गाजा युद्धविराम पर संकट: हमास की ताकत से चौंका इजरायल, फिर से जंग की धमकी
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मुस्लिम नाउ ब्यूरोयरुशलम/गाजा
इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम लागू होने के बावजूद, मध्य पूर्व में तनाव बढ़ता जा रहा है। इजरायल ने 600 फिलिस्तीनी कैदियों की प्रस्तावित रिहाई को रोक दिया है और दोबारा युद्ध छेड़ने की धमकी दी है। इसकी वजह बंधकों की रिहाई के दौरान गाजा में हमास समर्थकों का भारी उत्साह और उसके लड़ाकों की मजबूत उपस्थिति रही। इससे यह स्पष्ट हो गया कि हमास को पूरी तरह खत्म करने का इजरायल और अमेरिका का दावा अभी तक पूरा नहीं हो पाया है।
हमास के जोश ने इजरायल की उम्मीदों को झटका दिया
जब हमास ने अपने बंधकों को छोड़ा, तो गाजा की सड़कों पर उमड़ी भीड़ और जश्न ने यह साबित कर दिया कि यह संगठन अभी भी मजबूत है। हमास के प्रमुख नेताओं के मारे जाने के बावजूद, संगठन की सैन्य ताकत और रणनीतिक प्रभाव पहले की तरह बरकरार दिख रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इजरायल और अमेरिका की यह धारणा गलत साबित हो रही है कि गाजा पर जल्द ही इजरायल का पूर्ण नियंत्रण हो जाएगा। यही कारण है कि इजरायल ने 600 कैदियों की रिहाई रोक दी और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ फिर से जंग छेड़ने की चेतावनी दी है।
इजरायल ने दी युद्ध फिर से छेड़ने की धमकी
रविवार को एक सैन्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल “हमास के खिलाफ किसी भी समय तीव्र लड़ाई फिर से शुरू करने के लिए तैयार है।” उन्होंने यह भी कहा कि “हम किसी भी तरीके से युद्ध के उद्देश्यों को प्राप्त करेंगे, चाहे वह बातचीत से हो या सैन्य कार्रवाई से।”
नेतन्याहू ने गाजा में बंधकों की रिहाई के दौरान हुए “अपमानजनक समारोह” को लेकर भी नाराजगी जताई और इसे इजरायल की सुरक्षा के लिए खतरा बताया।
कैदियों की रिहाई रोकी, हमास ने दी चेतावनी
हमास ने इजरायल के इस कदम की कड़ी आलोचना की और चेतावनी दी कि यदि समझौते का पालन नहीं किया गया तो संघर्षविराम पूरी तरह से खत्म हो सकता है। हमास के वरिष्ठ नेता बासेम नैम ने अमेरिका सहित सभी मध्यस्थ देशों से अपील की कि वे इजरायल पर दबाव डालें ताकि कैदियों की रिहाई पूरी हो सके।
फिलिस्तीनी इलाकों में बढ़ी हिंसा, वेस्ट बैंक में टैंकों की तैनाती
इजरायल ने न केवल गाजा में बल्कि कब्जे वाले वेस्ट बैंक में भी सैन्य अभियान तेज कर दिया है। वेस्ट बैंक के जेनिन शहर में इजरायल ने अपनी टैंक यूनिट तैनात कर दी है, जो बीते 20 वर्षों में अपनी तरह की पहली तैनाती है।
सेना ने यह भी कहा कि जेनिन और अन्य इलाकों में बड़े पैमाने पर छापेमारी की जाएगी ताकि “आतंकवादियों” को रोका जा सके। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इजरायली हमलों के कारण वेस्ट बैंक में 40,000 से अधिक फिलिस्तीनी विस्थापित हो चुके हैं।
गाजा पर कब्जे की अमेरिकी योजना को लेकर विवाद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ मध्य पूर्व दौरे पर जा रहे हैं ताकि युद्धविराम के अगले चरण पर चर्चा की जा सके। हालांकि, ट्रंप द्वारा युद्ध के बाद गाजा पर अमेरिका के कब्जे का विचार पेश करने के बाद इस प्रस्ताव की कड़ी आलोचना हो रही है।
ट्रंप की योजना के तहत गाजा के फिलिस्तीनी निवासियों को कहीं और बसाने की बात की गई है, जिसे फिलिस्तीनी संगठनों ने अस्वीकार्य बताया है।
Once again…
— @Misra_Amaresh (@misra_amaresh) February 22, 2025
How #Hamas made history today…
कैसे हमास ने आज फिर इतिहास बनाया…#FreePalestine pic.twitter.com/ithvYjsvXS
48,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत, संघर्षविराम पर गहराता संकट
इजरायल और हमास के बीच यह युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास ने इजरायल पर बड़ा हमला किया था, जिसमें 1,200 से अधिक लोग मारे गए थे। इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पर विनाशकारी हमले किए, जिसमें अब तक 48,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।
वर्तमान संघर्षविराम समझौते के तहत, हमास ने 25 इजरायली बंधकों को रिहा किया, जबकि इजरायल ने सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ने की योजना बनाई थी। हालांकि, इजरायल ने इस प्रक्रिया को रोक दिया है, जिससे युद्धविराम पर संकट मंडरा रहा है।
क्या फिर भड़क सकता है युद्ध?
विश्लेषकों का कहना है कि अगर इजरायल और हमास के बीच समझौते को पूरी तरह लागू नहीं किया गया, तो जल्द ही दोनों पक्षों के बीच लड़ाई दोबारा शुरू हो सकती है।
इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू अपने गठबंधन सहयोगियों के दबाव में हैं, जो चाहते हैं कि गाजा पर पूर्ण सैन्य कार्रवाई जारी रखी जाए। वहीं, हमास भी अपने मजबूत हौसले के साथ इजरायल को पीछे हटने के लिए मजबूर कर सकता है।
अब यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में मध्यस्थ देश क्या भूमिका निभाते हैं और क्या संघर्षविराम बच पाता है या फिर इजरायल-गाजा युद्ध का एक नया और भीषण अध्याय शुरू होने वाला है।