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चैंपियंस ट्रॉफी 2025: वरिष्ठ भारतीय पत्रकार विक्रांत गुप्ता की पाकिस्तान यात्रा ने बटोरी सुर्खियाँ

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली/इस्लामाबाद

भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव भले ही गहरा हो, लेकिन क्रिकेट हमेशा दोनों देशों के बीच पुल का काम करता आया है। इस कड़ी में वरिष्ठ भारतीय खेल पत्रकार विक्रांत गुप्ता की पाकिस्तान यात्रा ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच खासा उत्साह पैदा कर दिया है। उनकी मौजूदगी, भारतीय क्रिकेट टीम के सभी मैच दुबई में खेले जाने के बावजूद, पाकिस्तान में सुर्खियों में बनी हुई है।

पाकिस्तान में विक्रांत गुप्ता का जोरदार स्वागत

विक्रांत गुप्ता, जो भारतीय खेल पत्रकारिता में एक प्रतिष्ठित नाम हैं, पाकिस्तान में क्रिकेट प्रेमियों के चहेते बन गए हैं। पाकिस्तान पहुंचते ही उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। पाकिस्तानी मीडिया ने भी उनकी यात्रा को प्रमुखता से कवर किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि भारतीय क्रिकेट के प्रति पाकिस्तानियों की दीवानगी सिर्फ खिलाड़ियों तक सीमित नहीं है। विक्रांत गुप्ता की पाकिस्तान यात्रा को लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चा तेज हो गई है, जहां पाकिस्तानी फैंस ने उनके खुले विचारों की सराहना की।

क्रिकेट डिप्लोमेसी का नया अध्याय

विक्रांत गुप्ता की पाकिस्तान यात्रा ने दोनों देशों के बीच क्रिकेट डिप्लोमेसी के नए आयाम खोल दिए हैं। उन्होंने विभिन्न पाकिस्तानी टीवी शोज़ में भाग लिया और क्रिकेट पर बेबाकी से चर्चा की। पाकिस्तान में क्रिकेट को लेकर जुनून का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा के प्रति पाकिस्तानी प्रशंसकों की दीवानगी काबिले-तारीफ है।

उन्होंने पाकिस्तान की मेहमाननवाजी की भी सराहना की और बताया कि उन्हें एक दिन में दो बार शानदार दावत दी गई। उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर कई पाकिस्तानी फैंस ने अपनी खुशी जाहिर की। विक्रांत गुप्ता ने कहा, “पाकिस्तान में क्रिकेट के प्रति जुनून अविश्वसनीय है। यहाँ के लोगों की मेहमाननवाजी बेहतरीन है, और इसने मुझे बहुत प्रभावित किया।”

पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की आलोचना और समर्थन

विक्रांत गुप्ता ने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की वर्तमान स्थिति पर भी खुलकर चर्चा की। उन्होंने बाबर आज़म की आलोचना करने वालों को आड़े हाथों लिया और कहा कि पाकिस्तान को अपनी टीम को फिर से मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि टीम के अंदर असुरक्षा, तैयारी की कमी और कमजोर टीम संयोजन इसके पीछे अहम कारण हो सकते हैं।

उन्होंने कहा, “पाकिस्तान क्रिकेट टीम को अपनी रणनीतियों में बदलाव लाने की जरूरत है। भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड ने एकदिवसीय प्रारूप में महारत हासिल कर ली है, लेकिन पाकिस्तान अभी भी पुराने तरीकों में फंसा हुआ है।”

भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों को लेकर उम्मीदें

विक्रांत गुप्ता ने भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट संबंधों को लेकर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान दोनों देशों के बीच जमी बर्फ कुछ पिघलेगी, लेकिन ऐसा होता नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि क्रिकेट दोनों देशों के बीच कूटनीतिक वार्ता को सुगम बना सकता है, लेकिन इसके लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति जरूरी है।

उन्होंने 1978 की श्रृंखला को याद किया जब भारत ने 16-17 साल के अंतराल के बाद पाकिस्तान का दौरा किया था। उन्होंने कहा कि भारत-पाक क्रिकेट संबंधों का इतिहास हमेशा से उतार-चढ़ाव से भरा रहा है।

“यह तय करना मेरे या आपके हाथ में नहीं है कि भारत कब पाकिस्तान का दौरा करेगा। जब दोनों देशों के बीच विश्वास फिर से स्थापित होगा, तब क्रिकेट पहला माध्यम होगा जो दोनों को करीब लाएगा।”

चैंपियंस ट्रॉफी 2025: पाकिस्तान की मेजबानी पर दुनिया की नजरें

पाकिस्तान 1996 के बाद पहली बार किसी आईसीसी इवेंट की मेजबानी कर रहा है, और इस टूर्नामेंट को लेकर दुनियाभर की निगाहें टिकी हुई हैं। भारतीय टीम अपने सभी मैच दुबई में खेलेगी, लेकिन कई भारतीय तकनीशियन और पत्रकार इस इवेंट के कवरेज के लिए पाकिस्तान पहुंचे हैं। विक्रांत गुप्ता की मौजूदगी ने इसे और खास बना दिया है।

हाल ही में सुरक्षा चिंताओं को लेकर भी चर्चा हुई थी, जब एक प्रशंसक ने बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के बीच मैच के दौरान रचिन रवींद्र को गले लगाने के लिए मैदान में घुसपैठ की थी। ऐसे में विक्रांत गुप्ता जैसे वरिष्ठ पत्रकार की पाकिस्तान यात्रा सुरक्षा इंतज़ामों पर भरोसे को भी दर्शाती है।

निष्कर्ष

विक्रांत गुप्ता की पाकिस्तान यात्रा सिर्फ एक पत्रकार की रिपोर्टिंग नहीं, बल्कि क्रिकेट डिप्लोमेसी का एक अहम हिस्सा बन गई है। उनकी खुली बातचीत और बेबाक राय ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच सकारात्मक ऊर्जा भरी है। उनकी इस यात्रा ने दिखाया कि खेल कैसे दो देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों में भी संवाद के नए रास्ते खोल सकता है।

अब जब चैंपियंस ट्रॉफी 2025 शुरू होने वाली है, सभी की निगाहें पाकिस्तान में मैदान के अंदर और बाहर होने वाली घटनाओं पर टिकी हैं। क्या यह टूर्नामेंट भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों को फिर से पटरी पर लाने में मदद करेगा? यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन इतना तय है कि विक्रांत गुप्ता की पाकिस्तान यात्रा ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में एक नई उम्मीद जरूर जगा दी है।

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