CultureMuslim WorldReligionTOP STORIES

फीफा वर्ल्ड कप 2022: इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के कतर पहुंचते ही नई बहस

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,दोहा

कतर में प्रतिष्ठित फीफा विश्व कप 2022 शुरू होने से कुछ घंटे पहले विवादास्पद भारतीय इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के फुटबॉल महाकुंभ में पहुंचते ही नई चर्चा शुरू हो गई है. सोशल मीडिया मंे उनके पक्ष और विपक्ष मंे तरह-तरह की बातें कही जा रही हैं. जाकिर नायक कतर मंे मजहब ए इस्लाम पर व्याख्यान देने कतर पहुंचे हैं.

जाकिर नाइक भारत के लिए वांछित हैं. उनपर मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं. फिलहाल वह मलेशिया में रहते हैं.कतर के स्वामित्व वाले खेल चौनल अलकास के प्रस्तुतकर्ता फैसल अलहाजरी ने शनिवार को ट्विटर पर लिखा, उपदेशक शेख जाकिर नाइक विश्व कप के दौरान कतर में मौजूद हैं और पूरे टूर्नामेंट के दौरान कई धार्मिक व्याख्यान देंगे.

2022 फीफा विश्व कप कतर में 20 नवंबर को शुरू हो गया है, जिसमें मेजबान देश दोहा से 35 किलोमीटर दूर स्थित अल बायत स्टेडियम में इक्वाडोर का सामना करेगा.विश्व कप 2022 के उद्घाटन से पहले जाकिर नाइक की कतर यात्रा के समर्थकों और विरोधियों के बीच ट्वीटर वार छिड़ा हुआ है. कुछ लोग कथित तौर पर जाकिर नायक का एक पुराना वीडियो वायरल कर रहे हैं जिसमें वह फुटबॉल को इस्लाम विरोधी बताते दिखते हैं. इस वीडियो की हकीकत क्या है ? अब तक इसपर नाइक की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है.

जाकिर नाइक कौन है?

पेशे से चिकित्सक, डॉ जाकिर नाइक इस्लाम और तुलनात्मक धर्म पर अंतरराष्ट्रीय वक्ता के रूप में प्रसिद्ध हैं. तुलनात्मक धर्मों का अध्ययन के अलावा उपदेशक अहमद दीदत के छात्रों में से एक हैं. वह पीस टीवी नेटवर्क के संस्थापक और निदेशक भी हैं.नाइक के एक ही समय में लाखों अनुयायी और विरोधी हैं.

उनकी उपस्थिति विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉमों पर है. दर्जनों देशों से लाखों लोग उनका अनुसरण करते हैं. उनके टेलीविजन चौनल करोड़ों व्यूज बटोरता है. पिछले 25 वर्षों में नाइक ने 2,000 से अधिक सार्वजनिक व्याख्यान दिए हैं. यह दावा उनके आधिकारिक वेबसाइट ने किया है.

2016 में, नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को भारत में विभिन्न धार्मिक संप्रदायों और समूहों के बीच दुश्मनी और नफरत भड़काने की कोशिश के आरोप में प्रतिबंधित कर दिया गया था.जाकिर नाइक 2017 से मलेशिया में रह रहे हैं.भारत सरकार ने जब उन पर मनी लॉन्ड्रिंग और भड़काउ भाषा का आरोप लगाया तो देश छोड़ गए. हालाकि नाइक का मलेशिया में स्थायी निवास है, लेकिन वहां उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए 2020 से व्याख्यान देने से मना कर दिया गया है.

कहा जाता है कि मलेशिया की स्थानीय पुलिस भड़काऊ भाषण देने के आरोप में उनसे पूछताछ कर चुकी है. आरोप है कि वह मुस्लिम-बहुल देश में रहने वाले हिंदू और चीनी समुदायों के संदर्भ में शांति भंग करने का प्रयास करते हैं.उनके भाषणों को भारत, बांग्लादेश, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम और मलेशिया में आतंकवाद विरोधी या नफरत कानूनों के तहत प्रतिबंधित किया हुआ है.

नाइक का विवाह फरहत नाइक से हुआ है, जो पुणे विश्वविद्यालय से वाणिज्य में मास्टर डिग्री प्राप्त हैं. उसी विश्वविद्यालय में एक पूर्व व्याख्याता के साथ मुंबई में इंटरनेशनल इस्लामिक स्कूल की पूर्व प्राचार्य भी रही हैं. आजकल वह इस्लामी मिशनरी में व्यस्त है.जाकिर नाइक और उनकी पत्नी फरहत के ती बच्चे फारिक, जिकरा और रुशदा हैं.