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गुरूग्राम के सेक्टर 69 में एक बार फिर बजरंग दल ने जुमे की नमाज में डाला खलल

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, गुरूग्राम

देश की राजधानी दिल्ली से मात्र कुछ किलोमीटर दूर हरियाणा के साइबर सिटी गुरूग्राम के सेक्टर 69 में बजरंग दल के सदस्यों ने जुमा की नमाज में हस्तक्षेप कर खलल डाला. एक वायरल वीडियो में बजरंग दल कार्यकर्ताओं को मुस्लिम नमाजियों को सार्वजनिक स्थानों पर नमाज न पढ़ने को कहते देखा जा सकता है.

सियासत डॉट कॉम की एक खबर के अनुसार, बजरंग दल के सदस्य अमित हिंदू को संगठन का प्रवक्ता बाया गया है.उसे वीडियो में यह कहते हुए देखा जा सकता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनके पास छह स्थानों पर प्रार्थना करने का अधिकार है या नहीं. अगर आने वाले हफ्तों में नमाज जारी रहती है, तो हम विरोध प्रदर्शन तेज करेंगे.

बजरंग दल के जिला समन्वयक प्रवीण सैनी के मुताबिक, वहां मुस्लिम युवक 15 साल से खुले में पूजा अदा करने का दावा कर रहे हैं जो झूठा है.उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि खुले में नमाज नहीं होगी.

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने दिसंबर 2021 में घोषणा की थी कि सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करना स्वीकार नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही सरकार ने यह कहते हुए गुरुग्राम में नमाज के लिए कुछ नामित स्थानों पर प्रतिबंध लगा दिया था कि जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा. मगर यह फैसला आज तक नहीं आया है. इसके इतर कटारिया चौक पर सार्वजनिक स्थल पर एक अवैध मंदिर खड़ा कर दिया गया, पर इसको लेकर शासन-प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.

बता दें कि 2021 में गुरुग्राम में नमाज में गड़बड़ी करने के मामलों में हिंदुत्ववादी संगठनों पर कई आरोप लगे थे. इस खास सेक्टर में नवंबर 2021 से दिसंबर 2021 के बीच कई रुकावटें आईं.पिछले साल 20 नवंबर को, हिंदुत्व संगठनों ने मुसलमानों द्वारा सेक्टर 37 ग्राउंड में नमाज अदा करने का विरोध किया. यह दावा किया गया कि उनका इरादा वहां क्रिकेट खेलने का था.

पिछले साल 26 नवंबर को कुछ लोगों ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में मारे गए लोगों की याद में वहां हवन किया था.यहां एक बात और काबिले गौर है जिसका समाधान अब तक सरकार नहीं ढूंढ पाई है. गुरूग्राम का लगातार विस्तार हो रहा है, पर शहर में बढ़ती आबादी के विपरीत गिनती की ही चार-छह मस्जिदें हैं. यहां तक कि हरियाणा डेवलपमंेट अथॉरिटी हुडा के सेक्टरों में मंदिरों के लिए तो जरूर जमीन आवंटित किए गए हैं, पर सेक्टर 56 को छोड़कर ऐसी व्यवस्था किसी अन्य सेक्टर में नहीं की गई है. चूंकि गुरूग्राम कारोबारी शहर है और आस पड़ोस के शहरांे से भी यहां लोग नौकरी और कारोबार के सिलसिले में हर दिन लाखों की संख्या में आते हैं, शुक्रवार को नमाज के लिए जगह निर्धारित नहीं होने से उनमें से कई को सार्वजनिक रूप से किसी सड़क के किनारे या मैदानों में नमाज पढ़ना पड़ता है. पहले प्रशासन ने ऐसे कम से कम 80 जगह निर्धारित किए थे, पर मौजूदा सरकार ने लगभग सभी स्थानों पर जुमे की नमाज पढ़ने की पाबंदी लगा दी है. यह मामला कोर्ट में भी लंबित है.