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रूस-यूक्रेन युद्ध पर शोर मचाने वाले 2021 में 355 फिलीस्तीनियों को इजरायली सेना के मार गिरोन पर खामोश

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, रामल्लाह

रूस-यूक्रेन युद्ध पर शोर मचाने वाले 2021 में 355 फिलीस्तीनियों को इजरायली सेना द्वारा मार गिरोन पर खामोश हैं. अभी अमेरिका, यूएन, नाटो, यूरोपीय यूनियन सभी रूस द्वारा यूक्रेन पर युद्ध थोपने को लेकर एक से एक बढ़कर कार्रवाई करने पर आमादा है. मगर इन संगठनों और देशों ने कभी इरायल द्वारा फिलीस्तीनियों पर युद्ध थोपने का न कोई बड़ी कार्रवाई की और न ही किसी तरह की बंदिश लगाई. अब साढ़े तीन फिलीस्तीनियों की इजरायल सेना द्वारा हत्या किए जाने की रिपोर्ट है.

फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना ने वर्ष 2021 के दौरान कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों में 355 फिलिस्तीनियों को मार डाला और 16,500 से अधिक घायल किए गए.रिपोर्ट में कहा गया है कि, वर्ष 2021 में, इजरायल द्वारा मारे गए फिलिस्तीनियों में से 265 गाजा पट्टी से थे, जिनमें से अधिकांश मई में गाजा पर इजरायली युद्ध के दौरान मारे गए, जबकि 90 वेस्ट बैंक और पूर्वी अल-कुद्स से थे.

मई 2021 में गाजा के खिलाफ इजरायल की आक्रामकता के 11 दिनों के दौरान, 3,000 घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसमें गाजा पट्टी में 2131 शामिल थे, जबकि 964 अन्य वेस्ट बैंक के अस्पतालों में थे.रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में इजरायल द्वारा मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या अप्रैल में 10 से बढ़कर मई में 303 हो गई. मारे गए लोगों में 87 बच्चे, 60 महिलाएं और 18 बुजुर्ग थे.

वेस्ट बैंक में, 30 फिलीस्तीनी इजरायली सेना द्वारा नब्लस शहर में मारे गए, उसके बाद जेनिन में 14, रामल्लाह और अल-बिरेह में 13, हेब्रोन में 11 और यरुशलम में 10 मारे गए.गाजा पट्टी में 120 फिलीस्तीनी मारे गए, उत्तरी गाजा में 75 और दक्षिण में खान यूनिस क्षेत्र में 34 मारे गए.

रिपोर्ट में बताया गया है कि 50 प्रतिशत चोटें जीवित गोलियों के कारण हुईं, और 964 चोटों का इलाज वेस्ट बैंक के अस्पतालों में किया गया, छर्रों से घायलों का प्रतिशत 35 है..स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “इससे पता चलता है कि इजरायली सेना में फिलिस्तीनियों को मारने की इच्छा थी. खासकर अगर हम 50 प्रतिशत जीवित गोला बारूद की दर पर विचार करें.“

रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब इजरायली बलों ने पूर्वी यरुशलम में दमिश्क गेट पर फिलिस्तीनियों पर हमला किया है. इबादत करने वालों को बुरी तरह पीटा है और रमजान के पवित्र महीने की दूसरी रात को गिरफ्तार किया है.

मंगलवार, 5 अप्रैल को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर फिलिस्तीनी बंदियों और पूर्व-बंदियों मामलों के आयोग द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, इज़राइल ने 1967 में वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी पर अपना कब्जा शुरू करने के बाद से 50,000 से अधिक फिलिस्तीनी बच्चों को गिरफ्तार किया.

1967 में छह दिवसीय अरब-इजरायल युद्ध के दौरान इजरायल ने पूर्वी यरुशलम, वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी पर कब्जा कर लिया था. बाद में इसे गाजा से हटना पड़ा.

वेस्ट बैंक के फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर 1967 के कब्जे के बाद से निर्मित 230 से अधिक बस्तियों में 700,000 से अधिक इजरायल रहते हैं.अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत सभी बस्तियां अवैध हैं. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कई प्रस्तावों में बंदोबस्त गतिविधियों की निंदा की है.

फिलिस्तीनी चाहते हैं कि वेस्ट बैंक भविष्य के स्वतंत्र राज्य के हिस्से के रूप में पूर्वी यरुशलम की राजधानी के रूप में हो, जो इजरायल नहीं चाहता. इसके लिए हत्याएं कर रहा है.