CultureMuslim WorldPoliticsReligionTOP STORIES

BabriMasjid : 30 साल बाद भी गुस्सा बरकरार, सोशल मीडिया पर इजहार

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

कार सेवकों द्वारा 30 साल पहले अयोध्या की करीब 500 साल पुरानी मस्जिद ढहाए जाने का गुस्सा मुसलमानों में आज भी बरकार है. मंगलवार को बाबरी मस्जिद जिस तरह ट्रेंड कर रहा है, उससे तो यही लगता है.

बाबरी मस्जिद को लेकर लोगों में इस कदर गुस्सा है कि वे सेक्युलर मुसलमानों से लेकर कोर्ट, संविधान को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. घटना का वीडियो और कई अखबारों के तकरन सोशल मीडिया पर वायरल कराए गए हैं.

तत्तकालीन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का भी एक वीडियो शेयर किया गया है जिसमें वह एनडीटीवी के एक इंटरव्यू में कह रहे हैं, मस्जिद, जिसे वह ढांचा बताते हैं, गिराने का उन्हें कोई अफसोस नहीं, बल्कि यह राष्ट्रीय गौरव की बात है. इस वीडियो के साथ एआईएमआईएम के सदर ओवैसी का भी तब का वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है जिसमें वह बाबरी मस्जिद गिराए जाने पर मुसलमानों के साथ धोखे की बात करते दिखाई दे रहे हैं.
आकिब एस खान ने बाबरी मस्दि की तस्वीर ट्विट कर लिखा है-तुझे भूले नहीं हैं दिल की दुनिया में तुझे बसाते हैं कि ख्वाब में भी तेरे मेंबरांे मेराब आते हैं.

बाबरी मस्जिद की घटना पर शादाब चौहान ने लिखा है-6-12-1992 शहादत ए बाबरी मस्जिद के जरिए भारत के लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश रची कुछ असामाजिक तत्वों ने व
कांग्रेस नाकाम रही मस्जिद की हिफाजत करने में हलफनामा के बावजूद.
अहले सुबह से सुबह छह बजे तक बाबरी मस्जिद हैशटैग पर तीन हजार से अधिक ट्विट हो चुके थे.

हालांकि, बाबरी मस्जिद ढहाने के लिए कथित जिम्मेदार अपनी हरकतों पर आज भी शर्मांदा नहीं हैं. उन्होंने भी हर घर भगवा हैशटैग चला रखा है. हजारों लोगों द्वारा मिलकर एक कमजोर सी इमारत को बहादुरी बताने के लिए सोशल मीडिया पर शौर्य दिवस का पोस्टर चलाया जा रहा है. इसमें डा प्राची साध्वी जैसे लोग भी हैं जो हैशटैग पर ट्विटर एकजुटता दिखाने की अपील कर रहे हैं.