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प्रो. सैयद वसीम अख्तर बोले-गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रणाली स्थापित करने को सभी स्तरों पर नैतिक शिक्षा जरूरी

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, लखनऊ

समाज के सुधार के लिए चलाई जा रही योजनाएं और आंदोलन तब तक सफल नहीं होंगे, जब तक शिक्षण संस्थानों में हर स्तर पर नैतिक शिक्षा की व्यवस्था न की जाए.शिक्षक और मार्गदर्शक मिलते हैं तो मंजिल उनकी नियति बन जाती है. हमारे सामने दुनिया के कई महान लोगों के उदाहरण हैं जिन्होंने तमाम समस्याओं के बावजूद शिक्षा प्राप्त कर असाधारण और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. वे हमारे लिए मार्गदर्शन की मशाल बन गए हैं. यहां इंटीग्रल इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलाधिपति प्रोफेसर सैयद वसीम अख्तर ने यहां एक कार्यक्रम में छात्रों से मुखातिब होते हुए यह बातें कहीं.

गौरतलब है कि विश्वविद्यालय में नए छात्रों के लिए एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया था. जिसमें उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री भी शामिल हुए. साथ ही विश्वविद्यालय के विशाल सभागार में विभिन्न विभागों द्वारा परिचयात्मक और सूचनात्मक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.

इंटीग्रल इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के विशाल सभागार में प्रोफेसर सैयद वसीम अख्तर जिस अंदाज मंे बच्चांे से मुखातिब हुए वह अनुभव के हिसाब से बेहद यादगारा रहा. जीवन के विभिन्न मुद्दों पर शैक्षिक संबंध के साथ व्यक्त करते हुए, उन्होंने छात्रों को नैतिक शिक्षा की ओर आकर्षित करने के लिए विशेष उपाय करने पर जोर दिया.

बता दें कि इस साल सीबीएससी (दिल्ली) की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा में इंटीग्रल इंटरनेशनल स्कूल का परिणाम शत-प्रतिशत रहा. एक सौ सर्वश्रेष्ठ छात्रों में से पचास से अधिक ने 80 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त किए. 10 छात्र जिन्होंने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं और इंटीग्रल इंटरनेशनल स्कूल (टेक्नो एकेडमिक हायर सेकेंडरी स्कूल) की श्रेष्ठता बनाए रखा है. प्रो. सैयद वसीम अख्तर ने असाधारण सफलता हासिल करने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित समारोह में प्रमाण पत्र और पदक के साथ अन्य प्रेरक पुरस्कार प्रदान किए.

कुलाधिपति का मानना ​​है कि प्रशिक्षण एक सतत प्रक्रिया है जो सभी स्तरों पर जारी रहनी चाहिए न कि केवल प्राथमिक और कनिष्ठ कक्षाओं में. प्रो-चांसलर सैयद नदीम अख्तर का मानना ​​है कि नैतिक शिक्षा सुनिश्चित करके शैक्षिक प्रगति और स्थिरता सुनिश्चित की जा सकती है.इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने कहा कि प्रोफेसर सैयद वसीम अख्तर के नेतृत्व और मार्गदर्शन में इंटीग्रल यूनिवर्सिटी और इंटरनेशनल स्कूल नए हैं.

उनके द्वारा चलाए जा रहे शैक्षिक मिशन को सफल बनाने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे. हमें यकीन है कि हम भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करेंगे. ऐसा कहा जाता है कि प्रोफेसर सैयद वसीम अख्तर के आदेश के आलोक में शिक्षकों और प्राचार्यों यहां हमें शिक्षा का वातावरण प्रदान किया है, आज विश्वविद्यालय का नाम पूरे विश्व में प्रसिद्ध और लोकप्रिय हो गया है.

एक महत्वपूर्ण बात यह है कि अतीत में एक झोपड़ी और एक पेड़ की छाया में शुरू हुआ स्कूल आज अपने युग की एक प्रमुख पहचान बनता जा रहा है.संस्थापक और कुलाधिपति प्रोफेसर सैयद वसीम अख्तर का मानना ​​है कि बच्चे समाज का भविष्य हैं शिक्षा और प्रशिक्षण में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. बेहतर शिक्षा प्रदान करने और गुणवत्ता स्थापित करने के लिए हर संभव सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. इस अवसर पर प्रो-चांसलर सैयद नदीम अख्तर, कुलपति प्रो. जावेद मुसरत, प्रो-चांसलर सैयद अकील अहमद और रजिस्ट्रार प्रोफेसर हारिस सिद्दीकी सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी प्रेरण समारोह में भाग लिया.

प्रोफेसर सैयद वसीम अख्तर ने बेहतर शिक्षा को बढ़ावा देने और विशेष रूप से शैक्षिक रूप से वंचित लोगों के शैक्षिक विकास के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. आर्थिक रूप से कमजोर होने के साथ हर स्तर पर पिछड़े आज भी सैकड़ों बच्चे हैं जो अपने शैक्षिक मिशन के माध्यम से मुफ्त शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं.