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ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव: 600 से अधिक उड़ानें रद्द, हज़ारों यात्री प्रभावित

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के चलते दक्षिण एशिया की हवाई सेवाओं पर बड़ा असर पड़ा है। मंगलवार रात भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में “सटीक सैन्य हमलों” के बाद, बुधवार सुबह से करीब 600 उड़ानों को रद्द किए जाने की पुष्टि हुई है।

फ्लाइट ट्रैकिंग सेवा Flightradar24 के मुताबिक, आज सुबह 10:30 UTC (यूएई समय दोपहर 2:30 बजे) तक भारत में 430 और पाकिस्तान में 147 उड़ानें रद्द की गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह संख्या और भी बढ़ सकती है क्योंकि क्षेत्रीय हवाई सुरक्षा को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।


भारत में 430 उड़ानें रद्द, उत्तरी क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित

फ्लाइटराडार24 के डेटा के अनुसार, भारत में रद्द की गई उड़ानें कुल निर्धारित उड़ानों का लगभग 3 प्रतिशत हैं। खासतौर पर उत्तर और पश्चिम भारत के 18 से अधिक हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इनमें दिल्ली, अमृतसर, जम्मू, श्रीनगर, पठानकोट और जोधपुर प्रमुख हैं।

देश के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGIA), दिल्ली से ही 35 से अधिक उड़ानें रद्द की गई हैं। इंडिगो एयरलाइंस ने अकेले 165 उड़ानें रद्द करने की पुष्टि की है, जबकि एयर इंडिया, स्पाइसजेट, एयर इंडिया एक्सप्रेस, अकासा एयर और कुछ अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों ने भी सेवाओं को आंशिक रूप से निलंबित कर दिया है।


पाकिस्तान में हवाई यातायात पर बड़ा असर: 17% उड़ानें रद्द

पाकिस्तान में कुल निर्धारित उड़ानों में से 17 प्रतिशत उड़ानें रद्द की गई हैं — जो भारत की तुलना में कहीं अधिक अनुपात है। लाहौर, इस्लामाबाद, कराची और रावलपिंडी जैसे बड़े हवाई अड्डों से उड़ानें प्रभावित हुई हैं।

सुरक्षा चिंताओं के चलते, पाकिस्तान की ओर से कई क्षेत्रों में नोटिस टू एयरमेन (NOTAM) जारी किया गया है, जिससे क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस ने भी उड़ान रूट बदल दिए हैं।


खाड़ी देशों की ओर डायवर्ट हुईं उड़ानें

हवाई क्षेत्र की बंदिशों के चलते ओमान, यूएई और कुवैत के ऊपर हवाई मार्गों पर विमानों की भीड़ देखी गई। फ्लाइटराडार24 के लाइव नक्शे में इन क्षेत्रों से गुजरने वाले विमानों की घनी कतारें नजर आईं, जिससे एयर ट्रैफिक कंट्रोल पर दबाव बढ़ा है।

दुबई की एमिरेट्स एयरलाइंस ने भी कई उड़ानों को रद्द या डायवर्ट करने की पुष्टि की है। यात्रियों को SMS और ईमेल के जरिए नए निर्देश भेजे गए हैं।


हज़ारों यात्री फंसे, एयरलाइनों के सामने चुनौती

इस हवाई संकट के चलते हज़ारों यात्री फंसे हुए हैं, जिनमें छात्र, कामकाजी लोग, तीर्थयात्री और पर्यटक शामिल हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी उड़ानें प्रभावित होने से यूएई, कतर और सऊदी अरब जैसे देशों से होकर वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

एयरलाइंस ने यात्री सहायता केंद्र सक्रिय कर दिए हैं, लेकिन हवाई किराए में अचानक बढ़ोतरी और सीटों की कमी के कारण यात्रियों की परेशानियाँ बढ़ गई हैं।


अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता, अमेरिका ने तनाव घटाने की अपील की

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए अमेरिका ने दोनों देशों से “तनाव कम करने और बातचीत बहाल करने” की अपील की है। व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने कहा कि,

“हम क्षेत्र में किसी भी प्रकार की सैन्य टकराव की संभावना को लेकर चिंतित हैं और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील करते हैं।”


निष्कर्ष: ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव हवाई यातायात से परे

ऑपरेशन सिंदूर के सैन्य और राजनीतिक प्रभावों से परे अब इसका असर आर्थिक, कूटनीतिक और मानवीय क्षेत्रों तक पहुंच रहा है। हवाई सेवाओं का रुकना न सिर्फ यात्रियों की परेशानी बढ़ा रहा है, बल्कि व्यापार, आपूर्ति शृंखला और पर्यटन पर भी असर डालेगा।

इस संकट की घड़ी में, भारत और पाकिस्तान दोनों देशों की सरकारों को आंतरिक सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के बीच संतुलन बनाना होगा।

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