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पाकिस्तान के पेशावर पुलिस लाइन मस्जिद विस्फोट में 44 लोगों की मौत, प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख पहुंचे घटनास्थल पर

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, इस्लामाबाद

पाकिस्तान के  खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पेशावर में पुलिस लाइंस की मस्जिद में सोमवार को दोपहर की नमाज के दौरान हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है, वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर भी पेशावर पहुंच चुके हैं.

लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रवक्ता मोहम्मद असीम ने बताया कि विस्फोट में मरने वालों की संख्या 44 हो गई है, जबकि 157 लोग घायल हुए हैं. इसकी वजह से मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है.इससे पहले सीसीपीओ पेशावर मोहम्मद एजाज खान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बचाव अभियान जारी है. मलबे के नीचे से और लोगों को निकाला जा रहा है.

एक सवाल के जवाब में सीसीपीओ ने कहा कि मस्जिद में विस्फोट सुरक्षा में चूक का मामला लग रहा है, लेकिन जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.उन्होंने कहा कि नमाज के दौरान मस्जिद में करीब तीन से चार सौ लोग मौजूद होते हैं. विस्फोट में मस्जिद का मुख्य हॉल नष्ट हो गया.

इससे पहले खैबर पख्तूनख्वा के गवर्नर गुलाम अली ने मीडिया से बात करते हुए जनता से रक्तदान करने की अपील की.उन्होंने कहा कि ओ निगेटिव ब्लड ग्रुप की तत्काल जरूरत है.लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रवक्ता मोहम्मद आसिम के मुताबिक, कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है. प्रवक्ता के अनुसार घायलों में पुलिसकर्मी भी शामिल हैं.

घटनास्थल के चश्मदीद मुहम्मद इमरान ने उर्दू न्यूज को बताया कि, मैं नमाज के दौरान उठा तो जोर का धमाका हुआ. फिर पता नहीं क्या हुआ. कई लोग घायल हुए और शहीद हुए. मस्जिद में 500 से ज्यादा लोग मौजूद थे. सभी पुलिसकर्मी थे.

उधर, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पेशावर पहुंच गए हैं, जहां उन्होंने विस्फोट में घायल हुए लोगों से मुलाकात की.प्रधानमंत्री के साथ संघीय आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह, संघीय रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और संघीय सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब हैं.

pics social media

इससे पहले प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पुलिस लाइंस पेशावर की मस्जिद में हुए आत्मघाती विस्फोट की कड़ी निंदा की और कहा कि अल्लाह की मौजूदगी में मुसलमानों की नृशंस हत्या कुरान की शिक्षाओं के खिलाफ है.प्रधानमंत्री ने कहा कि अल्लाह के घर को निशाना बनाना इस बात का सबूत है कि हमलावरों का इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है.

उन्होंने कहा कि आतंकवादी उन लोगों को निशाना बनाकर डर पैदा करना चाहते हैं जो पाकिस्तान की रक्षा करने का कर्तव्य निभा रहे हैं.पाकिस्तान के खिलाफ लड़ने वालों को पेज से मिटा दिया जाएगा. वे अन्यायी नागरिकों का खून बहाने वालों के लिए एक सबक के रूप में काम करेंगे.

पेशावर में हुए धमाके के बाद इस्लामाबाद में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.इस्लामाबाद के आईजी अकबर नासिर खान के आदेश पर शहर के सभी प्रवेश द्वारों और निकास द्वारों पर चेकिंग बढ़ा दी गई है.प्रवक्ता के बयान के अनुसार सेफ सिटी के कैमरों से निगरानी की जा रही है. महत्वपूर्ण इमारतों और पुलों पर स्नाइपर तैनात किए गए हैं.