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रमजान 2023 : ईद को खास बनाने के लिए लखनवी सेवइयों की बुकिंग शुरू, जानिए क्या है खास

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, लखनऊ

पूरा देश लखनवी सेवइयों का दीवाना है. यहां से किमामी सेवई उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई और महाराष्ट्र के साथ कोलकाता भेजी जाती है. इन राज्यों के लोग नवाबों के शहर की सेवइयों को बहुत प्यार करते हैं. इसलिए रमजान शुरू होने से पहले ही लखनऊ की फैक्ट्रियों में सेवइयां बनाने का सिलसिला शुरू हो जाता है.

लखनऊ में सेवइयों की करीब 60 फैक्ट्रियां हैं. लखनऊ की एक बेहद मशहूर फैक्ट्री के मालिक आसिफ ने बताया कि लखनऊ की सेवइयां किमामी ईद के लिए बेहद खास मानी जाती है. यहां जैसी सेवई किसी और राज्य में खाने को नहीं मिलती, इसलिए इनकी सबसे ज्यादा डिमांड रहती है.

उन्होंने कहा कि किमामी सेवइयां खाने में बेहद सॉफ्ट होती हैं. अगर आप इसे कई दिनों तक रखेंगे तो भी यह खराब नहीं होगी. उन्होंने कहा कि इन दिनों फैक्ट्री के कर्मचारी 24-24 घंटे काम कर रहे हैं, ताकि लखनवी सेवइयां अन्य राज्यों में सही समय पर पहुंच सकें.

उन्होंने कहा कि हर साल लोग बड़ी संख्या में फैक्ट्रियों से संपर्क करते हैं और सेवइयों को अपने करीबियों तक पहुंचाने के लिए बुक करते हैं. रोजाना 15 से 20 क्विंटल सेवई का उत्पादन हो रहा है. उन्होंने कहा कि दो दिन के अंदर ही लोगों ने लाखों की सेवइयां बुक कर ली हैं.

कैसे बनती हैं सेवइयां

सबसे पहले मैदा लिया जाता है. फिर उसे मशीन में डाल कर अच्छी तरह मिक्स किया जाता है. जब दूसरी मशीन में आटा डाला जाता है तो लच्छे के रूप में आटा निकल आता है. फिर इसे 5 से 7 घंटे के लिए धूप में सुखाया जाता है. इसे पतली लकड़ी पर सुखाया जाता है. सूखने के बाद इसे धीमी आंच पर भट्टी में रखा जाता है. फिर इसे बाहर निकाल लिया जाता है और इसके ठंडा होने का इंतजार किया जाता है.उसे कागज में लपेटकर पैक करके बाजारों में भेज दिया जाता है.

लखनऊ में कीमत

नवाबों के शहर लखनऊ में सेवई के मुख्य बाजार अमीनाबाद, रकाबगंज और नखास हैं. यहां अब सेवइ की कीमत 40 से 60 रुपये प्रति किलो है, जबकि पहले यह 30 से 40 रुपये प्रति किलो थी. यहां के व्यापारियों ने ईद तक दाम और बढ़ने की संभावना जताई है.