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घाटी में आधुनिकता की बयार बहाने की कोशिश: कश्मीर विश्वविद्यालय में 9 दिवसीय सोनजल यूथ फेस्टिवल

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, श्रीनगर

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से सरकारी स्तर पर घाटी के युवा वर्ग को ज्यादा से ज्यादा व्यस्त रखने का प्रयास किया जा रहा है. इसके पीछे उद्देश्य है कश्मीरी युथ को खेल-सांस्कृति गतिविधियांें में व्यस्त रखकर आतंकवाद और लगाववाद के प्रति उनके रूझान को कम करना. इसकी वजह से कश्मीर में पिछले दो वर्षों में ऐसे कार्यक्रमों की बाढ़ आई हुई है. अलग बात है कि युवा वर्ग को ऐसी गतिविधियांे से कहीं ज्यादा उन्हें नौकरी और रोजगार देकर व्यस्त रखा जा सकता है.

बहरहाल, युवाओं के बीच सांस्कृतिक और पारंपरिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कश्मीर विश्वविद्यालय में युवा उत्सव ‘सोनजल की शुरूआत हुई.कश्मीर विश्वविद्यालय में यह महोत्सव पूरे नौ दिनों तक चलेगा. इसका उद्देश्य युवाओं, विशेषकर शिक्षण संस्थानांे के परिसर के छात्रों के बीच सांस्कृतिक और पारंपरिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है.

सरकार का कहना है कि इस प्रकार के आयोजन से छात्रों में कला, संस्कृति और पारंपरिक गतिविधियों में सक्षमत और उचित मंच देने में मदद मिलेगी.

कश्मीरी में सोनजल का अर्थ इंद्रधनुष है. इसके उद्घाटन पर जेके के एलजी सिन्हा ने अपने भाषण में कहा, इस मंच के माध्यम से युवा अपनी रचनात्मकता को चौनलाइज करने और एक भारत श्रेष्ठ भारत के मार्ग का अनुसरण करने में सक्षम होंगे. युवा उत्तर क्षेत्र उत्सव में भी भाग लेंगे. उनके अनुसार, 2023 में आयोजित होने वाला यह कश्मीर का पहला राष्ट्रीय युवा उत्सव है.

सरकार की ओर से यह भी कहा गया कि पश्चिमी संस्कृति के कारण ज्यादातर युवा कश्मीर के समृद्ध अतीत से पूरी तरह वाकिफ नहीं हैं, इसलिए कश्मीर विश्वविद्यालय ने इस उत्सव को आयोजित करने के लिए अद्भुत कदम उठाया है.उत्सव का आयोजन कश्मीर विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण विभाग के युवा मामलों के विभाग द्वारा दीक्षांत समारोह परिसर में किया गया है, जहां छात्रों की एक बड़ी भीड़ उत्सव की सभी गतिविधियों का आनंद उठा सकेगी.

कार्यक्रम के दौरान एक छात्र ने कहा, इस प्रकार का आयोजन हमेशा सभी युवाओं के लिए मनोरंजक होता है. उन्हें अपने तनाव के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी. उत्सव को कश्मीर में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के विभिन्न विभागों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. उत्सव के दौरान, घाटी के प्रतिभाशाली युवा लोक संगीत, संगीत, सांस्कृतिक जैसी विभिन्न गतिविधियों में भाग लेंगे. गाने, पेंटिंग, फोटोग्राफी और क्विज प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी.