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भोपाल : इकबाल मैदान का नाम बदलने के विरोध में जारी अभियान के समर्थन में जमीयत उलेमा ने खोला मोर्चा

मुस्लिम नाउ ब्यूरो ,भोपाल
भोपाल के ऐतिहासिक इकबाल मैदान का नाम बदलने को लेकर विवाद दिन पर दिन गहराता जा रहा है. बीजेपी नेता सुरिंदर शर्मा द्वारा इकबाल मैदान का नाम बदलने को लेकर सीएम को पत्र लिखने के बाद यह विवाद और लंबा हो गया है. साहित्यिक संघों के बाद अब मध्य प्रदेश जमीयत उलमा ने इस मामले में कड़ा रुख अख्तियार करते हुए सरकार से मांग की है कि इकबाल मैदान का नाम बदलने की मांग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. जमीयत उलेमा का मानना ​​है कि इकबाल का भाषण न केवल देशभक्ति का प्रतिबिंब है, भगवान राम, भारती हरि, गुरु नानक जी पर उनके द्वारा लिखी गई ऐतिहासिक कविताएं हर कदम पर इकबाल की देशभक्ति को साबित करती हैं.

जमीयत उलेमा न केवल इकबाल मैदान की सुरक्षा के लिए अभियान चलाएंगा,भोपाल में इकबाल पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का भी आयोजन करेगा. ताकि उनकी देशभक्ति पर संदेह करने वालों को दूर किया जा सके. मध्य प्रदेश जमीयत उलमा ने कहा कि इकबाल जैसा मशहूर शायर बड़ी मुश्किल से पैदा हुआ है. इकबाल और उसकी बातों को सरहद में रखकर नहीं देखा जा सकता. उन्होंने भगवम राम को भारत का इमाम कहा है. यह कोई छोटी बात नहीं है. सारे जहां से अच्छा हिंदस्तान हमरा का गीत इकबाल द्वारा लिखा गया है, जिसे गाते हुए हर हिंदुस्तानी का सीना गर्व से ऊंचा हो जाता है.

इकबाल पर आरोप लगाने वाले न तो इकबाल की बातों से परिचित हैं और न ही उन्होंने इकबाल की बातों का अध्ययन किया है. हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि देश और समाज में नफरत पैदा करने वाले ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. इकबाल भोपाल में रह चुके हैं और उन्होंने भोपाल में रहकर ऐतिहासिक महत्व की चैदह कविताएं भी लिखीं हैं. मध्य प्रदेश सरकार के पास ही इकबाल सेंटर और इकबाल अवार्ड है.

उन्होंने कहा, हम न केवल भाजपा नेता के इस कदम की निंदा करते हैं, बल्कि इकबाल मैदान की सुरक्षा के लिए एक आंदोलन भी चलाएंगे. साथ ही, वे बहुत जल्द इकबाल की देशभक्ति पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन करेंगे. ताकि लोगों के सामने सच्चाई आ सके और लोगों के बीच की सारी शंकाएं दूर हो सकें.