अफगानिस्तान-बलूचिस्तान में बारिश से तबाही, उरुजगान में 70 स्कूल और मदरसे नष्ट
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, काबुल/ इस्लामाबाद
अफगानिस्तान और इससे लगते पाकिस्तान के बलूचिस्तान मंे बारिश से भारी तबाही की खबर है. मीडियो रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान के उरुजगान में बारिश और बाढ़ से प्रांत के केंद्र और जिलों में लगभग 70 स्कूलों और मदरसों को पूरी तरह या आंशिक रूप से नष्ट कर दिया.
शिक्षा के प्रमुख शमसुल्लाह कामरान कहते हैं कि उरुजगन शिक्षा विभाग के पास इन स्कूलों के पुनर्निर्माण के लिए पर्याप्त धन की कमी है.उरुजगन में शिक्षा प्रमुख ने कहा, बारिश और बाढ़ के परिणामस्वरूप, लगभग सत्तर स्कूल पूरी तरह या आंशिक रूप से नष्ट हो गए हैं. इन स्कूलों पर संगठनों का ध्यान नहीं गया, तो हमें समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.
इसके अलावा, प्रांत के कई छात्रों और शिक्षकों का कहना है कि स्कूलों के नष्ट होने से शैक्षणिक प्रक्रिया धीमी हो गई है.उनके अनुसार, नष्ट हुए स्कूलों के अधिकांश छात्र अब निजी घरों या खुली जगहों पर पढ़ने को मजबूर हैं.एक शिक्षक सिराजुद्दीन सिराजमल ने कहा, छात्र ऐसी स्थिति में हैं जहां उनके पास सीखने के लिए कोई जगह नहीं है.एक छात्र जाविद ने कहा, हम धूप में बैठते हैं. हमारे पास कुछ भी नहीं है. शिक्षक नहीं आते हैं, जिससे हमें घर वापस जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है.
एक अन्य छात्र ओबैदुल्लाह ने कहा, हम सरकार से हमारे स्कूलों के पुनर्निर्माण की मांग करते हैं ताकि हम अपनी पढ़ाई जारी रख सकें.शैक्षणिक केंद्रों के नष्ट होने से उरुजगान निवासियों में भी चिंता है. उनके अनुसार, इससे उनके बच्चों की शैक्षिक प्रगति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.वे अंतरिम सरकारी अधिकारियों और सहायता संगठनों से नष्ट हुए स्कूलों के तत्काल पुनर्निर्माण का आह्वान करते हैं.
उरुजगान के निवासी गुल मोहम्मद ने कहा, स्कूलों में कोई खंभे नहीं हैं और सभी ढह रहे हैं.हाल में आई बाढ़ और बारिश से उरुजगान प्रांत के दर्जनों स्कूल क्षतिग्रस्त हो गए. इससे पहले प्रांतीय शिक्षा विभाग ने बताया कि स्कूल भवनों और शिक्षकों की कमी के कारण इस साल 80,000 बच्चे शिक्षा से वंचित रह गए.
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बलूचिस्तान के चगाई में बारिश से मिट्टी के घर ढहे
उधर पाकिस्तान के बलूचिस्तान से खबर है कि पश्चिमी हवाओं के प्रभाव में बलूचिस्तान के चगाई इलाके में बारिश के कारण कई मिट्टी के घर ढह गए.कोहलू, खरान और आसपास के इलाकों में भी आंधी आई.मौसम विभाग ने 29 अप्रैल तक ऊपरी खैबर पख्तूनख्वा, गिलाट, कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान में हवा और गरज के साथ भारी बारिश की भविष्यवाणी की है.मौसम विभाग का कहना है कि भारी बारिश के कारण नदियों में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा है.