तुर्की-सीरिया में भूकंप से मृतकों की संख्या 25 हजार के पार, जर्मनी का पीड़ितों को 3 महीने का वीजा का ऐलान, ऑपरेशन दोस्त भी जारी
मुस्लिम नाउ ब्यूरो नई दिल्ली
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप में 25,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जबकि जर्मनी ने तुर्की और सीरिया के भूकंप पीड़ितों को तीन महीने का वीजा जारी करने की घोषणा की है.फ्रांसीसी समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, प्रभावित क्षेत्रों में भीषण ठंड के कारण न केवल राहत कार्य बाधित हो रहे हैं, बल्कि लाखों लोग प्रभावित हुए हैं, जिन्हें सहायता की तत्काल आवश्यकता है.
संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि भूकंप के बाद दोनों देशों में कम से कम 870,000 लोगों को भोजन की सख्त जरूरत है और अकेले सीरिया में 5.3 मिलियन लोग विस्थापित हुए हैं.दोनों देशों के उन क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय सहायता पहुंच रही है, जहां बचाव दल बच्चों को मलबे के नीचे से निकालने की कोशिश कर रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र की सहायक संस्था विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शनिवार को एक अन्य बयान में कहा है कि तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से कुल 2.26 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं.जर्मनी ने तुर्की और सीरिया में भूकंप पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए तीन महीने का वीजा जारी करने की घोषणा की है.
एएफपी के मुताबिक, शनिवार को जर्मनी के गृह मंत्री सेंसी फेजर ने कहा, यह आपात मदद है. हम जर्मनी में तुर्की और सीरियाई परिवारों को दो तबाह देशों से अपने करीबी रिश्तेदारों को अपने घरों में आमंत्रित करने की अनुमति देंगे.उन्होंने कहा कि जो लोग नियमित वीजा के पात्र हैं, उन्हें तत्काल तीन महीने का वीजा दिया जाएगा.
ध्यान रहे कि जर्मनी में लगभग 2.9 मिलियन तुर्की लोग रहते हैं, जिनमें से आधे के पास तुर्की की नागरिकता है.जर्मनी में सीरियाई लोगों की संख्या 924,000 है.6 फरवरी को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद से मरने वालों की संख्या में वृद्धि जारी है और बचे लोगों का जीवन मुश्किल हो गया है.
संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम ने तुर्की में कम से कम 590,000 विस्थापित लोगों और सीरिया में 284,000 लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए 77 मिलियन डाॅलर की सहायता की अपील की है.संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने शुक्रवार को सीरिया के प्रभावित इलाके में मानवीय सहायता पहुंच की अपील की, जिस पर कुर्द लड़ाकों और सीरियाई विद्रोहियों का नियंत्रण है.
विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर पश्चिमी सीरिया में लगभग 40 लाख लोग मानवीय सहायता पर निर्भर हैं.सीरियाई सरकार ने कहा कि उसने अपने नियंत्रण से बाहर भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में मानवीय सहायता के वितरण को मंजूरी दे दी है.अधिकारियों के मुताबिक, भूकंप से 12 हजार 141 इमारतें या तो नष्ट हो गई हैं या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई हैं.अधिकारियों और मेडिकल स्टाफ के मुताबिक, तुर्की में 21,848 लोगों की मौत हुई है, जबकि सीरिया में मरने वालों की संख्या 3,553 है. दोनों देशों में मौतों की पुष्टि की संख्या 25,401 तक पहुंच गई है.
जून में होने वाले चुनावों से पहले, तुर्की सरकार द्वारा आपदा से निपटने को लेकर जनता का गुस्सा बढ़ गया है.आद्यमन प्रांत के रहने वाले हकन तानरीवर्दी ने कहा कि जो लोग भूकंप से नहीं मरे उन्हें ठंड से मरने के लिए छोड़ दिया गया.
ऑपरेशन दोस्त : भारत ने तुर्की, सीरिया के लिए राहत सामग्री के साथ सातवीं उड़ान भेजी
सीरिया और तुर्की के लिए भूकंप राहत प्रयासों के लिए राहत सामग्री, जरूरी सामान, आपातकालीन और क्रिटिकल केयर दवाएं लेकर भारत से सातवां विमान भेजा गया है. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शनिवार को यह जानकारी दी. विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, शनिवार की शाम को भूकंप राहत सामग्री और उपकरण एक अन्य आईएएफ सी-17 विमान से सीरिया और तुर्की भेजे गए। दमिश्क में राहत सामग्री उतारने के बाद, उड़ान अडाना की ओर जाएगी.
अधिकारी ने कहा, उड़ान में 35 टन मानवीय सहायता, राहत सामग्री, चिकित्सा सहायता, आपातकालीन और महत्वपूर्ण देखभाल दवाएं, चिकित्सा उपकरण और उपभोग्य वस्तुएं हैं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा था कि भारतीय टीमें भूकंप प्रभावित तुर्की में राहत और बचाव कार्यो में मदद के लिए ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत दिन-रात काम कर रही हैं.