अरब देश और ओआईसी वेस्ट बैंक हिंसा पर भड़के
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,लंदन
सोमवार तड़के वेस्ट बैंक में लड़ाकों के गढ़ में लक्ष्यों के साथ हमला करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने और दो दशक पहले दूसरे फिलिस्तीनी विद्रोह के दौरान किए गए व्यापक हमलों के समान सैकड़ों सैनिकों को तैनात करने के बाद इजरायल की आलोचना हो रही है.
एक साल से अधिक की लड़ाई के दौरान क्षेत्र में सबसे बड़े ऑपरेशन को आगे बढ़ाते हुए, इसरायली सैनिक सोमवार को जेनिन शरणार्थी शिविर के अंदर प्रवेश कर गए. यह घटना गोलीबारी सहित इजरायली निवासियों पर हमलों की एक श्रृंखला के लिए कड़ी प्रतिक्रिया के बदले मंे हुई है. पिछले महीने चार इसरायलियों की मौत हो गई थी.
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि कम से कम आठ फिलिस्तीनी मारे गए और 50 घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है.सोमवार देर रात एक फिलिस्तीनी अधिकारी के अनुसार, इजरायली ऑपरेशन के बाद लगभग 3,000 फिलिस्तीनियों ने जेनिन शरणार्थी शिविर छोड़ दिया.
फिलिस्तीनी अधिकारियों और पड़ोसी जॉर्डन और मिस्र के साथ 57 देशों के इस्लामिक सहयोग संगठन ने हिंसा की निंदा की है.फिलिस्तीनी राष्ट्रपति के प्रवक्ता नबील अबू रूडीनेह ने कहा, हमारे फिलिस्तीनी लोग घुटने नहीं टेकेंगे. आत्मसमर्पण नहीं करेंगे. सफेद झंडा नहीं उठाएंगे और इस क्रूर आक्रमण के सामने अपनी जमीन पर डटे रहेंगे.
एक प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि व्हाइट हाउस ने कहा कि वह वेस्ट बैंक की स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है.व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने कहा, हमने रिपोर्टें देखी है और स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं.हम हमास, फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद और अन्य लड़ाका समूहों के खिलाफ इजरायल की सुरक्षा और अपने लोगों की रक्षा करने के अधिकार का समर्थन करते हैं.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस जेनिन में विकास के बारे में बहुत चिंतित हैं. एक प्रवक्ता ने कहा कि इजरायली बलों ने 20 वर्षों में क्षेत्र में सबसे बड़े अभियानों में से एक में ड्रोन के साथ वेस्ट बैंक शहर पर हमला किया.संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक ने एक बयान में कहा, गुटेरेस पुष्टि करते हैं कि सभी सैन्य अभियान अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के पूर्ण सम्मान के साथ आयोजित किए जाने चाहिए.
फिलिस्तीनी क्षेत्रों में संयुक्त राष्ट्र के मानवीय समन्वयक लिन हेस्टिंग्स ने ट्विटर पर कहा कि वह घनी आबादी वाले शरणार्थी शिविर में हवाई हमलों को देखते हुए इजरायली बलों के ऑपरेशन के पैमाने से चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता जुटा रहा है.
सोमवार दोपहर को, इजरायली सेना ने कहा कि उसने तीन हथियार बनाने की सुविधाओं का पर्दाफाश किया है. सैकड़ों विस्फोटक जब्त किए हैं और गोलीबारी के दौरान दो फिलिस्तीनी बंदूकधारियों को गोली मार दी है.सेना ने एक मस्जिद में इजरायली सुरक्षा बलों और फिलिस्तीनी बंदूकधारियों के बीच गोलीबारी की भी सूचना दी है. दावा किया गया कि यहां से सैनिकों को विस्फोटक उपकरण, हथियार और सैन्य उपकरण मिले.
2022 के वसंत में इजरायली-फिलिस्तीनी हिंसा बढ़ने के बाद से जेनिन शिविर और इसी नाम का निकटवर्ती शहर एक फ्लैशप्वाइंट रहा है.इजराइल के विदेश मंत्री, एली कोहेन ने कट्टर दुश्मन ईरान पर फिलिस्तीनी आतंकवादी समूहों को वित्त पोषण करके हिंसा के पीछे होने का आरोप लगाया, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने खारिज कर दिया.
कोहेन ने विदेशी पत्रकारों से कहा, ईरान से मिलने वाले धन के कारण, जेनिन शिविर आतंकवादी गतिविधि का केंद्र बन गया है. उन्होंने कहा कि नागरिक हताहतों से बचने के लिए ऑपरेशन लक्षित तरीके से चलाया जाएगा.जेनिन में बड़ी उपस्थिति वाले एक आतंकवादी समूह इस्लामिक जिहाद ने लड़ाई जारी रहने पर अपने गाजा पट्टी के गढ़ से हमले शुरू करने की धमकी दी है.
समूह के प्रवक्ता दाऊद शेहाब ने कहा, अगर जेनिन के खिलाफ इजरायली आक्रामकता नहीं रुकी, तो फिलिस्तीनी प्रतिरोध वही करेगा जो उसे करना होगा.
लेबनान के लड़ाका संगठन हिजबुल्लाह समूह ने भी हमलों की निंदा करते हुए एक बयान में कहा कि फिलिस्तीनियों के पास कई विकल्प और साधन हैं जिससे दुश्मन को अपने कृत्य पर पछतावा होगा.हिजबुल्लाह ने 2006 में इजराइल के खिलाफ एक महीने तक युद्ध लड़ा था.