क्या तालिबानियों के हिमायती आतंकवादी संगठन पाकिस्तान पर हमला करने वाले हैं ? अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने ऐसा क्यों कहा !
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, वाशिंगटन
क्या अफगानिस्तान आतंकवादियांे का गढ़ बन रहा है तथा पाकिस्तान और तालिबान के बीच निरंतर खराब होते रिश्ते के चलते तालिबानी समर्थक आतंकवादी कभी भी अपने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पर हमला कर सकते हैं ? दरअसल, ये सवाल अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस के एक बयान के चलते उभरे हैं.
नेड प्राइस ने कहना है कि अमेरिका को अफगानिस्तान के एक बार फिर आतंकियों का अड्डा बनने का डर है. ऐसी ही आशंका कुछ दिनों पहले भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल नई दिल्ली में कई देशों के सुरक्षा विशेषज्ञों के बीच जाहिर कर चुके हैं.अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि ऐसा लगता है कि तालिबान अपने वादों को पूरा करने में असमर्थ है.
नेड प्राइस ने स्पष्ट किया कि यदि अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी अफगानिस्तान में फिर से संगठित होते हैं तो वे कार्रवाई करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी पाकिस्तान पर हमलों के लिए अफगानिस्तान को लॉन्च पैड के रूप में उपयोग न करें.
उन्होंने कहा कि अमेरिका केवल पाकिस्तानी लोगों और संवैधानिक व्यवस्था, नेड प्राइस के हित में है.विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, हम आने वाले खतरों से निपटने के लिए क्षेत्र में भागीदारों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय सैन्य शिक्षा और प्रशिक्षण कार्यक्रम से अनुदान सहायता मिलती है, जो पेशेवर सैन्य शिक्षा, परिचालन और तकनीकी पाठ्यक्रम प्रदान करता है और यह सहयोग खतरों से निपटने के लिए पाकिस्तान की क्षमताओं में सुधार करता है.नेड प्राइस ने कहा कि यह कार्यक्रम द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने, दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को मजबूत करने के लिए जारी है.
इस मौके पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस से भी डॉ. असद मजीद को विदेश सचिव नियुक्त किए जाने पर अमेरिका की प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया.डॉ. असद मजीद के बाद इमरान खान का अमेरिका विरोधी अभियान शुरू हो गया. प्रवक्ता नेड प्राइस ने जवाब दिया कि हमने इन झूठी और कायरतापूर्ण अफवाहों का लगातार खंडन किया है.हम पाकिस्तान की संवैधानिक व्यवस्था के पक्ष में हैं.