‘ लूज टाॅक ’ फेम पाकिस्तानी व्यंगकार अनवर मकसूद ‘ बैंक फर्जीवाड़ा ’ में जेल जाते बचे
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
काॅमेडियन मोइन अख्तर के ‘लूज टाॅक’ टीवी शो के लेखक एवं दुनियाभर मंे चर्चित पाकिस्तान के व्यंगकार अनवर मकसूद ‘बैंक फर्जीवाड़े’ में जेल जाते बाल-बाल बच गए. उन्हें बैंक के एक अधिकारी ने धमकी देकर छोड़ दिया.
अनवर मकसूद ने खुद ही यह बात अपने एक इंटरव्यू में स्वीकार की है.अनवर मकसूर ने ‘रफ्तार’ नामक एक मीडिया आउटलेट को दिए इंटरव्यू में बताया कि भारत के बंटवारे के समय हैदराबाद से कराची आने के बाद उनका परिवार आर्थिक समस्या से जूझ रहा था.
उन्हांेने इंटरव्यू के 17 वें मिनट में बताया कि वह जब संघर्ष के दौर से गुजर रहे थे तो उनकी पहली नौकरी बैंक में किसी की सिफारिश पर लगी थी. मगर बैंक उनके घर से काफी दूर था. वहां तक पहुंचने के लिए उन्हें लंबी दूरी की दो बसें बदलनी पड़ती थीं. इससे वह इतने परेशान हुए कि एक दिन उन्होंने बैंक के हेड ऑफिस के एक अधिकारी के नकली हस्ताक्षर से खुद ही अपना ट्रांसफर लेटर तैयार किया और अपने ब्रांच मैनेजर को दे दिया.
उन्होंने बताया कि हेड ऑफिस के अधिकारी का हस्ताक्षर उन्हांेने इतनी सफाई से किया था कि किसी को कोई शक नहीं हुआ. मगर बाद में जब जांच हुई तो उनका फर्जीवाड़ा पकड़ा गया.
बैंक अधिकारी ने उन्हें बुलाकर बुरा भला कहा और बताया कि उनकी इस हरकत से उन्हें जेल हो सकती है. अधिकारी के कारण पूछने पर अनवर मकसूद ने बताया कि बैंक की दूरी अधिक होने के कारण उन्हें नौकरी करने में दिक्कत हो रही थी.
उन्हांेने बैंक के आला अधिकारी को यह भी बताया कि उन्हें सिफारशी नौकरी पसंद नहीं. वह पेंटर और लेखक हैं. उन्हें बैंक की नौकरी नहीं जंच रही है. अनवर मकसूद बताते हैं कि उन्हांेने उसी दिन नौकरी से इस्तीफा दे दिया.
अनवर मकसूद इस इंटरव्यू में पाकिस्तान के हालात से बेहद मायूस दिखे. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की स्थापना काल से ही यह देश समस्याओं से जूझ रहा है.
अपनी साफगोई और बेबाक बयानी के लिए मशहूर चर्चित व्यंगकार ने यहां तक कहा कि बम बनाने से क्या होगा. क्या इससे लोगों को नौकरी मिल रही है. रोटी मिल रही है. पानी मिल रहा है. बिजली मिल रही है ? उन्हांेने अप्रत्यक्ष रूप से भारत के बंटवारे पर अफसोस जताया. साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान जैसा कोई और मुल्क नहीं. इस देश के लोग बेहद मेहमाननवाज हैं.
महत्वपूर्ण बिंदु:
- पाकिस्तानी व्यंगकार अनवर मकसूद ने ‘बैंक फर्जीवाड़ा’ स्वीकार किया है.
- उन्होंने फर्जी हस्ताक्षर से अपना ट्रांसफर लेटर तैयार किया था.
- बैंक अधिकारी ने उन्हें जेल जाने की धमकी दी थी.
- मकसूद ने नौकरी छोड़ दी और कहा कि उन्हें पेंटर और लेखक बनना है.
- उन्होंने पाकिस्तान की समस्याओं पर भी टिप्पणी की.
अतिरिक्त जानकारी:
- अनवर मकसूद ‘लूज टाॅक’ शो के लिए जाने जाते हैं.
- वह अपनी साफगोई और बेबाक बयानी के लिए मशहूर हैं.
- उन्होंने पाकिस्तान की स्थापनाकाल से ही देश की समस्याओं पर टिप्पणी की है.
मुख्य बिंदुओं की सुझाव:
पाकिस्तानी व्यंगकार अनवर मकसूद ‘लूज टॉक’ के लेखक, ‘बैंक फर्जीवाड़ा’ मामले में जेल में बंद, धमकी से ही बचे.
अनवर मकसूद ने स्वीकार किया अपने फर्जीवाड़े को, धमकी के दौरान छोड़ा जा गया.
उन्होंने अपनी सफाई दी कि उन्हें बैंक की दूरी के कारण नौकरी में परेशानी हो रही थी.
पाकिस्तान की व्यवस्था और समस्याओं के बारे में अनवर मकसूद की चिंता.