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धर्मनिरपेक्षता की मिसाल: मेवात के लोगों ने बचाए तीर्थयात्रियों की जान

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नूंह, चंडीगढ़

गोकशी और टटलू गिरोह के नाम पर मेव मुस्लिम बहुल हरियाणा के मेवात इलाके को बदनाम करने वालों को इस खबर से झटका लग सकता है कि स्थानीय लोगों ने जानपर खेलकर वृंदावन से एसी बस में सवार होकर लौट रहे दर्जनों तीर्थ यात्रियों की जान बचाई. बस में अचानक आग लग गई थी, जिसमें झुलसने से 9 लोगों की मौत हो गई.

घटना आज की है. घटना का विवरण नूंह के कांग्रेस विधायक चैधरी आफताब अहमद ने सोशल मीडिया पर साझा किया है. उन्हांेने बताया कि कैसे स्थानीय लोगों ने झुलसती बस में घुसकर तीर्थयात्रियों की जान बचाई.

चैधरी आफताब अहमद के अनुसार,आज जालंधर, पंजाब के दर्जनों लोग 7 दिवसीय धार्मिक यात्रा पूरी करने के बाद वृंदावन से बस द्वारा लौट रहे थे. हमारे गांव धुलावट के समीप टोल पर बस में आग लगने से दर्जनों लोग झुलस गए.

गांव के लोगों ने अपनी जान पर खेलकर आग बुझाने और यात्रियों को निकालने की साहसी कोशिश की. 9 लोगों की जान ज्यादा जलने से बचाई नहीं जा सकी, जब कि बाकी काफी घायल हैं.

उन्होंने अपने बयान में कहा है-मैं खुद उनके इलाज के लिए शहीद हसन खा मेडिकल कॉलेज नूंह हूं. कुछ को रोहतक मेडिकल कॉलेज भेजा गया है.इस दुःखद घड़ी में हम पीड़ितों व उनके परिजनों संग खडे़ हैं.’’

आफताब अहमद ने टिप्पणी के साथ अपना एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमंे बताया है कि स्थिति ज्यादा बिगड़ने की वजह से शांति नामक महिला को रोहतक के पीजी अस्पताल भेजा गया है.उन्हांेने शिकायत की है कि स्थानीय प्रशासन को हरकत में आने में देरी हुई.

उल्लेखनीय है कि एक वर्ग हमेशा मेवात के भाईचारा को तोड़ने के लिए तरह-तरह की आफवाहें उड़ता रहता है. कभी आरोप लगाया जाता है कि यहां सर्वाधिक गोकशी और गोतस्करी होती है तो कभी कहा जाता है कि यह इलाका ठगों का गढ़ है. ऐसे ही आरोप लगाने की वजह से हाल में कुछ लोगों ने मेवात का माहौल इतना उत्तेजक बना दिया था कि एक धार्मिक यात्रा के बाद हिंसक वारदत मंे कई लोगों की जान चली गई थी. दर्जनों गाड़ियों में आग लगा दी गई थी और एक मस्जिद के इमाम को मौत के घाट उतार दिया गया था.

मुख्य बिंदु:

  • घटना: आज सुबह जालंधर से वृंदावन से लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस में अचानक आग लग गई.
  • स्थान: नूंह, हरियाणा
  • मृतक: 9
  • घायल: अनेक
  • बहादुरी: मेवात के लोगों ने अपनी जान पर खेलकर तीर्थयात्रियों को जलती बस से निकाला.
  • धर्मनिरपेक्षता: इस घटना ने मेवात के लोगों की धर्मनिरपेक्ष छवि को मजबूत किया है.
  • सहायता: घायलों को नूंह और रोहतक के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.