रमज़ान में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए यूपी के मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी ने डीजीपी को लिखा पत्र
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो,लखन
: उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी ने रमज़ान के पवित्र महीने में राज्य में शांति और सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में राज्य भर में सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर विशेष दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की है।
मंत्री की प्रमुख मांगें और निर्देश
दानिश आज़ाद अंसारी ने अपने पत्र में धार्मिक स्थलों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया है। उनके निर्देशों के अनुसार—
- प्रमुख मस्जिदों और धार्मिक स्थलों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती – रमज़ान के दौरान नमाज़ियों की भारी भीड़ होती है, विशेषकर जुमे (शुक्रवार) की नमाज़ के दौरान। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी प्रमुख मस्जिदों और धार्मिक स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाए।
- पुलिस गश्त बढ़ाई जाए – खासतौर पर सहरी (सुबह के समय) और इफ्तार (शाम के समय) के दौरान पुलिस गश्त तेज करने की जरूरत है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो और लोगों को सुरक्षित माहौल मिले।
- स्थानीय स्तर पर समन्वय बैठकें – सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को निर्देश दिया जाए कि वे स्थानीय प्रशासन और धर्मगुरुओं के साथ समन्वय स्थापित करें ताकि किसी भी प्रकार की गलतफहमी या अफवाह को फैलने से रोका जा सके।
- शहरों और संवेदनशील इलाकों में विशेष सतर्कता – कई जिलों में ऐसे क्षेत्र हैं जहां भीड़भाड़ अधिक होती है या अतीत में संवेदनशील घटनाएं हुई हैं। वहां विशेष सतर्कता बरतते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया जाए।
- रमज़ान बाजारों में भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन – रमज़ान के दौरान बाज़ारों में काफी भीड़ होती है, खासकर इफ्तार और सहरी के समय। ऐसे में यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए पुलिस की अतिरिक्त व्यवस्था की जाए ताकि लोगों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।
रमज़ान के दौरान सुरक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
राज्य सरकार ने हाल के वर्षों में धार्मिक त्योहारों के दौरान सुरक्षा और सुविधाओं को प्राथमिकता दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले भी त्योहारों के दौरान सौहार्द बनाए रखने और सुरक्षा को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं।
दानिश आज़ाद अंसारी के इस पत्र को अल्पसंख्यक समुदाय के लिए सकारात्मक पहल माना जा रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार रमज़ान के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क है और अल्पसंख्यक समुदाय की धार्मिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
स्थानीय प्रशासन की तैयारियां और पुलिस की रणनीति
सूत्रों के मुताबिक, डीजीपी ऑफिस ने सभी जिलों को पत्र भेजकर नमाज़ के दौरान सुरक्षा बढ़ाने और भीड़भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
इसके अलावा, प्रशासनिक अधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है कि वे रमज़ान के दौरान बिजली, पानी और सफाई जैसी बुनियादी सुविधाओं का विशेष ध्यान रखें ताकि रोज़ेदारों को किसी तरह की परेशानी न हो।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
दानिश आज़ाद अंसारी के इस पत्र को राजनीतिक हलकों में अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति भाजपा सरकार के बदले रुख के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा सरकार मुस्लिम समुदाय तक पहुंच बनाने की कोशिश कर रही है, और यह पहल उसी दिशा में एक कदम माना जा रहा है।
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने हालांकि इसे “राजनीतिक स्टंट” करार दिया है और कहा है कि सरकार को केवल रमज़ान ही नहीं, बल्कि पूरे साल अल्पसंख्यक समुदाय की भलाई के लिए काम करना चाहिए।

निष्कर्ष
रमज़ान के दौरान शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी द्वारा उठाया गया यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रशासन और पुलिस विभाग अब इस दिशा में कार्यवाही शुरू कर चुके हैं, और उम्मीद है कि रमज़ान का यह पवित्र महीना सुखद और शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न होगा।