गाजा पट्टी की खराब मानवीय स्थिति पर क्या बोले गुटेरेस, अरब-इस्लामिक मंत्रिस्तरीय समिति की बैठक भी
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि गाजा पट्टी इस समय सबसे खराब मानवीय त्रासदी से घिरी हुई है. एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, एंटोनियो गुटेरेस ने बुधवार को यह बयान ऐसे समय में दिया जब फिलिस्तीनी संगठन हमास और इजरायल अस्थायी समझौते के बजाय स्थायी युद्धविराम पर जोर दे रहे हैं.
इजराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम के विस्तार के बाद और अधिक कैदियों के रिहा होने की उम्मीद है.संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि इस समझौते की अवधि बढ़ाने के लिए गंभीर बातचीत चल रही है. हम इसका दृढ़ता से स्वागत करते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि हमें एक स्थायी मानवीय युद्धविराम समझौते की जरूरत है.
फिलिस्तीन और इजराइल के बीच समझौते के विस्तार को लेकर बातचीत जारी रही.चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने परिषद को बताया, हमें एक व्यापक और स्थायी युद्धविराम के लिए बहुत तेजी से काम करना चाहिए. गाजा में कोई फायरवॉल भी नहीं है. लड़ाई की बहाली एक आपदा में बदलने की संभावना है जो पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लेगी.
सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान, जो मिस्र, कतर, जॉर्डन, तुर्की, इंडोनेशिया और मलेशिया के समकक्षों के साथ खड़े थे. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में संवाददाताओं से कहा कि गाजा तक पहुंचने वाली सहायता आवश्यकता से बहुत कम है.
उन्होंने कहा, खतरा यह है कि अगर यह संघर्ष विराम समाप्त होता है, तो हम उसी पैमाने पर हताहतों की संख्या देखेंगे जैसा हमने पहले देखा है. यह असहनीय है, इसलिए हम यहां स्पष्ट बयान देने आए हैं कि अस्थायी युद्धविराम पर्याप्त नहीं है. जरूरत एक स्थायी युद्धविराम की है.
सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए, संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने विदेश मंत्रियों पर आतंकवादी संगठन का समर्थन करने का आरोप लगाया जिसका उद्देश्य इजराइल को नष्ट करना है.गिलाद एर्दान ने कहा कि जो कोई भी युद्धविराम का समर्थन करता है वह मूल रूप से गाजा में चल रहे हमास के आतंकवाद का समर्थन करता है. हमास एक नरसंहारक आतंकवादी संगठन है. वे इसे छिपाते भी नहीं हैं. (हमास) शांति के लिए विश्वसनीय भागीदार नहीं है.
अरब-इस्लामिक मंत्रिस्तरीय समिति की बैठक में गाजा संकट पर चर्चा
सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने फिलिस्तीन के साथ अंतरराष्ट्रीय एकजुटता दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक विशेष बैठक में भाग लिया है.एक समाचार एजेंसी मुताबिक, बैठक के दौरान गाजा और उसके आसपास की हालिया स्थिति और निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया गया.
बैठक में भाग लेने वालों ने फिलिस्तीनी लोगों को उनके सभी अधिकार देने के संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समर्थन के तरीकों पर चर्चा की.फिलिस्तीनी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार और प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय संकल्पों के अनुसार एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी देश स्थापित करने के फिलिस्तीनियों के अधिकार पर भी चर्चा की गई.
साथ ही संयुक्त समिति ने बुधवार को न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में बैठक की है.बैठक की अध्यक्षता सऊदी विदेश मंत्री ने की. इसमें कतर, जॉर्डन, मिस्र, फिलिस्तीन, तुर्की, मलेशिया और अमीरात के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.याद रहे कि अरब-इस्लामिक शिखर सम्मेलन ने एक संयुक्त अरब-इस्लामिक मंत्रिस्तरीय समिति का गठन किया है, जिसे ओआईसी और अरब लीग की स्थिति को पूरी दुनिया तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है.
فيديو | لحظة دخول رئيس اللجنة الوزارية الأمير فيصل بن فرحان إلى قاعة مجلس الأمن لبحث الوضع في غزة
— قناة الإخبارية (@alekhbariyatv) November 29, 2023
عبر موفد #الإخبارية عبد الله الرويس pic.twitter.com/nKj9zJbSGL
बैठक के एजेंडे में गाजा की स्थिति और स्थायी युद्धविराम के प्रयास शामिल है.बैठक में नागरिकों की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों के कार्यान्वयन में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों की भूमिका पर जोर दिया गया.गाजा को तत्काल मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए सुरक्षित चैनल स्थापित करने के महत्व पर प्रकाश डाला गया.
सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान की अध्यक्षता वाली मंत्रिस्तरीय समिति के सदस्यों ने बुधवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव से भी मुलाकात की. समिति के सदस्यों ने गाजा और आसपास के इलाकों की ताजा स्थिति, मानवीय आधार पर अस्थायी युद्धविराम के दौरान कुछ कैदियों की रिहाई और उनकी वतन वापसी पर चर्चा की.
साथ ही तत्काल युद्धविराम के प्रयासों पर भी चर्चा की गई. अंतरराष्ट्रीय और मानवीय कानून के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका और नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पर चर्चा की गई.समिति के सदस्यों ने कब्जे वाले इजरायली बलों द्वारा उल्लंघनों से फिलिस्तीनी लोगों की सुरक्षा और दो-राज्य समाधान से संबंधित अंतरराष्ट्रीय प्रस्तावों के कार्यान्वयन के संबंध में संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के कार्यान्वयन के लिए शांति प्रक्रिया को पुनर्जीवित करने के महत्व पर प्रकाश डाला.
इसके बाद मंत्रिस्तरीय समिति ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गाजा को बुनियादी मानवीय वस्तुओं की आपूर्ति के लिए सहायता गलियारे खोलने के लिए सभी आवश्यक और प्रभावी उपाय करने का आह्वान किया.मंत्रिस्तरीय समिति ने फिर से सभी प्रकार के समझौते और फिलिस्तीनियों के जबरन निष्कासन को दृढ़ता से खारिज कर दिया.