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सेना को समर्थन और बच्चों को संबल: अकबरुद्दीन ओवैसी का समर कैंप मॉडल बना नया सामाजिक उदाहरण

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, हैदराबाद

— ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के वरिष्ठ नेता और अपने तेजतर्रार भाषणों के लिए पहचाने जाने वाले अकबरुद्दीन ओवैसी एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार कारण राजनीति नहीं, बल्कि सामाजिक सेवा और खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता है।

हाल ही में “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान सेना को समर्थन देने के लिए हैदराबाद में एक विशाल जलसे का आयोजन कर चुके अकबरुद्दीन ओवैसी अब अपने शहर के बच्चों और युवाओं के लिए एक समर्पित खेल पहल में जुटे हैं। उन्होंने “हबीब-ए-मिल्लत अकबर ओवैसी स्पोर्ट्स अकादमी” के बैनर तले संतोषनगर स्थित ओवैसी मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर कैंपस में एक निःशुल्क समर कैंप की शुरुआत की है, जो तेजी से हैदराबाद के सामाजिक परिदृश्य में एक नई उम्मीद बनकर उभरा है।


⚽🏏🏐 खेलों के जरिए विकास की राह

इस समर कैंप में क्रिकेट, फुटबॉल, वॉलीबॉल सहित कई खेलों में प्रशिक्षित कोचों द्वारा युवाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह पहल न सिर्फ बच्चों को स्वास्थ्य और अनुशासन की दिशा में प्रेरित कर रही है, बल्कि उन्हें जीवन में आगे बढ़ने का आत्मविश्वास भी दे रही है।

अकबरुद्दीन ओवैसी ने खुद खेल मैदान में पहुंचकर बच्चों से बातचीत की, उन्हें प्रोत्साहित किया और भविष्य में भी इस तरह की पहल को निरंतर बनाए रखने का आश्वासन दिया।

“बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें सही दिशा और मंच चाहिए। हमारा प्रयास है कि हर बच्चा खुद को साबित कर सके, चाहे वह किसी भी पृष्ठभूमि से हो,” — अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा।


📸 एक्स हैंडल पर साझा कीं तस्वीरें और वीडियो

अकबरुद्दीन ओवैसी ने अपने X (पूर्व Twitter) हैंडल पर इस समर कैंप की कई तस्वीरें और वीडियो भी साझा की हैं। इसमें वे बच्चों के साथ खेलते, कोच से चर्चा करते और स्थानीय युवाओं से संवाद करते नज़र आ रहे हैं। उनकी यह सक्रियता न केवल AIMIM समर्थकों के बीच बल्कि आम नागरिकों में भी सकारात्मक संदेश के रूप में देखी जा रही है।


🇮🇳 सेना के समर्थन से खेलों की पिच तक

गौरतलब है कि अकबरुद्दीन ओवैसी ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत सरकार और सेना के साहसिक कदम का समर्थन करते हुए हैदराबाद में एक विशाल जनसभा की थी, जिसमें उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दिखाई थी।

अब उसी ऊर्जा और जनसंपर्क को उन्होंने समाज के कमजोर तबकों और युवा वर्ग की क्षमता निर्माण की दिशा में लगाया है — यह दिखाता है कि राजनीति से आगे बढ़कर सामाजिक सुधार भी उनकी प्राथमिकता है।


🏆 खेल के बहाने सामाजिक एकता

हैदराबाद जैसे विविधतापूर्ण शहर में खेलों के ज़रिए एकता और जागरूकता की यह कोशिश मुस्लिम समुदाय के साथ-साथ पूरे शहर में एक मिसाल बन सकती है। कई अभिभावकों ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे बच्चों में आत्मविश्वास और अनुशासन की भावना आ रही है।


🔚 निष्कर्ष

अकबरुद्दीन ओवैसी की यह पहल एक स्पष्ट संकेत है कि नेतृत्व सिर्फ भाषणों से नहीं, बल्कि ज़मीनी काम से परखा जाता है।चाहे वह सेना के पराक्रम का समर्थन हो या शहर के बच्चों को भविष्य की तैयारी देना —
हैदराबाद में एक नया सामाजिक मॉडल आकार ले रहा है, जिसकी शुरुआत एक समर कैंप से हुई है।

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