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अपने पैरों पर खड़ी होने लगी तालिबान सरकार, शहर से लेकर हाईवे तक सड़कों का जाल बिछाने का अभियान

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, काबुल

अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद से हुकूमत संभाल रहा तालिबान अब खुद के पैरों पर खड़ा होने लगा है. महिला अधिकार के बहाने अंतरराष्ट्रीय समाज द्वारा इसे खारिज कर देने के बाद से इसने अपने दम पर ऐसे-ऐसे कारनामे अंजाम दिए हैं कि तमाम अंतरराष्ट्रीय बिरादरी हैरान है. इस क्रम में जहां जल संकट दूर करने और फलों एवं सूखे मेवे के उत्पादन को बढ़ावा देने को अनेक प्रयास किए गए, वहीं अब अफगानिस्तान में सड़कों का जाल बिछाने की तैयारी है.

इसके तहत पुरानी सड़कों की सूरत संवारी जा रही है. जहां सड़क नहीं है, वहां नई सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है. संकरी सड़कों के चैड़ीकरण का काम चल रहा है. हालांकि सड़क चैड़ीकरण की नीति से कुछ दुकानदारांे को परेशानी भी हो रही है और तालिबान सरकार से इसके विकल्प पर गौर करने की अपील की गई है. हालांकि, इस दौरान काबुल नगर पालिका ने सड़क चैड़ीकरण के लिए ध्वस्त की जाने वाली आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियों की भरपाई के लिए मुआवजे का आश्वासन दिया है.

एक रिपोर्ट के अनुसार, सड़कों को सुधारने के लिए राजनीतिक परिवर्तन के बाद से काबुल नगर पालिका ने 28 नए चैराहे स्थापित किए हैं. शहर की बुनियादी ढांचे में सुधार की सराहना की जा रही है.काबुल के डोग अबाद इलाके में दर्जनों दुकानदारों में से एक, नियाज मोहम्मद, अपनी दुकान को ध्वस्त किए जाने के बारे में कहते हैं, “जिन स्थानों को ध्वस्त किया जा रहा है, वे स्वामित्व के अधीन हैं. उन्हें कम से कम अपना माल बिक्री के लिए निकालने की अनुमति दी जानी चाहिए.

इस साल काबुल नगर पालिका द्वारा राजधानी की कुछ सड़कों के विकास और निर्माण की शुरुआत के साथ, दुकानदार और अन्य लोग जिनकी आजीविका इन परियोजनाओं से प्रभावित हो रही है, वे अपने व्यवसाय को जारी रखने के लिए वैकल्पिक स्थानों के प्रावधान की मांग कर रहे हैं.

एक अन्य दुकानदार मोहम्मद हैदर ने कहा, “यह अच्छी बात है. डॉग अबाद क्षेत्र फलेगा-फूलेगा. जबकि हमारी दुकानें चली गई हैं. हमारी संपत्ति भी चली गई है. पहले, हम वहां जो कमाते थे उससे परिवार का भरण-पोषण करते थे.”इस बीच, काबुल नगर पालिका ने ध्वस्त की जाने वाली आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियों के लिए मुआवजे का आश्वासन दिया है.

काबुल नगर पालिका के एक प्रतिनिधि नेमातुल्ला बराकजई ने कहा, निस्संदेह, जब काबुल नगर पालिका कुछ क्षेत्रों में सड़क निर्माण करती है, तो हम बाधाओं को हटा देते हैं. चाहे वे दुकानें हों या घर. काबुल नगर पालिका भूमि और दुकानों के लिए मुआवजा देती है.

काबुल नगर पालिका ने यह भी बताया है कि वह राजधानी में 6.4 अरब अफगानियों की 165 परियोजनाओं को लागू करेगी. इन परियोजनाओं में सड़क निर्माण, नहर निर्माण, हरित स्थान और अन्य विभिन्न परियोजनाएं शामिल हैं.

अब्रीशम क्रॉसिंग पर सड़क का विस्तार

इस बीच खबर है कि इस प्रांत के लोक निर्माण निदेशालय द्वारा 60 मिलियन अफगानी की लागत से निमरोज प्रांत में अफगानिस्तान और ईरान के बीच सीमा पर अब्रीशम क्रॉसिंग रोड पर विकास कार्य शुरू किया गया है.अधिकारियों का कहना है कि इस सड़क के जरिए रोजाना सैकड़ों माल और यात्री वाहन अफगानिस्तान और ईरान के बीच आवागमन करते हैं.

अधिकारियों के अनुसार, अब्रीशम रोड, जो अब्रीशम क्रॉसिंग के माध्यम से अफगानिस्तान को ईरान से जोड़ती है, दो-तरफा सड़क के रूप में बनाई जा रही है.निमरोज में लोक निर्माण के प्रमुख जान मोहम्मद बद्री ने कहा,“आयुक्त कार्यालय तक सड़क 2 किलोमीटर लंबी, लगभग 7 मीटर चैड़ी है. इस परियोजना में, हमारे पास एक पुल है जो लगभग 20 मीटर के क्षेत्र को कवर करता है और 7 मीटर चैड़ा है. ”

निमरोज के गवर्नर मोहम्मद कासिम खालिद ने कहा, इस परियोजना के पूरा होने से हमारे व्यापारी अब्रीशम ब्रिज के माध्यम से अपना व्यापार आसानी से कर सकेंगे. भविष्य में उन्हें यातायात की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा.इस मार्ग के ड्राइवरों का कहना है कि वाहनों और यात्रियों की भीड़ के कारण, वे अब्रीशम क्रॉसिंग से 2 किलोमीटर दूर निमरोज सीमा शुल्क तक पहुंचने के लिए घंटों इंतजार करते हैं.

एक ड्राइवर रहमतुल्ला ने कहा,“समस्या सड़क को लेकर है. यह घिस गई है. हमें अब्रीशम क्रॉसिंग के 2 किलोमीटर से लेकर सीमा शुल्क तक चार से पांच घंटे तक सड़क पर रोका जाता है. ”एक अन्य ड्राइवर तालाजन ने कहा,“एक समय था जब वाहनों को सड़क साफ होने के लिए एक से दो घंटे तक लाइन में इंतजार करना पड़ता था. इस सड़क को ठीक करने की जरूरत है, ताकि यात्री आसानी से जा सकें और सड़क पर भीड़ कम हो.”

अधिकारियों ने कहा कि सड़क की चैड़ाई कम होने के कारण इसमें इन सभी यात्रियों और वाहनों के दैनिक यातायात को समायोजित करने की क्षमता नहीं है.अब्रीशम क्रॉसिंग के आयुक्त मोहम्मद हशम हंजला ने कहा,उम्मीद है कि इस परियोजना के साकार होने से, पारगमन वाहनों और टैक्सियों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकेंएंगी. इसके अच्छे परिणाम मिलेंगे.

अधिकारियों के अनुसार, लगभग 300 पारगमन वाहन, अफगानिस्तान और ईरान से लगभग 200 टैक्सियां, सैकड़ों वैध यात्री, लगभग 3,000 सीमा पार यात्री, सैकड़ों कर्मचारी और सरकारी वाहन प्रतिदिन इस मार्ग से आवागमन करते हैं.

जरांज-डेलाराम राजमार्ग पूरा

अधिकारियों के मुताबिक, इस परियोजना के एक महीने से भी कम समय में पूरा होने और चालू होने की उम्मीद है.अफगानिस्तान को ईरान के चाबहार बंदरगाह से जोड़ने वाले निमरोज में जारंज-डेलाराम राजमार्ग का निर्माण कार्य पचास प्रतिशत आगे बढ़ गया है.अधिकारियों के मुताबिक, इस परियोजना के एक महीने से भी कम समय में पूरा होने और चालू होने की उम्मीद है.

जरांज-डेलाराम राजमार्ग को देश के सबसे महत्वपूर्ण पारगमन मार्गों में से एक माना जाता है, जो वाणिज्यिक वस्तुओं के परिवहन के लिए भी महत्वपूर्ण है.जान मोहम्मद बद्री ने कहा, इस हाईवे का काम एक कंपनी के साथ किया गया है. अब तक 50 प्रतिशत काम आगे बढ़ चुका है. इस हाईवे के डामर का काम भी अब शुरू हो गया है.

प्रोजेक्ट इंजीनियर नजीबुल्लाह ने कहा, जिन क्षेत्रों में हम स्थित हैं, वहां काम चरण दर चरण आगे बढ़ रहा है. नींव मजबूत हो रही है. अब आप देख रहे हैं कि हम डामर लगा रहे हैं.इस मार्ग पर कई ड्राइवरों ने कार्यवाहक सरकारी अधिकारियों से इस परियोजना के काम की गुणवत्ता की सख्त निगरानी के लिए कहा है.एक ड्राइवर अब्दुल खालिक ने कहा, हम इस मार्ग से बहुत खुश हैं. इसके बन जाने के बाद यह हमारे लिए सुविधा पैदा करेगा.

एक अन्य ड्राइवर फारूक ने कहा, आप यहां जो देख रहे हैं वह एक मैदान हुआ करता था. वाहन ऊपर चले जाते थे और फंस जाते थे. चाहे वह तालिबान हो या इंजीनियर, हम चाहते हैं कि वे इस सड़क को ठीक करने पर ध्यान दें.जरांज-डेलाराम राजमार्ग के पुनर्निर्माण, जो 218 किलोमीटर लंबा और 10 मीटर चैड़ा है, की लागत 25 मिलियन अफगानी है, जिसका भुगतान लोक निर्माण मंत्रालय के बजट से किया गया है.

गार्डेज-काबुल रोड का निर्माण कार्य शुरू

पख्तिया के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने कहा कि युद्ध और बाढ़ के कारण नष्ट हुए गार्डेज-काबुल रोड के हिस्सों का पुनर्निर्माण 22 मिलियन अफगानी रूपये की लागत से शुरू हो गया है.“यह सड़क बाढ़ के कारण नष्ट हो गई थी. इस वर्ष इसके पुनर्निर्माण का समय शुरू हो गया है. इसका कुछ हिस्सा पूरा हो चुका है. कुछ हिस्सों में काम चल रहा है. जल्द ही पूरा हो जाएगा. लोक निर्माण विभाग के एक अधिकारी मोहम्मद रसूल करीमी ने कहा, परियोजना की लागत 22 मिलियन अफगानी है.

एक ड्राइवर करीम ने कहा, अगर सड़क निर्माण पूरा हो जाता है, तो हमें बहुत खुशी होगी, हमारी समस्याएं कम हो जाएंगी और हमें राहत मिलेगी.मोहम्मद खान जादरान ने कहा, अगर वे सड़क का निर्माण करते हैं, तो यह लोगों के लिए अच्छा होगा. वाहनों में बीमार लोगों के लिए आसान होगा. हम आपके बहुत आभारी हैं. अल्लाह इस्लामी अमीरात को सभी सड़कों का निर्माण कराए.

हम अधिकारियों से सड़क पर ध्यान देने का आह्वान करते हैं. यह देश के सबसे बड़े प्रांतों में से एक है. सड़क बहुत क्षतिग्रस्त है. इस बीच, लोगों ने गार्डेज – खोस्त और गार्डेज – दंड पाटन सड़कों के पुनर्निर्माण की भी मांग की है, जो पाकिस्तान से माल के निर्यात और आयात के लिए महत्वपूर्ण हैं.उम्मीद की जारी है कि अफगानिस्तान की सड़कों की सुधार के बाद देश के विकास एवं आयात-निर्यात में तेजी आएगी और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी.