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बांग्लादेश : पूर्व वरिष्ठ सचिव डॉ. शाह कमाल के आवास से 3.12 करोड़ टका जब्त, पूर्व मंत्री रमेश चंद्र सेन भी धरे गए

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, ढाका

ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) ने राजधानी के मोहम्मदपुर इलाके में बाबर रोड पर स्थित एक पूर्व वरिष्ठ सचिव के दो घरों पर छापा मारकर भारी मात्रा में धनराशि जब्त की. इस कार्रवाई में लगभग 3.11 करोड़ टका मूल्य की स्थानीय और विदेशी मुद्राएं बरामद की गईं.

यह संपत्ति आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्रालय के पूर्व वरिष्ठ सचिव डॉ. शाह कमाल की है, जिन्होंने 2015 से 2019 तक सचिव और 2019 से 2020 तक वरिष्ठ सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दी. डीएमपी ने शाम को एक अधिसूचना के माध्यम से इस मामले की पुष्टि की.

डीएमपी सूत्रों के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर मोहम्मदपुर के बाबर रोड स्थित मकान नंबर 29/2 और 29/3 पर छापेमारी की गई, जिसमें घरेलू मुद्रा में कुल बीडीटी 31,10,166 और बीडीटी 10,03,306 के बराबर विदेशी मुद्रा बरामद हुई. विदेशी मुद्रा में 3,000 अमेरिकी डॉलर, 1,320 मलेशियाई रिंगिट, 2,969 सऊदी रियाल, 4,122 सिंगापुर डॉलर, 1,915 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर, 35,000 कोरियाई वोन और 199 चीनी युआन शामिल थे.

उल्लेखनीय है कि डॉ. शाह कमाल 2019 में सेवानिवृत्त हुए थे. उनके सचिव कार्यकाल के दौरान उन पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगे थे, जिनमें स्थानांतरण, खरीद, और अन्य स्रोतों के माध्यम से अवैध वित्तीय लाभ शामिल थे.

पूर्व जल संसाधन मंत्री रमेश चंद्र सेन गिरफ्तार

उधर, पूर्व जल संसाधन मंत्री और ठाकुरगांव-1 निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व सांसद रमेश चंद्र सेन को सादे कपड़े पहने पुलिसकर्मियों के एक समूह ने गिरफ्तार कर लिया.शुक्रवार (अगस्त) को रात 10.30 बजे उसे घर से उठाया गया.पूर्व मंत्री की पत्नी अंजलि सेन ने शिकायत की कि सफेद कपड़े पहने 10 से 15 लोगों का समूह आया और उन्हें उठाकर ले गया. उसे कहां ले जाया जा रहा, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.

उन्होंने कहा, सभी के पास हथियार थे. वे हाथ पकड़ कर जबरदस्ती खींच कर ले जाते हैं. मैंने बार-बार पूछा लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बताया.इस संबंध में रुहिया थाना प्रभारी गुलफामुल इस्लाम मंडल ने बताया, रात 10:30 बजे रमेश चंद्र सेन के घर से फोन आया. वहां जाकर मैंने देखा कि ढाका मुख्यालय से पुलिसकर्मी आए और रमेशचंद्र सेन को अपनी हिरासत में ले लिया.

ठाकुरगांव के पुलिस अधीक्षक उत्तम प्रसाद पाठक से कई फोन कॉल और मैसेज के जरिए भी इस संबंध में कोई बयान नहीं मिल सका है.

संयोग से, अवामी लीग की अध्यक्ष और प्रधान मंत्री शेख हसीना 5 अगस्त को एक छात्र विद्रोह में भारत भाग गईं. इसके बाद अवामी लीग के सांसद-मंत्रियों ने अपना सिर ढक लिया.

उसके बाद, कानून प्रवर्तन बलों की कार्रवाई में पूर्व आईसीटी राज्य मंत्री जुनैद अहमद पलक, पूर्व कानून मंत्री अनीसुल हक और पूर्व प्रधान मंत्री के निजी उद्योग और निवेश सलाहकार सलमान एफ रहमान को गिरफ्तार किया गया. बाद में विभिन्न मामलों में उनकी गिरफ्तारी दिखायी गयी.