राज्य का दर्जा देकर जम्मू-कश्मीर की ‘गरिमा और सम्मान‘ बहाल करे केंद्र: कांग्रेस
मुस्लिम नाउ ब्यूरा, श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने रविवार को केंद्र से केंद्र शासित प्रदेश को राज्य का दर्जा देकर और लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार बहाल करके पूर्ववर्ती राज्य की ‘गरिमा और सम्मान‘ लौटाने की बात कही है.
मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के खानसाहेब इलाके के वाचू में पार्टी कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, जेकेपीसीसी के अध्यक्ष जीए मीर ने कहा कि कांग्रेस एकमात्र एकीकृत ताकत है जो क्षेत्र के आधार पर भाजपा के ‘लोगों को बांटने की चाल‘ को नाकाम करने की क्षमता रखती है. कश्मी की तस्वीर राजनीतिक लाभ हासिल करने के उद्देश्य से बदली गई.
कार्यकर्ता सम्मेलन पार्टी के जन जागरण अभियान का हिस्सा था. कांग्रेस ने केंद्र शासित प्रदेश के लोगों के प्रति केंद्र की गलत नीतियों को उजागर करने के लिए यह पहल की है.यह आरोप लगाते हुए कि जम्मू-कश्मीर के लोग ‘हर हिसाब से सबसे खराब स्थिति‘ देख रहे हैं, मीर ने विधानसभा चुनाव कराने और संसद में केंद्र द्वारा किए गए वादे के अनुसार जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने में ‘देरी‘ पर सवाल उठाए.
उन्होंने केंद्र पर ‘राजनीतिक लाभ हासिल करने के उद्देश्य से यू-टर्न लेने का आरोप लगाया. साथ ही यह भी कहा कि केंद्र अपने वादे को पूरे. भाजपा ने सत्ता संभालने के बाद जो वादा किया था उसे पूरा करना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘लोग महसूस कर रहे हैं कि भगवा पार्टी द्वारा उनका शोषण और चुनावी लाभ के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने इसके (भाजपा के) मंसूबों को हराने का फैसला किया है.जेकेपीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने के प्रयासों को विफल किया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी अन्याय, भेदभाव और भाजपा सरकार के पक्षपातपूर्ण रवैये के खिलाफ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि कश्मीर के साथ जम्मू में भी लोगों की इसी तरह की शिकायतें हं.वे भी हर मामले में समान रूप से पीड़ित हैं.‘‘उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे अपनी समस्याओं और बेरोजगारी, विकास, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और अन्याय से संबंधित मुद्दों को सुनिश्चित करने के प्रयास में कांग्रेस पार्टी का समर्थन करें.
जेकेपीसीसी अध्यक्ष ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ ‘भाजपा सरकार के व्यवहार ‘ पर नाराजगी व्यक्त की. कहा कि लोग ‘‘बिगड़ती सुरक्षा स्थिति, विकास की कमी, बढ़ती बेरोजगारी और अन्य कई मुद्दों पर निराश महसूस कर रहे हैं.‘
आतंकियों को मारकर आतंकवाद को खत्म करने के बजाय हत्या का डर: गुलाम नबी आजाद
देवसर कुलगाम: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ केंद्रीय नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद राज्य में गरीबी पैदा हुई है,जबकि बेरोजगारी और महंगाई ने भी आम आदमी की कमर तोड़ दी है. आजाद ने कहा कि राज्य का दर्जा बहाल करने के साथ ही उपचुनाव कराए जाने चाहिए. हाल ही में हुई हत्याओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि निर्दोष लोगों की हत्या से न केवल उग्रवाद बढ़ेगा, बल्कि उग्रवाद को भी बढ़ावा मिलेगा. पीड़ितों में आक्रोश भी बढ़ेगा. उन्होंने सुरक्षा बलों, सेना और पुलिस से सावधानी बरतने की अपील की.
आजाद ने आज देवसर कुलगाम में कांग्रेस पार्टी की बैठक को संबोधित किया. उनके साथ सांसद विवेक कृष्ण तनख्वा, मोहम्मद अमीन बट, पिराजादा मोहम्मद सैयद, वकार रसूल, जीएम सरवरी, इनायतुल्ला राथर, रियाज अहमद और कई अन्य नेता थे. इस मौके पर आजाद ने कहा कि राजनीतिक दलों और कार्यकर्ताओं को राजनीतिक मतभेदों और सत्ता को दूर रखते हुए राज्य में शांति बनाए रखने के लिए काम करना चाहिए.
आजाद और अन्य नेताओं ने भी अपने भाषणों में शांति बहाल करने और राज्य की स्थिति बहाल करने और चुनाव कराने के बारे में बात की. आजाद ने कहा कि 370 को निरस्त करने का निर्णय जल्दबाजी में लिया गया. इससे एक राज्य का अस्तित्व खतरे में पड़ गया और इसे बदलकर यूटी कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि एक जन प्रतिनिधि सरकार का अस्तित्व आवश्यक थ. राज्य का दर्जा बहाल करने का अभियान जारी रहेगा, ताकि लोगों की समस्या का समाधान हो सके.