बढ़ाने के लिए आज गुरूवार को उत्तरकाशी में हिंदूवादी संगठनों की महापंचात बुलाई गई है.

उधर, उत्तरकाशी जिले के पुरोला कस्बे में सांप्रदायिक अशांति के बाद देहरादून में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने 18 जून को महापंचायत का ऐलान किया है.

हिन्दुस्तान टाइम्स से बात करते हुए मुस्लिम सेवा संगठन के मीडिया प्रभारी वसीम अहमद ने कहा, “देहरादून के शहर काजी मोहम्मद अहमद कासमी की अध्यक्षता में मुस्लिम धार्मिक नेताओं की एक बैठक हुई, जिसमें पूरे उत्तराखंड में मुसलमानों के खिलाफ नफरत के मौजूदा माहौल पर चर्चा की गई. इस माहौल के खिलाफ 18 जून को मुस्लिम धर्मगुरुओं की महापंचायत का निर्णय लिया गया है. इसमें देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर और हल्द्वानी समेत प्रदेश भर से लोग शिरकत करेंगे.उन्होंने कहा कि महापंचायत का उद्देश्य राज्य में शांति की अपील करना है.

बता दें कि पुरोला शहर में 26 मई को दो युवकों – एक हिंदू और एक मुस्लिम द्वारा कथित तौर पर एक हिंदू नाबालिग लड़की का अपहरण करने का प्रयास करने के बाद तनाव व्याप्त हो गया. हालांकि उनकी कोशिश को स्थानीय लोगों ने नाकाम कर दिया और वे गिरफ्तार कर लिए गए. तीनों नाबालिब बताए जाते हैं.

मगर हिंदुत्व कार्यकर्ताओं ने इस घटना को लव जिहाद का रंग दे दिया, जिसके कारण मुस्लिम दुकानदारों को लगातार 15 जून से पहले शहर छोड़ने के लिए निशाना बनाया गया.

लव जिहाद हिंदुत्व और दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा गढ़ी गई एक साजिश है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि मुस्लिम पुरुष हिंदू लड़कियों और महिलाओं को प्यार में फंसाते हैं. उन्हें जबरन इस्लाम में परिवर्तित करते हैं.

वीडियो वायरल

तीन दिन पहले, एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें दक्षिणपंथी लोगों के एक समूह को जय श्री राम के नारे लगाते हुए एक मुस्लिम दुकानदार के बंद दरवाजे पर लाठियों से हमला करते हुए दिखाया गया था.पूरे हंगामे के दौरान दरवाजा तब तक बंद रहा जब तक कि पुलिस अधिकारी नहीं आए और हमलावरों को जाने के लिए मजबूर नहीं किया.
इसके बाद से कई मुस्लिम व्यापारियों ने डर के मारे उत्तरकाशी जिले को छोड़ दिया है.

दखल नहीं देंगेः सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को पुरोला शहर में हिंदू संगठनों द्वारा बुलाई गई महापंचायत को रोकने की मांग वाली याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया.
कोर्ट ने कहा, “एक उच्च न्यायालय और जिला प्रशासन है. आप उनसे संपर्क कर सकते हैं. कानून और व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. आपको क्यों लगता है कि अगर मामला उनके संज्ञान में लाया गया तो कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी? आपको उच्च न्यायालय में विश्वास रखना चाहिए.

पुरोला कस्बे में 15 जून को महापंचायत होने वाली है, हालांकि प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है. एहतियात के तौर पर 19 जून तक धारा 144 लागू कर दी गई है.