राम मंदिर निर्माण पर लघु फिल्म रिलीज, वोटरों को रिझाने का प्रयास तो नहीं !
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,अयोध्या
चुनाव में धर्म-मजहब की राजनीति चरम पर पहुंच जाती है. इस मामले में उत्तर प्रदेश और राम मंदिर-बाबरी मस्जिद आंदोलन सर्वपरि है. चूंकि उत्तर प्रदेश में चुनाव है तो खास वर्ग के वोटरों का साधने के लिए राम मंदिर का इस्तेमाल लाजमी है. इसी अटकलों के बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या में चल रहे राम मंदिर निर्माण पर पांच मिनट की 3डी फिल्म रिलीज की है. ट्रस्ट ने गुरुवार को लोहड़ी के मौके पर अपना यूट्यूब चैनल भी लॉन्च किया. हालाकि ट्रस्ट से चुनाव आयोग से पूछा जा सकता है कि अभी जब मंदिर का निर्माण पहले चरण में नहीं है, ऐसे में इस पर चुनावी मौसम में मंदिर पर फिल्म दिखाने का क्या औचित है ?
शॉर्ट फिल्म में ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण कार्य शुरू करने वाली कंपनी लार्सन एंड टुब्रो, टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट, मंदिर के वास्तुकार सीबी सोमपुरा के बारे में बात करते हुए निर्माण कार्य से संबंधित सभी विवरण साझा किए हैं.थ्रीडी प्रेजेंटेशन के माध्यम से ट्रस्ट ने राम जन्मभूमि पर मौजूदा अस्थायी मंदिर को दिखाने की कोशिश की है कि कैसे राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ.
वीडियो को लॉन्च करने के दो घंटे के भीतर, इसे 5,000 से अधिक बार देखा गया.पांच मिनट की यह फिल्म दर्शकों के सामने यह भी प्रस्तुत करती है कि निर्माण कार्य कैसे आगे बढ़ेगा और निर्माण के हर चरण के पूरा होने के बाद मंदिर कैसा दिखेगा. फिल्म में निर्माण कार्य के प्रत्येक चरण के बारे में अंग्रेजी भाषा में संक्षिप्त संकेत भी हैं.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि यूट्यूब चैनल के माध्यम से, हमने 3 डी मूवी की मदद से राम मंदिर के चल रहे निर्माण कार्य को दिखाने की कोशिश की है. यह फिल्म तब तक का पूरा निर्माण कार्य भी दिखाती है जब तक मंदिर दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा.
इस 3डी फिल्म को पिछले साल तैयार किया गया था.ट्रस्ट ने पिछले साल अगस्त में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अयोध्या दौरे के दौरान वीडियो दिखाया था.
ट्रस्ट के सदस्यों ने पिछले साल दिसंबर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अयोध्या दौरे के दौरान उन्हें फिल्म भी दिखाई थी. यह वीडियो पिछले साल 13 दिसंबर को वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन में शामिल हुए कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी दिखाया गया था.
फिलहाल नींव का काम पूरा होने के बाद मंदिर के शिलाखंड का शिलान्यास किया जा रहा है.पूर्व नौकरशाह नृपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में राम मंदिर निर्माण समिति निर्माण कार्य की बारीकी से निगरानी कर रही है.
समिति हर महीने अयोध्या में बैठक बुलाती है जिसमें ट्रस्ट के सदस्य और इंजीनियर हिस्सा लेते हैं. इन बैठकों में भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की जाती है और अन्य मुद्दों के साथ निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की जाती है.