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जॉर्डन ने सीरिया, तुर्की को भेजी रेस्क्यू टीम और मदद, भारतीय वायुसेना का चौथा विमान फील्ड अस्पताल रवाना, भूकंप प्रभावित प्रांतों के लिए आपातकाल की घोषणा

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,अम्मान

जॉर्डन ने मंगलवार को कहा कि उसने सीरिया और तुर्की में भूकंप के तेज झटकों के बाद मदद के लिए मानवीय सहायता और बचाव दलों को भेजा है. जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पीड़ितों और घायल लोगों के परिवारों की मदद के लिए जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय के शाही निर्देशों के बाद सहायता भेजी गई.

सहायता में बचाव उपकरण, टेंट, साथ ही रसद और चिकित्सा आपूर्ति शामिल हैं. जॉर्डन ने 99 सदस्यीय चिकित्सा और बचाव दल भी भेजा है. मंत्रालय ने कहा कि जॉर्डन हाशमाइट चैरिटी ऑर्गनाइजेशन सीरिया और तुर्की में संबंधित अधिकारियों के साथ काम कर रहा है ताकि राहत कार्यों में मदद के लिए प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल जरूरतें भेजने की तैयारी की जा सके.

तुर्की ने भूकंप प्रभावित प्रांतों के लिए आपातकाल की घोषणा की

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने मंगलवार को भूकंप से प्रभावित तुर्की के 10 प्रांतों में तीन महीने के लिए आपातकाल की घोषणा की. उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह निर्णय यह सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है कि खोज और बचाव गतिविधियों और बाद के अध्ययनों को जल्दी से पूरा किया जा सके.

एर्दोगन ने कहा कि दक्षिणी तुर्की में सोमवार को आए शक्तिशाली भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,549 हो गई. राष्ट्रपति के अनुसार, कुल 53,317 खोज और बचाव कर्मचारी और सहायक कर्मी वर्तमान में भूकंप क्षेत्रों में काम कर रहे हैं.
आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्राधिकरण (एएफएडी) के अनुसार, हताहतों की संख्या दक्षिणी कहरामनमारस,अदाना, अदियामन, उस्मानिया, हटाय, किलिस और मालट्या और दक्षिणपूर्वी सनलिउर्फा, दियारबाकिर और गाजियांटेप के प्रांतों में हुई.

सोमवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 4:17 बजे तुर्की के दक्षिणी प्रांत कहमनमारस में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया, इसके कुछ मिनट बाद देश के दक्षिणी प्रांत गजियांटेप में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया और स्थानीय समयानुसार दोपहर 1:24 बजे कहारामनमरस प्रांत में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया. एर्दोगन ने सोमवार को ही पीड़ितों के लिए सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की थी.

तुर्की को राहत सामग्री पहुंचाने के लिए वायुसेना का चौथा विमान फील्ड अस्पताल रवाना

भूकंप की त्रासदी से जूझ रहे तुर्की को राहत सामग्री पहुंचाने के लिए वायुसेना का चौथा विमान फील्ड अस्पताल के शेष हिस्से के साथ तुर्की के लिए रवाना हुआ है. भारत सरकार ने मंगलवार को तुर्की के लिए यह सहायता रवाना की है. भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक इसमें भारतीय सेना की चिकित्सा टीम के 54 सदस्यों के साथ-साथ चिकित्सीय सुविधा स्थापित करने के लिए चिकित्सा और अन्य उपकरण शामिल हैं.

गौरतलब है कि भूकंप के झटके झेलने के कारण तुर्की में 4 हजार से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारत में तुर्की को राहत सामग्री भेजने का निर्णय लिया है. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से निर्णय लिया गया कि राहत सामग्री के साथ एनडीआरएफ, मेडिकल टीम, और बचाव टीमों को तुरंत तुर्की भेजा जाएगा. पीएमओ के निर्णय के उपरांत एनडीआरएफ की दो टीमें, विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड और आवश्यक उपकरणों के साथ 100 कर्मियों को राहत और बचाव के लिए तुर्की भेज गया है.
गौरतलब है कि इससे पहले तुर्की के लिए मानवीय सहायता ले जा रहे भारतीय विमान को पाकिस्तान ने एयरस्पेस देने से इनकार कर दिया है. पाकिस्तान के इस रवैया के कारण भारतीय विमान को लंबा चक्कर लगाते हुए दूसरे रूट से तुर्की पहुंचना पड़ा. एक संकटग्रस्त देश की मदद में अड़ंगा डालने पर पाकिस्तान विश्व समुदाय के समक्ष निंदा का पात्र बनकर उभरा है. विशेषज्ञ मानते हैं कि अस्थिरता के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान की हरकत से विश्व समुदाय के समक्ष उसकी साख और कमजोर हुई है.

ऐसे में राहत सामग्री लेकर भारत का जो विमान तुर्की के लिए रवाना हुआ था उसे पाकिस्तानी एयरस्पेस होते हुए तुर्की पहुंचना था, लेकिन पाकिस्तान ने राहत सामग्री ले जा रहे विमान को अपना एयरस्पेस देने से इनकार कर दिया. रिपोर्ट के अनुसार तुर्की के एंबेसेडर फिरात सुनेल ने तुर्की को सहायता भेजने के लिए भारत को धन्यवाद देते हुए कहा है कि, जरूरत में काम आने वाला दोस्त ही सच्चा दोस्त होता है. तुर्की ने मुसीबत की घड़ी में साथ देने के लिए भारत की प्रशंसा की है और भारत को अपना सच्चा मित्र बताया है। भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने भारत सरकार की ओर से इस मदद के लिए धन्यवाद दिया.

फिरत सुनेल ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि ‘दोस्त’ तुर्की और हिंदी में एक आम शब्द है। हमारे पास एक तुर्की कहावत है कि जरूरत में काम आने वाला दोस्त ही सच्चा दोस्त होता है. उन्होंने भारत को इस मदद के लिए आभार प्रकट किया है.। सोमवार को केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने तुर्की के दूतावास का दौरा किया और शोक व्यक्त किया. उन्होंने यहां तुर्की के प्रतिनिधियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहानुभूति की जानकारी भी दी.